शुरुआती के लिए ट्रेडिंग ट्यूटोरियल

शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है?

शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है?
इसी प्रकार इसी ट्रेड में यदि मैंने ₹10 के स्टॉप लॉस के साथ ट्रेड से एग्जिट करना निश्चित किया होता तो उसका अर्थ यह होता कि यदि एसबीआई के प्राइस ने ₹265.45 पैसे को छुआ होता तो मैं एग्जिट हो गया होता और मुझे केवल ₹1000 का नुकसान होता।

Trading और Investing क्या है ? और इसमे अंतर-

आज कल हर कोई जल्दी-जल्दी पैसा कमाना चाहता है और पैसा जल्दी-जल्दी कमाने के चक्कर में नुकसान भी हो जाता है। लोगों को पता नहीं होता है कि पैसा कहां इन्वेस्ट करें जिससे उनका फायदे के साथ-साथ नुकसान भी हो जाता है। मार्केट में दो तरह के लोग होते हैं Traders और Investors।

जो लोग ट्रेडिंग करते हैं उन्हें ट्रेडर कहते हैं और जो लोग Investing करते हैं उन्हें Investor कहते हैं। Trading में जल्दी-जल्दी शेयर्स खरीदा और बेचा जाता है। Investing में शेयर्स खरीदकर लम्बे समय तक होल्ड कर दिया जाता है। आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कि Trading और Investing क्या है ?, Trading और Investing में क्या अंतर है ? तो आइए जानते हैं Trading और Investing के बारें में-

Trading क्या है ?

Trading को हिन्दी में व्यापार कहते हैं, व्यापार यानि एक वस्तु का दूसरे के लिए आदान-प्रदान, जिसका मतलब किसी चीज को खरीदना और उसे बढ़े हुए दाम पर बेचना जिससे कि आपको लाभ हो सके। उसी प्रकार Stock market में शेयर को खरीदना और जैसे ही उस शेयर का दाम बढ़े उसे बेचकर लाभ प्राप्त करने को ही Stock market में ट्रेडिंग कहते हैं। ट्रेडिंग Short Term Profit के लिए किया जाता है।

जो लोग ट्रेडिंग करते हैं उसे ट्रेडर कहा जाता है। ट्रेडर स्टाक की Price की Movement से पैसा बनाने की कोशिश करते हैं। ट्रेडर अपने Analysis के लिए Technical Analysis का प्रयोग करते है। Technical Analysis में Price और Volume के चार्ट की स्टडी किया जाता है। चार्ट शेयर की Price और Volume के उतार-चढा़व को दिखाता है। चार्ट के जरिए शेयर की चाल का अनुमान लगाया जाता है।

ट्रेडिंग कितने तरह का होता है ?

1.Scalping Trading–

इस तरह के ट्रेडिंग में हम शेयर्स कुछ मिनट के लिए खरीदते हैं और जैसे ही Price थोड़ी सी बढ़ती है हम उसे बेचकर Profit कमा लेते हैं। इस तरह के ट्रेडिंग में जोखिम सबसे ज्यादा होता है। Example – अगर हम एक कम्पनी के 10,000 शेयर्स 100 रुपये की Price पर खरीदे और कुछ मिनट बाद जब शेयर्स की Price 100 रुपये से बढ़कर 150 रुपये हो जाए तो उसे बेचकर 5000 रुपये का लाभ कमा सकते हैं।

2.Intraday Trading –

ऐसे ट्रेड जिन्हें एक दिन के अंतराल या कुछ घंटों में ही पूरा कर लिया जाता है, Intraday Trading कहलाता है। जिसमें निवेशक शेयर्स खरीदता है और फिर शाम तक उसे बेच देता है । मार्केट में Intraday Trading करने का समय सुबह 9: 15 बजे से लेकर शाम 3:30 बजे तक का होता है।

Investing क्या है ?

Investing का अर्थ अपने पैसों को ऐसी जगह लगाना जिससे कि हमें भविष्य में लगाये हुए पैसों से अधिक पैसे मिल सके। जैसे यदि हम किसी कम्पनी के शेयर में 1 लाख रुपये निवेश करते हैं और भविष्य में हमारे निवेश शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? किये हुए पैसे का मूल्य बढ़कर 1 लाख 40 हजार हो जाता है तो 1 लाख के निवेश पर 40 हजार का लाभ प्राप्त हो जाता है।

निवेश में जोखिम कम है और सुरक्षा ज्यादा होता है। इसमें जितना रिस्क उतना ही फायदा होता है। यानि कम रिस्क में कम फायदा होता है और अधिक रिस्क पर अधिक फायदा होता है।

Investing में long term के लिए अथवा एक साल या एक साल से ज्यादा के लिए निवेश किया जाता है। जो लोग Investing करते हैं, उसे Investors कहते हैं। Investors अपने Analysis के लिए Fundamental Analysis का प्रयोग करते हैं। Fundamental Analysis में कम्पनी का फाइनेंशियल डाटा और कारोबार का विश्लेषण किया जाता है। इसमें कम्पनी के फाइनेंस, बैलेंस शीट, रेसियो, काम-काज, सेक्टर और मैनेजमेंट का स्टडी किया जाता है। Fundamental ज्ञान के जरिये किसी कम्पनी और शेयर के भविष्य को समझते हैं।

Equity और Commodity क्या होती है ? इनमें क्या अंतर है ?

What is The Deference Between Equity and Commodity in Hindi:- नमस्कार दोस्तों आज के इस लेख में हम इक्विटी और कमोडिटी के बारे में चर्चा करेंगे और जानेंगे कि इक्विटी क्या होती है ? कमोडिटी क्या होती है ? और इनके बीच में क्या अंतर होता है ?

अगर आप अक्सर इंटरनेट चलाते हैं और शेयर मार्केट से जुड़ी हुई जानकारियां पढ़ते हैं ? तो आपने Equity और Commodity शब्द को बहुत बार सुना होगा या पढ़ा होगा। लेकिन अगर आप इनके बारे में विस्तार से नहीं जानते हैं ? तो कोई बात नहीं। क्योंकि यहां पर हम आपको इक्विटी और कमोडिटी के बारे में काफी आसान शब्दों में बताने वाले हैं। इसलिए इस लेख को पढ़ने के बाद इक्विटी और कमोडिटी से संबंधित आपके मन में जितने भी सवाल है वह सभी क्लियर हो जाएंगे।

इक्विटी क्या होती है ? What is Equity in Hindi ?

आपको यह तो पता ही होगा कि शेयर मार्केट क्या होता है ? अगर आपको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नही है, तब भी आप ये तो जानते ही होंगे कि शेयर मार्केट एक शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? ऐसा बाजार है जहां पर हम हमारे देश की बड़ी-बड़ी कंपनियों के शेयर खरीद सकते हैं और बाद में जब चाहे तब वापस बेच बेच सकते हैं। तो बस इसी को इक्विटी कहते हैं।

अगर आप शेयर मार्केट के बारे में विस्तार से जानना चाहते हैं तो इस पर हमने एक आर्टिकल लिखा है। आप वह पढ़ सकते हैं।

लेकिन फिलहाल यहां पर हम इक्विटी के बारे में चर्चा कर रहे हैं। तो इक्विटी को हम कुछ इस प्रकार से समझ सकते हैं कि शेयर मार्केट में कंपनियों शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? के शेयर्स को खरीदने और बेचने को ही इक्विटी कहते हैं। आपको बता दे कि भारत मे NSE और BSE मुख्यरूप से यही दो स्टॉक एक्सचेंज प्लेटफार्म है, जिनके द्वारा आप स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों के शेयर खरीद और बेच सकते है।

कमोडिटी क्या होती है ? What is Commodity in Hindi ?

जिस प्रकार से इक्विटी में कंपनियों के शेयर को खरीदा और बेचा जाता है शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? ठीक उसी प्रकार से कमोडिटी में Raw Material, Gold, Silver, Natural Gas, Crude Oil आदि को खरीदा और बेचा जाता है। हालांकि इसमें फिजिकल मटेरियल की खरीदी और बिक्री नहीं होती है बल्कि इसके स्थान इन मैटेरियल्स के कॉन्ट्रैक्ट तैयार किए जाते हैं, जिनकी एक्सपायरी भी होती है। आपको बता दे कि कमोडिटी में आप इक्विटी की तरह सिर्फ एक शेयर नही खरीद सकते है, इसमे आपको कम से कम एक लॉट खरीदना पड़ता है। एक लॉट में कितने भी शेयर हो सकते हैं। यह इस पर डिपेंड करता है कि आप कौनसे मटेरियल का लॉट खरीद रहे हैं।

चलिए इसको एक उदाहरण से समझते हैं। जैसे कि मान लीजिए आप Gold का एक लॉट खरीदना चाहते हैं। किंतु गोल्ड के एक लॉट में 100 शेयर्स हैं, और एक शेयर की कीमत ₹50 है, तो अभी अगर आप गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो आपको कम से कम एक लॉट यानी की 100 शेयर्स एक साथ खरीदने पड़ेंगे। आप इससे कम शेयर नहीं खरीद सकते है। इसके अलावा अगर आप को इससे ज्यादा शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? शेयर खरीदने हैं तो आपको दो लॉट यानी कि 200 शेयर खरीदने पड़ेंगे। आपको बता दे कि सभी कमोडिटी मटेरियल की लॉट साइज अलग-अलग होती है।

Equity और Commodity में क्या अंतर है ?

ऊपर हम आपको इन दोनों के बारे में विस्तार से बता शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? चुके हैं। लेकिन फिर भी अगर हम संक्षिप्त में इनके बीच का अंतर जाने, तो हम इसको कुछ इस प्रकार से समझ सकते हैं कि इक्विटी में हम किसी भी कंपनी के जितने चाहे उतने से शेयर खरीद सकते हैं। शेयर खरीदने के बाद हम उस कंपनी के उतने शेयर्स के मालिक बन जाते हैं। इसके बाद जब उन शेयर्स की कीमत बढ़ जाये या जब हमारा मन करे तब हम उन शेयर्स को वापस बेच सकते हैं।

वहीं अगर हम कमोडिटी की बात करें तो इसमें हमें कम से कम एक लॉट खरीदना पड़ता है। जिसकी एक निश्चित एक्सपायरी होती है। उस एक्सपायरी से पहले पहले ही हमें उस लॉट को खरीदना और बेचना होता है। हम आपको बताना चाहेंगे कि कमोडिटी में वोलैटिलिटी बहुत ज्यादा होती है। यानी कि इसमें रिस्क ज्यादा होता है, वही इक्विटी में रिस्क कम होता है।

आप किसी भी ब्रोकर के यहां अपना अकाउंट खुलवा कर इन दोनों में ट्रेडिंग कर सकते हैं।

काम की खबर: नजारा का IPO तो खुला, लेकिन जानिए कैसे करें IPO में निवेश, डीमैट अकाउंट है जरूरी

हमारे देश में बचत के पैसे लगाने यानी निवेश करने के कई तरीके हैं। इन्ही में से एक है 'इनीशियल पब्लिक ऑफर' यानि IPO। निवेश का ये तरीका आज कल ट्रेंड में है। अगर आप भी IPO में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं या करना चाहते हैं तो सबसे पहले ये समझ लीजिए कि IPO क्या होता है? दरअसल, जब कोई कंपनी अपने स्टॉक या शेयर्स छोटे-बड़े निवेशकों के लिए जारी करती है तो उसका जरिया IPO होता है। इसके बाद कंपनी शेयर बाजार में लिस्ट होती है।

IPO होता क्या है?
जब कोई कंपनी पहली बार अपनी कंपनी के शेयर्स को लोगों को ऑफर करती है तो इसे IPO कहते हैं। कंपनियों द्वारा ये IPO इसलिए जारी किया जाता है जिससे वह शेयर बाजार में आ सके। शेयर बाजार में उतरने के बाद कंपनी के शेयरों की खरीदारी और बिकवाली शेयर बाजार में हो सकेगी। यदि एक बार कंपनी के शेयरों की ट्रेडिंग की इजाजत मिल जाए तो फिर इन्हें खरीदा और बेचा जा सकता है। इसके बाद शेयर को खरीदने और बेचने से होने वाले फायदे और नुकसान में भागीदारी निवेशकों की होती है।

शेयर बाजार में कैसे निवेश करें

शेयर बाजार में कैसे निवेश करें

एंजल ब्रोकिंग शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? में इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें लॉन्ग पोजीशन दर्शाती है कि मार्केट में आपके दृष्टिकोण के हिसाब से तेजी है। अपने विश्लेषण करने के बाद यदि आपको लगता है कि मार्केट मौजूदा पोजीशन से ऊपर जाएगी तो आपको निफ़्टी, बैंक निफ़्टी या सेंसेक्स या स्टॉक खरीदने चाहिए।

आइए इसको एक उदाहरण के साथ समझे मान लीजिए निफ़्टी 13500 पर है और आप यह सोचते हैं कि यह अभी और ऊपर जाएगा। इस परिदृश्य में आप निफ्टी या अपनी पसंद का स्टॉक खरीदेंगे।

शेयर मार्केट की खुलने – बंद होने शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? की समय :-

Share Market एक निर्धारित समय पे खुलता और बंद होता है | सोमवार से शुक्रवार 9:15 am – 3:30 pm

आज के दौर में लोग ज्यादा पैसे कामना चाहते है, जिससे वो अपनी जिंदगी को और बेहतर तरीके से व्यतीत कर पाए , और इसमें गलत भी क्या है ? हम, आप , हर कोई पैसे कमाने के लिया न जाने क्या क्या करता है |

ओवरटाइम / पार्ट – टाइम , online jobs for earning , बिज़नेस , टूशन पढ़ाना आदि | लेकिन जब बात पैसे कमाने की हो तो हर कोई जल्द से जल्द अमीर बनना चाह रहे है |

Stock Market कैसे सीखे

ऐसे में अगर कुछ दिखाई देता है, तो वो है Share Market | पैसे कमाना आसान है लेकिन उसे invest करना उससे भी जरुरी है |

दोनों कार्यो में शेयर मार्केट ही दिखाई देता है | शेयर मार्केट में बहुत सारे लोग अमीर बनते है और बहुत से गरीब , लेकिन इस मंच (Sadharan Investor) की ये खासियत है ।

शेयर मार्केट से पैसे कैसे कमाते है:- How to Earn money

जब किसी कंपनी के शेयर का दाम काम होता है, तो खरीद ले और जब उसकी कीमत बढ़ जाती है तो बेच देते है | इस प्रक्रिया को करने में जो प्रौफिट होता है उसे profit earning कहते है | आइये इसे हम नीचे दिए हुए उदाहरण से समझते है |

उदाहरण :-

एक कंपनी है ” Sadharan Investor ” जिसकी शेयर बाजार में एक शेयर की कीमत है 100 रुपये |

आपने साधारण इन्वेस्टर की 10 शेयर्स खरीद लिए|

आपकी लागत हुई -> 10* 100= 1000 रुपये

और जब Sadharan Investor के शेयर की कीमत बढ़ कर 120 हो गयी तो आपने बेच दिया|

(Share market kya hota Hai in hindi )

शेयर बेचने की कीमत आपको मिली -> 120/ शेयर

कुल शेयर = 10 कुल बेचने की कीमत – 10 * 120= 1200 रुपये

आपकी लागत = 1000 रुपये बेचा आपने = 1200 रुपये

मुनाफा = 1200 – 1000 = 200 रुपये

मात्र 100 रुपये लगा कर आप 200 रुपये कमा लिए | जो की 20% है , जबकि बैंक में हमें 7% से भी काम के दर पर इंटरेस्ट मिलता है |

यह देखकर आप सोच रहे होंगे की यह बहुत आसान है, लेकिन नहीं इतना ही आसान होता तो हर कोई अमीर बन जाता , लेकिन ऐसा नहीं है अगर देखा जाए तो 100 में से 90 आदमी शेयर बाजार में आकर शुरु में ही पैसा गँवा देते है |

सावधानियां :-

sAVDHANIYA

  • किसी से टिप न ले |
  • उतना पैसा ही मार्किट में लगाइए जिससे आपके जीविका में खास अंतर ना आये |
  • उधार लेके इन्वेस्ट न करे |
  • शेयर मार्किट को समझे फिर इन्वेस्टमेंट करे |
  • अच्छे ब्रोकर्स के पास अपना खाता शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? खोले |

(Share market kya hota Hai in hindi ) जानने के सिलसिले में हमने शेयर मार्केट क्या है समझ लिया |

आखिरी में ये कहना चाहूंगा की अगर आप नियम से शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं ।

मतलब सोच समझ कर तो शेयर शेयर्स को कैसे खरीदा और बेचा जाता है? मार्केट में पैसा कामना आसान हैं|

लेकिन लोग गलती ये करते हैं की जल्दी पैसे कमाने के चक्कर में सब पूंजी खो देते हैं|

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