बढ़ा ट्रेडिंग वॉल्यूम

नो ट्रिक्स, ओनली ट्रीट्स। 215,000 USDT हैलोवीन रिवॉर्ड्स शेयर करने के लिए कैंडीज कलेक्ट करें
हैलोवीन का जश्न मनाने और हमारे उपयोगकर्ताओं के महान समर्थन का धन्यवाद करने के लिए, AscendEX एक स्पेशल इवेंट “215,000 USDT हैलोवीन रिवॉर्ड्स शेयर करने के लिए कैंडीज कलेक्ट करें” शुरू करेगा। नो ट्रिक्स, ओनली ट्रीट्स! हमारे इवेंट में अभी शामिल हों।
इवेंट की अवधि: 28 अक्टूबर, 12:00 a.m. – 7 नवंबर, 12:00 a.m. (UTC)
कैसे पार्टिसिपेट करें (रजिस्टर करने के लिए क्लिक करें) : उपयोगकर्ता कई लोगों के साथ या एक व्यक्ति के साथ एक टीम बनाकर पार्टिसिपेट कर सकते हैं।
इवेंट एक: 200,000 USDT तक जीतने के लिए टीमों के साथ कैंडीज कलेक्ट करें
पार्टिसिपेट करने वाली टीमें इवेंट की अवधि में अपने ट्रेडिंग वॉल्यूम और पॉपुलैरिटी के साथ कैंडीज कलेक्ट कर सकती हैं। टोटल प्राइज पूल को विभाजित करने के योग्य होने के लिए सभी टीमों को उनकी कैंडी की मात्रा के आधार पर अवरोही क्रम में रैंक किया जाएगा। प्राइज पूल की साइज विजेता टीम के मेंबर्स की मान्य संख्या से निर्धारित होती है। टीम के जितने ज्यादा मेंबर्स होंगे, टीम उतना ही बड़ा प्राइज पूल शेयर करेगी। सबसे बड़ा प्राइज पूल 200,000 USDT पर सेट है।
प्रतिभागियों
की संख्या
कैंडी कलेक्ट करने में टॉप की 10 टीमों
के लिए रिवॉर्ड (USDT)
टीमों के लिए टोटल
प्राइज पूल (USDT)
पहला स्थान
दूसरा स्थान
तीसरा स्थान
चौथा-दसवाँ स्थान
इवेंट दो: बूस्टेड रिवॉर्ड्स अर्जित करें
प्राइज
विजेताओं
की संख्या
पार्टिसिपेशन
की रिक्वायरमेंट
रिवॉर्ड
10 या ज्यादा मेंबर्स वाली टीम
प्रति विजेता 50 USDTR
(1 नवंबर को लकी ड्रॉ)
MVP ट्रेडर्स प्राइज
ट्रेडिंग वॉल्यूम रैंकिंग
में टॉप 50 ट्रेडर्स
प्रति विजेता $200 हैलोवीन गिफ्ट पैक
(100USDTR+$100 प्वाइंट कार्ड)
नया उपयोगकर्ता प्राइज
पहले 500 रजिस्टर्ड टीम मेंबर्स
प्रति विजेता 5 USDT+5 USDTR
नियम एवं शर्तें:
1. टीम की कैंडी की मात्रा = टीम की ट्रेडिंग का वॉल्यूम + पॉपुलैरिटी
टीमें कैश ट्रेडिंग, मार्जिन ट्रेडिंग और फ्यूचर्स ट्रेडिंग द्वारा अपने ट्रेडिंग वॉल्यूम को बढ़ा सकती हैं और इवेंट के दौरान ज्यादा मेंबर्स को अपनी टीमों को रेफर करके अपनी पॉपुलैरिटी बढ़ा सकती हैं।
आपकी टीम जितने ज्यादा ट्रेड करेगी, आपकी टीम को उतना ही ज्यादा ट्रेडिंग वॉल्यूम मिलेगा। अपनी टीम में ज्यादा ट्रेडर्स को रेफर करके ज्यादा पॉपुलैरिटी प्राप्त करें।
कैंडी कैसे प्राप्त करें
चैलेंज
रिक्वायरमेंट
कैंडी
टीम के ट्रेडिंग वॉल्यूम में 1,000 USDT की हर एक वृद्धि
मार्जिन ट्रेडिंग या फ्यूचर्स ट्रेडिंग
टीम के ट्रेडिंग वॉल्यूम में 5,000 USDT की हर एक वृद्धि
अपनी टीम में शामिल होने के
लिए मान्य दोस्तों को रेफर करें
(≥500 USDT का ट्रेडिंग वॉल्यूम)
आमंत्रित किया गया हर एक 1 मौजूदा उपयोगकर्ता
आमंत्रित किया गया हर एक 1 नया उपयोगकर्ता
2. इवेंट के ट्रेडिंग वॉल्यूम (बाय + सेल) में कैश ट्रेड्स, मार्जिन ट्रेड्स, लेवरेज्ड टोकन्स ट्रेड्स और फ्यूचर्स ट्रेड्स का वॉल्यूम शामिल है।
3. टीम रिवॉर्ड वितरण: टीम लीडर टीम के टोटल रिवॉर्ड्स का 30% अर्जित करेगा। टीम के मेंबर्स शेष रिवॉर्ड्स को अपने ट्रेडिंग वॉल्यूम के अनुपात में शेयर करेंगे। अगर टीम में 1 टीम लीडर होता है और टीम का कोई मेंबर नहीं होता है, तो टीम लीडर टीम के कुल रिवॉर्ड्स जीतेगा।
4. टॉप 10 टीमों को रिवॉर्ड्स जीतने के योग्य होने के लिए टीम के ट्रेडिंग वॉल्यूम में कम से कम 300 पॉइंट्स प्राप्त करने की जरूरत है।
5. एक टीम के लिए एक मान्य रेफरल वह प्रतिभागी होता है जो ≥500 USDT के ट्रेडिंग वॉल्यूम तक पहुंचता है। टीम के मान्य मेंबर्स संबंधित प्राइज पूल शेयर कर सकते हैं।
6. नए उपयोगकर्ता प्राइज विजेताओं को ≥500 USDT के संचयी ट्रेडिंग वॉल्यूम तक पहुंचने की जरूरत है।
7. इस इवेंट में भाग लेने के लिए सब-अकाउंट्स का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। सब-अकाउंट्स के ट्रेडिंग वॉल्यूम को उनके मास्टर अकाउंट में गिना जाएगा।
8. इवेंट रिवॉर्ड्स - फ्यूचर्स बोनस क्रेडिट्स - 14 दिनों के लिए वैध हैं।, फ्यूचर्स बोनस क्रेडिट का इस्तेमाल फ्यूचर्स ट्रेड करने और ट्रेडिंग फीस काटने के लिए किया जा सकता है। फ्यूचर्स बोनस क्रेडिट्स (USDTR) पर नियम और शर्तों के बारे में ज्यादा जानें
9. इवेंट के रिवॉर्ड्स इवेंट समाप्त होने के 14 दिनों के अंदर विजेताओं के अकाउंट्स में दिखाई देंगे।
AscendEX के नियमों का उल्लंघन करते हुए पाये जाने पर जैसे कि डुप्लिकेट या झूठे अकाउंट्स का इस्तेमाल, किसी भी प्रतिभागी को एक्टिविटीज से हटा दिया जाएगा। AscendEX इन नियमों और शर्तों की व्याख्या और समायोजन करने का अंतिम अधिकार सुरक्षित रखता है।
मीम क्रिप्टोकरेंसी Dogecoin, Shiba Inu का ट्रेडिंग वॉल्यूम पहुंचा 60 करोड़ डॉलर के पार
Dogecoin को भले ही वैल्यू में 50 प्रतिशत का लाभ हुआ लेकिन इतनी बढ़त इसको इसके ऑल टाइम हाई के करीब ले जाने के लिए काफी नहीं है, जब नवंबर 2021 में यह अपने उच्चतम स्तर पर ट्रेड कर रहा था
पिछले कुछ दिनों में मीम क्रिप्टोकरेंसी के ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है
खास बातें
- शिबा इनु में 33 करोड़ डॉलर (लगभग 26 अरब रुपये) की ट्रेडिंग हुई
- शिबा इनु में 33 करोड़ डॉलर (लगभग 26 अरब रुपये) की ट्रेडिंग हुई
- डॉजकॉइन जून में सबसे फायदेमंद एसेट के रूप में साबित हुआ
मीम क्रिप्टोकरेंसी Dogecoin, Shiba Inu का ट्रेडिंग वॉल्यूम Crypto मार्केट की मंदी के बावजूद बढ़ा है. भले ही मार्केट में इनफ्लो बहुत कम हो गया है और निवेशक मार्केट में निवेश करने से दूरी बनाते जा रहे हैं. ऐसे में निवेशक बड़े किप्टो कॉइन्स जैसे बिटकॉइन और इथेरियम में ट्रांजैक्शन करने से बच रहे हैं और दूसरे पॉपुलर कॉइन्स जैसे डॉजकॉइन और शिबा में ट्रेडिंग कर रहे हैं. पिछले कुछ दिनों में दोनों ही मीम क्रिप्टोकरेंसी के ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है.
मीम क्रिप्टोकरेंसी पॉपुलर होने के साथ ही सस्ती भी है. इसलिए निवेशक कम जोखिम वाले एसेट्स में ट्रेडिंग कर रहे हैं. Coin98 insights के आंकड़े बताते हैं कि पिछले 24 घंटों में 60 करोड़ डॉलर (लगभग 47 अरब रुपये) के डॉजकॉइन और शिबा इनु टोकनों का ट्रांजैक्शन किया गया है. मीम क्रिप्टोकरेंसी में शिबा इनु और डॉजकॉइन के अलावा 8 अन्य टोकन भी हैं लेकिन उन सबका कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम केवल 2 करोड़ डॉलर का ही है.
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60 करोड़ डॉलर के शिबा और डॉजकॉइन में से Shiba Inu का ट्रेडिंग वॉल्यूम ज्यादा है. शिबा इनु में 33 करोड़ डॉलर (लगभग 26 अरब रुपये) की ट्रेडिंग हुई है, जबकि डॉजकॉइन में 27 करोड़ डॉलर (लगभग 21 अरब रुपये) की ट्रेडिंग हुई है. मार्केट परफॉर्मेंस की बात करें तो डॉजकॉइन जून में सबसे फायदेमंद एसेट के रूप में साबित हुआ है. इसकी वैल्यू में 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है, जबकि क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में लगातार गिरावट जारी है.
Dogecoin को भले ही वैल्यू में 50 प्रतिशत का लाभ हुआ लेकिन इतनी बढ़त इसको इसके ऑल टाइम हाई के करीब ले जाने के लिए काफी नहीं है, जब नवंबर 2021 में यह अपने उच्चतम स्तर पर ट्रेड कर रहा था. Shiba Inu का संघर्ष डॉजकॉइन से ज्यादा है. इसकी वैल्यू में 30 प्रतिशत का इजाफा हुआ है लेकिन अपने ऑल टाइम हाई से अभी यह मीम क्रिप्टोकरेंसी काफी पीछे है. फिलहाल यह कहा जा सकता है, क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में चल रही गिरावट के बीच निवेशक मीम क्रिप्टोकरेंसी पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं. बिटकॉइन और इथेरियम जैसे बड़े कॉइन्स स्टॉक मार्केट की चाल से अधिक प्रभावित होते हैं, इसलिए निवेशक बड़े कॉइन्स में इनवेस्ट और ट्रेड करने से बच रहे हैं.
डीमैट खातों की संख्या 10 करोड़ के पार, बढ़ा ट्रेडिंग वॉल्यूम
कैश सेगमेंट (NSE और BSE दोनों के बढ़ा ट्रेडिंग वॉल्यूम लिए) में औसत दैनिक कारोबार (ADTV) सितंबर महीने में 66,914 करोड़ रुपये रहा, जो मासिक आधार पर 4.3 प्रतिशत और जून के स्तर से 41 प्रतिशत ऊपर था। मगर कैश सेगमेंट के लिए ADTV अप्रैल के 73,245 करोड़ रुपये के मुकाबले 8 प्रतिशत कम है।
जबकि ऑप्शन सेगमेंट की मदद से डेरिवेटिव्स सेगमेंट ने ट्रेडिंग में अबतक का सबसे उच्च स्तर दर्ज किया। फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) सेगमेंट (NSE और BSE दोनों के लिए संयुक्त बढ़ा ट्रेडिंग वॉल्यूम रुप से ADTV सितंबर में 15.3 लाख करोड़ (नोशनल टर्नओवर) रहा, जो मासिक आधार पर सितंबर में 12 प्रतिशत ऊपर रहा और जून के स्तर से 37 प्रतिशत ऊपर था।
उद्योग से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि जून के निचले स्तर से बाजार में तेज उछाल के बाद retail traders एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं।
अगस्त में देश का डीमैट खाता पहली बार 10 करोड़ तक पहुंच गया, जिसमें 22 लाख से अधिक नए खाते चार महीनों में सबसे अधिक जुड़ गए। सितंबर में और 21.1 लाख खाते जोड़े गए, जिससे कुल खातों की संख्या 10.261 करोड़ हो गई। इक्विनोमिक्स के संस्थापक जी चोकालिंगम कहते हैं, 'उतार-चढ़ाव के बावजूद सितंबर में लाखों नए निवेशक आए और वे आक्रामक रूप से (खासकर स्मॉल और मिड कैप स्पेस में) पोजीशन ले रहे थे। भले ही सूचकांक ने सितंबर में नकारात्मक रिटर्न दिया लेकिन अग्रिम गिरावट अप्रभावित रही। अक्टूबर और नवंबर में वॉल्यूम में काफी सुधार होगा। अमेरिका में दरों में बढ़ोतरी चरम पर होने की संभावना है। तेल और जिंसों की कीमतें कम हो रही हैं और मुद्रास्फीति में कमी आने की संभावना है।'
सितंबर में फेडरल रिजर्व के आक्रामक मौद्रिक रुख से अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी में उछाल के कारण बाजारों में अस्थिरता देखी गई। निफ्टी 50 इंडेक्स 3.74 फीसदी, निफ्टी मिडकैप 100 में 2.6 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 1.9 फीसदी गिरे। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) का प्रवाह भी तीन महीने में पहली बार नकारात्मक रहा। उन्होंने सितंबर में करीब 13,000 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
मगर घरेलू बाजार में गिरावट वैश्विक प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कम थी। उदाहरण के लिए अमेरिका का डाउ जोंस इंडेक्स पिछले महीने 9 फीसदी गिरा था। हालांकि सप्ताह के पहले दो दिनों में इसमें 5.5 फीसदी के उछाल के साथ तेजी देखी गई है। अमेरिका में धारणा में बदलाव से घरेलू इक्विटी और ट्रेडिंग वॉल्यूम को भी समर्थन मिलने की उम्मीद है।
येश सिक्योरिटीज के सीईओ ई प्रशांत प्रभाकरन कहते हैं, सुधार के के बावजूद, जब तक समग्र रूप से तेजी की संभावना है, तब तक हम भागीदारी की वापसी देखेंगे। भारतीय रिटेल के लिए ट्रेडिंग हमेशा तेजी की तरफ रही है।'
भारत में बढ़ा क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज, WazirX पर ट्रेडिंग वॉल्यूम एक साल में 18 गुना से ज्यादा बढ़ा
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX का ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 43 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है.वहीं यूजर बेस बढ़त के साथ 1 करोड़ हो गया है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा
Updated on: Dec 16, 2021 | 4:29 PM
क्रिप्टोकरंसी के ऊंचे रिटर्न को देखते हुए अब भारत में भी इसका क्रेज बढ़ने लगा है. देश के सबसे बड़े क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX ने जानकारी दी है कि एक्सचेंज के जरिये ट्रेडिंग वॉल्यूम एक साल में 18 गुना से ज्यादा बढ़ गया है. इसके साथ ही एक्सचेंज पर यूजर साइनअप में तेज उछाल देखने को मिला है और यूजर बेस बढ़ कर 1 करोड़ तक पहुंच गया है.
1735 प्रतिशत बढ़ा ट्रेडिंग वॉल्यूम
खबरों के मुताबिक WazirX का ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़कर 43 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंच गया है.यानि साल भर के दौरान एक्सचेंज के जरिये इतनी मूल्य के खरीद और बिक्री के सौदे किये गये. 2020 के मुकाबले यह 1735 प्रतिशत की ग्रोथ है. एक्सचेंज पर सबसे ज्यादा सौदे बिटक्वाइन में किये गये. इसके साथ ही टीथर (यूएसडीटी), शिबा, डॉजक्वाइन, वजीरएक्स टोकन, मेटिक में भी बड़ी संख्या में सौदे किये जा रहे हैं.
क्या है WazirX
जिस तरफ शेयर में कारोबार करने के लिये स्टॉक एक्सचेंज की जरूरत होती है वैसे ही क्रिप्टोकरंसी को खरीदने या बेचने के लिये क्रिप्टो एक्सचेंज की जरूरत होती हैं. यहां ग्राहक को डिजिटल क्रिप्टो वॉलेट की सुविधा दी जाती है. जिसकी मदद से ग्राहक क्रिप्टो करेंसी को खरीद या बेच सकते हैं. वजीरएक्स ऐसा ही एक क्रिप्टो एक्सचेंज है.
कैसे खरीद सकते हैं क्रिप्टोकरंसी
क्रिप्टोकरंसी को खरीदने के लिये निवेशक को किसी भरोसेमंद एक्सचेंज का एप डाउनलोड करना होगा या फिर एक्सचेंज बढ़ा ट्रेडिंग वॉल्यूम की ऑफिशियल वेबसाइट पर पहुंचना होगा. एप या वेबसाइट की मदद से आपको डिजिटल क्रिप्टो वॉलेट बनाना होगा जिसके साथ आपको यूनिक वॉलेट आईडी मिलेगी. बैंक अकाउंट की ही तरफ आपको अपना केवाईसी पूरा करना होगा. जिसमें आपके आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि जानकारियां ली जायेंगी. केवाईसी पूरा करने के साथ आपका क्रिप्टो अकाउंट बन जायेगा और आप उसमें रकम ट्रांसफर कर सकते हैं. इसके बाद एक्सचेंज द्वारा लेन देन के लिये ऑफर की जा रही क्रिप्टोकरंसी को खरीद सकते हैं इसके लिये भुगतान एनईएफटी, डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड के जरिये किया जा सकता है.
क्रिप्टोकरंसी के साथ क्या है जोखिम
क्रिप्टोकरंसी की सबसे बड़ी खासियत ही इसका सबसे बड़ा जोखिम है. दरअसल क्रिप्टो की लेन देन में भुगतान करने वाला या भुगतान पाने वाले के अलावा कोई तीसरा नहीं होता है. ऐसे में किसी भी तरह के मध्यस्थता की संभावना खत्म हो जाती है. ऐसे में लेन देन में किसी भी गलती का बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है. वहीं किसी नियामक के न होने की वजह से दुनिया भर की सरकारों की तरफ से क्रिप्टो को लेकर कदमों के प्रति बढ़ा ट्रेडिंग वॉल्यूम अनिश्चितता बनी हुई है. इन सब वजहों से क्रिप्टो कंरसी की कीमतों में बेहद तेज उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. कई बार किसी मशहूर शख्स जैसे एलन मस्क का क्रिप्टो को लेकर एक ट्वीट भी लोगों को मोटा फायदा या तगड़ा नुकसान कराने के लिये काफी है.
नए मार्जिन नियमों के बावजूद मजबूत रहेगा ट्रेडिंग वॉल्यूम
सेबी ने 1 दिसंबर से मार्जिन के नए नियम लागू किए थे, मगर इस महीने कैश और वायदा बाजार, दोनों ही सेगमेंट के वॉल्यूम में इसका असर काफी कम ही नजर आया.
दिसंबर में डेरिवेटिव सेगमेंट के औसत दैनिक वॉल्यूम रिकॉर्ड 32.15 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गए. कैश सेगमेंट में यह नवंबर से महज तीन फीसदी कम 68,000 करोड़ रुपये प्रति दिन रहा.
ये वॉल्यूम दर्शाते हैं कि भारतीय रिटेल निवेशकों के लिए लिक्विडिटी बड़ी समस्या नहीं है. बाजार के वॉल्यूम में बड़ी गिरावट की उम्मीद नहीं है क्योंकि बाजार ने जोरदार तेजी दिखाई है, जबकि ग्राहक शेयर गिरवी रख कर मार्जिन बढ़ा रहे हैं. इससे प्रक्रिया सरल बन रही है.
ब्रोकरेज फर्म 5पैसा कैपिटल के सीईओ प्रकाश गगदानी ने कहा, "अभी तक बाजार के वॉल्यूम पर बहुत अधिक असर नहीं पड़ा है, मगर अगले साल मई तक यह 15-20 फीसदी तक लुढ़क सकता है, जब ग्राहकों को 75 फीसदी मार्जिन चुकाना होगा."
उन्होंने कहा, "नए निवेशक अच्छी संख्या में मार्जिन लेकर आ रहे हैं और आने वाले महीनों में कारोबारी अधिक शेयर गिरवी रख कर मार्जिन की प्रक्रिया को पूरा करेंगे." सेबी ने इस साल मार्जिन और शेयरों को गिरवी रखने के लिए कई नए नियम पेश किए थे, मगर बाजार के वॉल्यूम पर इनका अधिक असर नहीं दिखा.
दिसंबर में कैश मार्केट का वॉल्यूम अक्टूबर की तुलना में 24 फीसदी अधिक और जून की तुलना में 4 फीसदी से अधिक रहा. बीएसई और एनएसई पर वायदा बाजार का टर्नओवर अक्टूबर और नवंबर की तुलना में क्रमश: 3 फीसदी और 12 फीसदी अधिक रहा.
नई प्रणाली चार चरण में लागू होगी. पहला चरण 1 दिसंबर से शुरू हुआ था, जिसमें कारोबारियों को 25 फीसदी अपफ्रंट मार्जिन रखना था. 1 मार्च से 50 फीसदी मार्जिन और 1 जून से मार्जिन को 75 फीसदी तक पहुंचाना होगा. 1 सितंबर से कारोबारियों को 100 फीसदी तक मार्जिन रखना होगा.
एक्सिस कैपिटल के सीईओ के बी गोपकुमार ने कहा, "सेबी के नए नियमों ने कुल वॉल्यूम को प्रभावित नहीं किया है, मगर इंट्राडे ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट आई है. इसी के साथ डिलीवरी आधारित टर्नओवर तेजी से बढ़ा है. अस्थिरता के चलते वायदा बाजार का वॉल्यूम बहुत अधिक नहीं गिरा है."
इस साल सितंबर में सेबी ने मार्जिन और शेयर गिरवी रखने के नए निमय पेश किए थे, जिसमें निवेशकों को कारोबार करने के लिए शेयर जमा करने थे. इसके लिए उन्हें अपने खाते के कुछ शेयरों को डिपोजिटरीज- सीडीएसएल और एनएसडीएल- के पास गिरवी रखना होगा.
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