शुरुआती के लिए ट्रेडिंग ट्यूटोरियल

कौन सा मूविंग एवरेज सबसे अच्छा है?

कौन सा मूविंग एवरेज सबसे अच्छा है?

Trading Indicator क्या हैं | 5 Best Trading Indicator in 2022

Best Trading Indicator 2022Trading Indicator का मतलब शेयर मार्केट में शेयर का प्राइस ज्यादा है या कम प्राइस है यह एकदम सही बताने के लिए किया जाता है शेयर मार्केट में ऐसे 5 बेस्ट ट्रेंडिंग इंडिकेटर है जिससे हमें ट्रेंड करने में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं
ज्यादातर व्यापार इसका दावा करते नजर आते हैं।

Table of Contents

Trading Indicator क्या हैं ?

Trading Indicator का मतलब किसी भी वस्तु को कम दाम में खरीदने और ज्यादा दाम में बेचना। यह एक ऐसा जरिया है जिससे हमें यह पता चलता है कि बाजार में शेयर भाव कब कितने ऊपर जाएगा और कब कितने नीचे आएगा? यह सूचना एकदम सही हो सकती है और नहीं भी बाजार में ऐसे बहुत से ट्रेंडिंग इंडिकेटर उपलब्ध है जो एकदम सही होने का दावा करते हैं

हर व्यापारी आपको यह सलाह देगा कि शेयर बाजार में ट्रेनिंग करते समय शेयर मार्केट इंडिकेटर चुनना महत्वपूर्ण लेकिन सही Trading Indicator कौन सा है इस बारे मैं अलग-अलग व्यापारी की अलग-अलग राय ट्रेंडिंग का मुख्य मकसद किसी भी वस्तु को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना।
अलग-अलग ट्रेंडिंग। इंडिकेटर।
अपने अलग-अलग प्रकार से शेयर भाव दर्शाते हैं

कम से कम दो टेक्निकल एनालिसिस इंडीकेटर्स का उपयोग करें

कम से कम दो टेक्निकल एनालिसिस। इंडिकेटर का प्रयोग करें। ट्रेंडिंग इंडिकेटर टेक्निकल इंग्लिश इसका सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भाग है। टेक्निकल इंडिकेटर का प्रयोग चार्ट पेटर्न। और कैंडलेस्टिक पेटर्न के साथ किया जाता है। इन तीनों के प्रयोग से यह पता लगाया जा सकता है कि स्टॉप किस दिशा में जा सकता है। यह अंदाजा लगाया जा सकता है।

Trading Indicator का प्रयोग कैसे किया कौन सा मूविंग एवरेज सबसे अच्छा है? जाता है –

बहुत ही महत्वपूर्ण है कि इसका प्रयोग कैसे किया जाता है। क्योंकि ज्यादातर लोग यही बताते हैं कि किसी एक या अधिक इंडिकेटर को अपने चार्ट पर लगा लो और ट्रेडिंग से पैसे कमाना शुरू कर दो।

कुछ लोग तो एक साथ 12 से 15 इंडिकेटर लगा लेते हैं। लेकिन जब ट्रेडिंग करते हैं तो काफी दुविधा में पड़ जाते हैं क्योंकि कुछ इंडिकेटर संकेत देते हैं कि भाव बढ़ने वाला है, और कुछ इंडिकेटर कहते हैं कि भाव गिरने वाला है।
ट्रेडर जब तक किसी नतीजे पर पहुँचता है तब तक स्टॉक का भाव या तो बढ़ चुका होता है या घट चुका होता है।

और इस हालात में ट्रेड लेने से नुकसान की संभावना ही अधिक होती है

अपनी ट्रेडिंग योजना को कभी रिवर्स न करें

जब भी आप ट्रैडिंग करते है उसके लिए हमेशा अपनी खुद की ट्रैडिंग योजना जरूर बनानी चाहिए जिससे आपको ट्रैडिंग करने मे परेशानी नहीं होगी ओर आप सही अपना ट्रेड कर सकते है जिससे आप बढ़िया मुनाफा काम सकते है

वर्ष 2022 में 5 बेस्ट उपयोगी ट्रेडिंग इंडिकेटर –टेक्निकल एनालिसिस इंडीकेटर्स

1 – सिम्पल मूविंग एवरेज (Simple Moving Average ) –

सिंपल मूविंग एवरेज 5 बेस्ट इंडिकेटर जो उपयोग इस प्रकार के जा सकते हैं। सिंपल मूविंग एवरेज।सबसे ज्यादा। इस्तेमाल किए जाने वाले ट्रेंडिंग। Indicator में से एक है मूविंग एवरेज एक ऐसी सामान्य साधन है जो किसी सिक्योरिटी के कर लो रिंग प्र�.

2 – बोललिंगर बैंड्स ( Bollinger Bands ) –

बॉलिंगर बैंड। सबसे ज्यादा प्रयोग ट्रेंडिंग इंडिकेटर में से एक है। यह खरीदे गए और अधिक बेचे गए ट्रेड के सतर को निर्धारित करने में मदद करता है। ज्यादातर यह ज्यादा ट्रेडर की कीमत पर निर्धारित रहती है। यह अप्पर बैंड या लोअर बैंड के आधार पर ही बढ़ती है। जब शेयर मार्केट में इसकी मांग ज्यादा होती है तो यह बढ़ जाती है और और अगर इसकी मांग कम होती है तो यह कम हो जाती है इंट्रेड टेक्निकल एनालिसिस के अनुसार बॉलिंगर बैंड का प्रयोग करके हम 90 परसेंट तक सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

इसका इस्तेमाल तब किया जाता है जब ट्रेड की कीमत अपर बैंड के करीब हो जिससे ट्रेड महंगी हो जाती है। इस के सहयोग से हम उसे एवरेज पर वापस लेने का प्रयास करते हैं जब ट्रेड की कीमत लोअर बैंड के नजदीक होती है तो ट्रेड कम दाम में जाती है और फिर इसका इस्तेमाल करके उसे उसी जगह पर पहुंचाने की कोशिश की जाती है जिससे उसे मीडियम बैंड के मूल्यों के लक्ष्य के साथ लोअर बैंड के मूल्य पर खरीदी जा सके।

3 – आर एस आई (RSI) –

आर एस आई ट्रैडिंग का एक ऐसा Indicator है जो कम दाम व अधिक दाम बेचने या खरीदने के नियमों का पालन करता है यह ट्रेंडिंग का यह एक सबसे अच्छा और आसान साधन है जो यह दर्शाता है कि कब ट्रेड ज्यादा खरीदे गए और कब कम और कब इसका रिटर्न हुआ
आर एस आई यह हर अलग-अलग समय के अनुसार तय किया जा सकता है कि इसकी वैल्यू जीरो से 100 के बीच हो �

4 – एम ए डी सी (MACD)–

एम ए डी सी ओसीलेटिन है। जो शून्य। के ऊपर और नीचे कैलकुलेट होता है यह एक मोमेंटम इंडिकेटर भी है। यह ट्रेड।पर किरिया ध्यान देने के लिए है कि एम ए डी सी लाइने शुन्य के किस तरफ है। अगर शून्य ऊपर है तो ट्रेड ऊपर है। अगर शुन्य। नीचे है तो ट्रेड नीचे है। खरीदने के सिग्नल तब आते हैं जब एम ए डी सी शुन्य के ऊपर चला जाता है। और बेचने के सिग्नल तब आते हैं जब एम ए डी सी शुन्य के नीचे चला जाता है।

5- ए डी क्स् ADX –

यह एक बहुत ही उपयोगी ओर बेहतरीन Indicator है जो लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते है उन के लिए तो यह बहुत उपयोगी माना जाता है।

यह Indicator हमे किसी भी स्टॉक के ट्रेंड की जानकारी देता ही है की uptrend है या downtrend या फिर sideways है इसके साथ–साथ यह indicator हमे यह भी बताता है कि ट्रेन्ड कितना मजबूत है और कितनी देर तक स्टॉक में यह ट्रेन्ड बना रह सकता है ।

इसमें भी चार्ट पर 0 से 100 तक का भाव होता है और किसी भी स्टॉक का भाव इसी के बीच चलता है और समय–समय पर हमें ट्रेन्ड के संकेत मिलते रहते हैं।

और इन्हीं संकेतों के आधार पर हम अपनी ट्रेडिंग कर सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर -बेस्ट 10 इंट्राडे ट्रेडिंग इंडिकेटर इन हिन्दी

निष्कर्ष (Conclusion) –

आज हमने इस लेख के जरिए Trading Indicator क्या है 5 Best Trading Indicator 2022 के बारे मे जाना ओर समझा आपको यह जानकारी कैसी लगी हमे कमेन्ट करके जरूर बताए ओर इससे जुड़ा आपका कोई भी सवाल हो तो आप हमे कमेन्ट करके पूछ सकते है ओर इसके साथ ही इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले धन्यवाद ।

बाज़ार दृष्टिकोण (Market Out Look) :–

सोमवार, 31 जनवरी, 2022, आज साल का पहला महीना जनवरी की कारोबार सत्रों समाप्त हों रहें, तो वहीं कल से यानी मंगलवार एक नए महीना फरवरी की शुरुवात एवं फरवरी को बजट सत्र भी कहा जाता हैं, इसलिए इस माह शेयर बाजार साथ हीं निवेशकों केलिए कुछ खास होने वाला हैं। ऐसे में बाज़ार में काफी वॉलिटेलिटी यानी अस्थिरता देख पाना एक आम बात हैं। लेकिन पिछले कारोबारी सत्र की अगर बात करें तो जिस तरह बाज़ार लगातार चार दिन से बड़ी गिरावट देखने को मिला, उससे आज के बाज़ार की चाल को देखकर ऐसा लगता हैं मानो आने कुछ दिनों में मार्केट करेक्शन से उभर कर एक नई ऊंचाई को छू सकता हैं और ये संभव भी हैं यदि कल वित्तीय मंत्री निर्मला सीतारमन द्वारा पेश कि जानें वाली बजट बाज़ार उम्मीद के मुताबिक रहा तो।

Nifty View Today.

Market Watch :-

आज बाज़ार की शुरुवात काफ़ी अच्छा रहा। जहां Nifty50 इंडेक्स के पीछले क्लोजिंग भाव 17101.95 थे वहीं आज सुबह 9.15 am. में Nifry की प्रारम्भिक 17301.05 तकरीबन 200 अंकों की गैप-अप (gap-up) के साथ opening हुई। परसेंटेज की बात करें तो 1.16% बाढ़त से शुरुवात की। मार्केट में हों रहें शॉर्ट कवरिंग एवं अच्छी खरीद्दारी के चलते दिन भर की उपरी स्तर यानी High 17409.90 छूता हुआ देखा गया, वहीं निचले स्तर यानी मार्केट की दिनभर की low की बात करें तो जहां ओपनिंग थे उससे हल्की सी नीचे 17264.35 पर low बनाया था। सत्रों के आखिरी में Closing 17339.85 तकरीबन 240 अंक के करीब परसेंटेज में 1.39% की बाढ़त हासिल की पिछले बंद भाव के तुलना में आज। कुलमिला कर कई दिनों के बाद बाज़ार में आज बुलिश सेंटीमेंट देखने को मिला। Nifty50 में आज बड़ने ओर गिरने वाली शेयरों की बात करें तो.

  • Advances = 44 (बड़ने बाली शेयर)
  • Declines = 6 (गिरने वाले शेयरों की संख्या)
  • Unchanged = 0 (पिछली दिन के तुलना में प्राइस चेंज)

Nifty Top 5 Gainers :-

  • Tech Mahendra @1482.95 ⬆️ 5.13%
  • Tata Moters @517.50 ⬆️ 4.06%
  • Wipro @573.00 ⬆️ 3.78%
  • BPCL @396.85 ⬆️ 3.75%
  • Bajaj FinServ @15700.10 ⬆️ 3.30%
Nifty Top 5 Gainer.

Nifty Top 5 Losers :-

  • Indusind Bank @871.90 🔻3.50%
  • Kotak Mahindra Bank @1857.50 🔻2.15%
  • Coal India @159.45 🔻1.36%
  • UPL @780.10 🔻1.28%
  • Hindustan Uniliver @2276.95 🔻0.29%

BSE SENSEX-30 :-

BSE के SENSEX-30 इंडेक्स की बात करें तो Opening Price 57845.91 हैं, high 58255.70 दिन भर की सबसे निचली स्तर 57748.52 एवं Closing Price 58014.17 पर रहा। पीछले कारोबारी सत्र के बंद भाव से 813.94 अंक ऊपर बंद हुए हैं यदि प्रतिशत में देखें तो सेंसेक्स 1.42% की बाढ़त के साथ बंद हुआ आज।

Nifty Bank :-

वहीं अगर Bank Nifty की बात करें तो Open 38091.80 पर हुआ था, High लगाया 38202.25 तो low था 37650.50. पीछले क्लोजिंग प्राइस के तुलना में 285 अंक ऊपर जाकर Bank Nifty आज 37975.35 Closing दी हैं। इस तरह Nifty Bank इंडेक्स में भी आज पौने एक प्रतिशत की बाढ़तदेखने को मिला।

क्या अब बाज़ार ऊपर की ओर जाने केलिए तैयार हैं?

खास तौर पर इस प्रकार कि सवालों का सठीक जवाब दे पाना बहुत मुश्किल का काम होता हैं, ऐसे में कुछ अंदाजा लगाने के लिए कुछ Technical Research का हम सहारा ले सकते हैं.

Technical Indicators.
सबसे पहले हम Moving Average को देखें तो इसमें सिंपल एवं एक्सपोनेंशियल दोनो ही तरफ से 20 डेज, 30 डेज एवं 50 डेज moving average के नीचे बाज़र अभी भी कारोबार कर रहा हैं जो कि एक नेगेटिव इंडिकेशन हैं, तो 100 डेज एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज न्यूट्रल लेकिन सिंपल मूविंग एवरेज अब भी नीचे हैं। इस में एक अच्छी बात ये है कि बाज़ार ने 200डेज moving average को बरकरार रखा हैं। Ichimoku Cloud अभी न्यूट्रल के संकेत में हैं।
Technical Indictors.
ऊपर स्क्रीन शॉर्ट में देख रहें RSI को देखेंगे जो की ओवर सोल्ड जोन में नहीं हैं पर न्यूट्रल इंडिकेशन दे रहा हैं।

विलम्स % रेंज भी न्यूट्रल में हैं। लेकिन जब आप इन सब के परे बाज़ार चार्ट को देखेंगे तब आपको ओर अच्छी से क्लियरिटी मिल जाए शायद। क्यों कि बाज़ार में डाउन ट्रेंड अब भी बरकरार है।

शेर कैसे खरीदें?

इसे सुनेंरोकेंआप किस कंपनी का शेयर खरीद रहे हैं, उसकी मार्केट में स्थिति कैसी है, पिछले कुछ समय से उसकी शेयर बाजार में क्या स्थिति रही है आदि की जानकारियां एक निवेशक को होनी चाहिए. सिर्फ कम कीमत देखकर जुए के खेल की तरह शेयर खरीदना और उससे लाभ की उम्मीद लगाना कुछ समय तक आपको लाभ दे सकता है.

कौन सा शेयर खरीदना चाहिए २०२१?

इसे सुनेंरोकें2021 में आप फार्मा कंपनी के शेयर ले सकते हैं क्योंकि इस सेक्टर का शेयर ने काफी बढ़िया रिटर्न दिया है जिसका सबसे बड़ी वजह हैं कोरोना महामारी और इसके वजह से ही सारे के सारे फार्मा सेक्टर के शेयर ने बहुत बढ़िया रिटर्न दिया हैं और इसके अलावा आप it सेक्टर या फिर technology से जुडी शेयर में भी अपना पैसा लगा सकते हैं जिसे …

शेयर मार्केट में कौन सी कंपनी में पैसा लगाना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंSubex Limited: बेंगलुरु स्थित इस सॉफ्टवेयर कंपनी का स्टॉक NSE में वर्ष 2021 में 45 रुपये प्रति स्टॉक से बढ़कर जुलाई 2021 में 71.95 रुपये प्रति स्टॉक स्तर पर पहुंच गया है. इसका मतलब है कि इस शेयर ने इस अवधि में अपने शेयरधारकों को 150 फीसदी से ज्यादा रिटर्न दिया है.

शेयर का चुनाव कैसे करें?

बेहतर रिटर्न के लिए शेयर का चुनाव करते समय आपको उन शेयरों पर ध्यान देना चाहिए, जिनमें ये चार खूबियां मौजूद हों.

  1. अच्छी क्वॉलिटी के शेयर जिनकी कीमत अभी कम है
  2. अच्छा डिविडेंड देने वाले शेयर
  3. ऐसे शेयर जो बुक वैल्यू के मुकाबले अच्छे डिस्काउंट पर मिल रहे हों
  4. ग्रोथ की अच्छी संभावना और वाजिब कीमत वाले शेयर

शेयर मार्केट में कितनी कौन सा मूविंग एवरेज सबसे अच्छा है? कंपनी है?

इसे सुनेंरोकेंइसके अंतर्गत 30 कंपनियां सूचीबद्ध हैं. सेंसेक्स (Sensex) बीएसई (BSE) के अंतर्गत आनेवाला संवेदी सूचकांक है तथा यह बीएसई में सूचीबद्ध 30 कंपनियों के कैपिटल में आए उतार चढ़ाव को प्रदर्शित करता है.

ब्लू चिप कंपनी कौन सी है?

इसे सुनेंरोकेंब्लू चिप कंपनी ऐसी कंपनियों को कहा जाता है, जिनका शेयर मार्केट में, लगातार मजबूत प्रदर्शन (performance) का रिकॉर्ड रहा हो। इनके शेयरों में ज्यादा गिरावट नहीं होती। ऐसी कंपनियां आर्थिक रूप से बहुत सशक्त होती हैं।

ज़ेरोधा में अवास्तविक पी एंड एल क्या है?

इसे सुनेंरोकेंउदाहरण के लिए, शेयर बाजार से स्टॉक खरीदने के बाद, निवेश का मूल्य लगभग कौन सा मूविंग एवरेज सबसे अच्छा है? हमेशा एक बदलाव का अनुभव करेगा। जब तक आप अपने पोर्टफोलियो में कहा स्टॉक धारण करते हैं, तब तक इसके मूल्य में किसी भी वृद्धि को अवास्तविक लाभ कहा जाएगा और इसके मूल्य में किसी भी कमी को अवास्तविक नुकसान कहा जाएगा।

शेयर मार्केट में कौन सा शहर खरीदना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंSBI (State Bank of India) अभी यह स्टॉक सभी मूविंग एवरेज से ऊपर है जिससे इसमें आगे भी तेजी के आसार दिख रहे हैं. इसके अलावा आरएसआई, एमएसीडी, एडीएक्स (एवरेज डायरेक्शनल इंडेक्स) भी कंफर्ट जोन में है जिससे इसमें बुलिश रूझान दिख रहा है. आने वाले महीनों में यह शेयर 600 रुपये के लेवल तक पहुंच सकता है.

कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र महामारी को कैसे कर रहा है हैंडल?

महाराष्ट्र में गुरुवार देर रात तक कोरोनो वायरस के लगभग 10,000 केस सामने आ चुके थे. भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में ही अकेले 7,000 के करीब केस हैं और यह पूरे देश का सर्वाधिक प्रभावित जिला है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (PTI)

दीपू राय

  • नई दिल्ली,
  • 01 मई 2020,
  • (अपडेटेड 01 मई 2020, 1:06 PM IST)
  • 30 मार्च के बाद महाराष्ट्र में हर दिन 300 से ज्यादा केस
  • देश में हुई कुल मौतों में 40 फीसदी अकेले महाराष्ट्र से

भारत में 40 दिन का लॉकडाउन रविवार को खत्म होने वाला है. इसी के साथ अधिकारियों की ओर से कम से कम ग्रीन जोन में शामिल जिलों में बंदिशों में ढील देने की तैयारी की जा रही है. ग्रीन जोन्स में ऐसे जिले हैं, जहां कोरोनो वायरस संक्रमण के न्यूनतम केस हैं या कोई केस नहीं हैं.

कुछ राज्य पहले से ही जरूरी सावधानियों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें और उद्योग खोले जाने के लिए हरी झंडी दिखा चुके हैं. कुछ अन्य राज्यों ने इलेक्ट्रीशियन्स और प्लंबर्स जैसे व्यवसाय से जुड़े लोगों को फिर से काम शुरू करने के लिए इजाजत दे दी है. महाराष्ट्र जैसे अधिक प्रभावित राज्य लॉकडाउन बढ़ाए जाने की हिमायत कर रहे हैं.

महाराष्ट्र में हालांकि सुधार के थोड़े ही संकेत दिखाई दिए हैं. गुरुवार देर रात तक महाराष्ट्र में कोरोनो वायरस के लगभग 10,000 पुष्ट केस सामने आ चुके थे. भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में ही अकेले 7,000 के करीब केस हैं और यह पूरे देश का सर्वाधिक प्रभावित जिला है.कौन सा मूविंग एवरेज सबसे अच्छा है?

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHW) की ओर से उपलब्ध डेटा के मुताबिक देश में किसी भी अन्य राज्य में महाराष्ट्र की तुलना में आधे केस भी सामने नहीं आए हैं. 30 अप्रैल तक, अकेले महाराष्ट्र में भारत के कुल केसों में 30 फीसदी केस रिपोर्ट हुए हैं. इसी तरह भारत में कुल मौतों में से 40 फीसदी अकेले महाराष्ट्र में हुई हैं. महाराष्ट्र में मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत की तुलना में 1 प्रतिशत ज्यादा है.

केस मृत्यु दर (CFR) बीमारी के लिए पॉजिटिव टेस्ट वाले लोगों के बीच में से हुई मौतों का अनुपात होता है. Covid-19 महामारी के लिए भारत कौन सा मूविंग एवरेज सबसे अच्छा है? का CFR जहां 3.25 है, वहीं महाराष्ट्र के लिए 4.36 है.

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हर राज्य का अलग डेमोग्राफिक (जनसांख्यिकीय) प्रोफाइल है. ऐसे में पूर्ण (Absolute) संख्या के आधार पर तुलना से घातक वायरस की असल तीव्रता का पता नहीं चलता. संक्रमण और आबादी का अनुपात राज्यों की तुलना का बेहतर पैमाना हो सकता है.

हर दस मिलियन (एक करोड़) की आबादी में केस की संख्या, ऐसा ही एक पैमाना है जो दिखाता है कि कौन सा राज्य सर्वाधिक प्रभावित है.

इंडिया टुडे डेटा इंटेलिजेंस यूनिट (DIU) ने राज्यों की आबादी के लिए 2011 की जनगणना या अन्य अनुमानों पर गौर करने की जगह हालिया 2019 के आधार डेटा का विश्लेषण किया.

केस प्रति 10 मिलियन के पैमाने के मुताबिक- सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में महाराष्ट्र, दिल्ली और लद्दाख के बाद तीसरे नंबर पर आता है. महाराष्ट्र में हर 10 मिलियन की आबादी में लगभग 600 लोग कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं. जबकि दिल्ली में महाराष्ट्र की तुलना में लगभग दोगुने यानी हर 10 मिलियन में 1155 पॉजिटिव केस हैं.

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स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के डेटा के मुताबिक गुरुवार देर शाम तक, महाराष्ट्र में 9915 केस और 432 मौतें रिपोर्ट हो चुकी थीं. 30 मार्च के बाद राज्य में हर दिन औसतन 300 से अधिक केस और 13 मौतें रिपोर्ट होती रही हैं.

मुंबई महाराष्ट्र में सर्वाधिक प्रभावित जिला है. इसके बाद पुणे में 1700 से अधिक और मुंबई उपनगरीय जिले में 960 केस रिपोर्ट हुए हैं. तीनों ही जिलों ने केस की संख्या में तेज वृद्धि दर्ज की है.

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हालांकि, महाराष्ट्र के लिए 5-दिनी मूविंग एवरेज से पता चलता है कि यह बीते 3 दिन से ढलान की ओर है.

5- दिनी मूविंग एवरेज से केस की संख्या में अचानक उछाल या गिरावट या नए केस रिपोर्ट होने में अंतर का पता चलता है.

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30 अप्रैल तक, महाराष्ट्र ने 1,35,694 टेस्ट किए, जो भारत की कुल टेस्टिंग का लगभग 16 प्रतिशत है. यह भी राज्य से केसों की अधिक रिपोर्टिंग की वजहों में से एक हो सकता है. गुरुवार देर शाम तक घातक कोरोना वायरस भारत में 33,610 लोगों को संक्रमित कर चुका है और इससे 1075 लोगों की मौत हुई है. भारत की कुल मौतों में से अकेले महाराष्ट्र में 40 प्रतिशत हुई हैं.

Covid-19 महामारी और इसकी वजह से देशभर में लॉकडाउन ने इंसानी जिंदगी को प्रभावित करने के साथ-साथ भारत के व्यापार, उद्योग और अर्थव्यवस्था पर भी खासा असर डाला है. इसलिए, पॉलिसी मेकर्स दुविधा में हैं कि लॉकडाउन को कैसे खत्म किया जाए.

Moving Average का अर्थ

जबकि मूविंग एवरेज एक लाइन होती है, जिस पर एक निश्चित टाइम frame के कई अलग अलग कई सामान्य एवरेज होते है, जिन्हें एक लाइन द्वारा मिलाया जाता है, आइये आगे देखते है कि मूविंग एवरेज कैसे बनता है या मूविंग एवरेज कैसे निकलते है

मूविंग एवरेज कैसे बनता है

जैसे हमने अभी तक समझा मूविंग एवरेज अपने आप में एक लाइन होती है, और यह लाइन कई अलग अलग बिंदु को मिला कर बनाया जाता है, साथ ही ध्यान देने वाली बात ये है कि ये सभी बिंदु एक निश्चित समय के सामान्य औसत होते है,

लेकिन जब औसत संख्याओ की एक सीरिज को आगे की तरफ जब बढ़ता हुआ दिखाया जाता है, तो उस मूविंग एवरेज कहते है,

मूविंग एवरेज निकलने के लिए आवश्यक Data

टाइम फ्रेम – जितने दिनों का मूविंग एवरेज निकालना है, वो हमारा निश्चित टाइम frame होगा, जैसे अगर ५ day का मूविंग एवरेज निकालना होगा, तो पिछले पांच दिनों का औसत, मूविंग एवरेज का आज का पहला पॉइंट होगा

नेक्स्ट एवरेज – अब ऐसे ही अगले दिन का मूविंग एवरेज का पॉइंट पिछले पांच दिनों का सामान्य औसत पॉइंट (बिंदु) होगा,

मूविंग एवरेज में कैलकुलेशन करते समय ध्यान देने वाली बात

फिर दूसरी बात की किस DATE से आगे आपको मूविंग एवरेज निकालना है, उस डेट पर आपने जो टाइम frame निश्चित किया , उतने दिन का सामान्य औसत निकालना होगा, और ये मूविंग एवरेज का पहला बिंदु होगा,

जैसे – अगर आप 10 दिन का मूविंग एवरेज निकालना चाहते है, और आप 11 तारीख से आगे मूविंग एवरेज निकालना चाहते है तो आपके चार्ट पर जो पहला बिंदु बनेगा वो 11 तारिख से पहले के 10 ट्रेडिंग सेशन के प्राइस का सामान्य औसत निकलना होगा,

ध्यान देने वाली बात ये है कि – किसी भी टेक्निकल चार्ट में मूविंग एवरेज या सिंपल मूविंग एवरेज आप बहुत आसानी से निकाल सकते है, बस आपको उस टेक्निकल चार्ट सॉफ्टवेयर में मूविंग एवरेज का विकल्प चुनना होगा, और साथ में आपको चार्ट में आपको या बताना होगा कि आप कितने दिनों का मूविंग एवरेज लाइन बनाना चाहते है,

जैसे – अगर आप 10 DAYS सेलेक्ट करते है, तो आपके चार्ट में अगलें सेकंड में ही आटोमेटिकली 10 DAYS का MOVING AVERAGE LINE देखने को मिल जायेगा,

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