एक ट्रेडिंग रोबोट

क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है?

क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है?

Rupee Fall Impact: एक डॉलर के मुकाबले 85 के लेवल तक रुपये के गिरने के आसार, जानें क्या होगा असर

Rupee - Dollar Update: इस साल के शुरुआत में भारत के पास 640 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार था. जिसमें 100 अरब डॉलर से ज्यादा की कमी आ गई है. और अब 532 अरब डॉलर रह गया है.

By: ABP Live | Updated at : 11 Oct 2022 02:18 PM (IST)

Edited By: manishkumar

Rupee Fall Impact: डॉलर के मुकाबले रुपया हर दिन गिरावट का नया रिकॉर्ड बना रहा है. मंगलवार 11 अक्टूबर, 2022 को एक डॉलर के मुकाबले 82.42 के स्तर पर रुपया जा लुढ़का. पर भारत की मुश्किलें यही खत्म नहीं होने वाली. क्योंकि माना जा रहा है कि रुपया 84 से 85 के लेवल तक गिर सकता है. एलारा ग्लोबल रिसर्च ( Elara Global Reserach) के रिपोर्ट के मुताबिक कच्चे तेल के दामों में उछाल, बढ़ता व्यापार घाटा, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी के चलते रुपये में और कमी आ सकती है.

सोमवार को पहली बार रुपया 82.68 तक जा गिरा था जिसके बाद एलारा ग्लोबल रिसर्च ने ये रिपोर्ट जारी किया. एलारा की इकोनॉमिस्ट गरिमा कपूर ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्त मॉनिटरी पॉलिसी और ब्याज दरों में बढ़ोतरी का खामियाजा रुपये को उठाना पड़ा है. उन्होंने कहा कि व्यापार घाटे में बढ़ोतरी और कच्चे तेल के दामों में उछाल मुश्किलें बढ़ा रहा है. साथ ही उन्होंने आशंका जाहिर किया कि दिसंबर के आखिर तक रुपया एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिरकर 83.50 रुपये और मार्च 2023 तक 83 से 85 के लेवल तक आ सकता है. अमेरिका के जॉब डाटा के सामने आने के बाद रुपया एक डॉलर के मुकाबले अपने सबसे निचले स्तर 82.68 के स्तर तक जा गिरा था.

अब सवाल उठता है कि गिरते रुपये का देश के विदेशी मुद्रा भंडार, व्यापार घाटा, चालू खाते का घाटा, तेल के इंपोर्ट बिल पर क्या असर पड़ेगा.

विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट - देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट देखी जा रही है. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) 532.66 अरब डॉलर पर आ गया है. जो पिछले 2 सालों में सबसे कम है. दरअसल रुपये में गिरावट को थामने के लिए आरबीआई को बार बार डॉलर बेचना पड़ रहा है जिसके चलते विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट आई है.

News Reels

Current Account Deficit - वैश्विक कारणों के चलते कमोडिटी प्राइसेज में उछाल और डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी के चलते इंपोर्ट महंगा हो चला है जिसका असर चालू खाते का घाटा (Current Account Deficit) के आंकड़े पर पड़ा है. मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही अप्रैल से जून में चालू खाते का घाटा बढ़कर 23.9 अरब डॉलर पर जा पहुंचा है जो कि जीडीपी का 2.8 फीसदी है. जबकि जनवरी से मार्च तिमाही के दौरान चालू खाते का घाटा 13.4 अरब डॉलर था जो कि जीडीपी का 1.5 फीसदी है. जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में करंट अकाउंट डेफिसिट सरप्लस में 6.6 अरब डॉलर रहा था.

आरबीआई का मानना है कि 2022-23 में करंट अकाउंट डेफिसिट जीडीपी का 3 फीसदी रहने का अनुमान है जो इसके पहले वित्त वर्ष में जीडीपी का 1.2 फीसदी रहा था. सरकार के सामने बड़ी चुनौती है कि करंट अकाउंट डेफिसिट किसी भी हाल में 3 फीसदी के ऊपर ना जाए.

महंगे कच्चे तेल से बढ़ी मुश्किलें - रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद से ही कच्चा तेल के दामों में उबाल है. कच्चा तेल 129 डॉलर प्रति बैरल तक जा पहुंचा जो फिलहाल 97 डॉलर प्रति बैरल के करीब कारोबार कर रहा है. कच्चे तेल के दामों में उछाल और साथ में रुपये की कमजोरी और डॉलर की मजबूती के चलते भारत की तेल कंपनियों के इंपोर्ट करने के लिए ज्यादा कीमत का भुगतान करना पड़ रहा है. भारत अपने खपत का 80 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है. कच्चे तेल के दामों में उबाल से चालू खाते का घाटा बढ़ सकता है. इससे ना केवल महंगाई बढ़ेगी बल्कि ज्यादा कीमत चुकाने के चलते विदेशी मुद्रा भंडार घटेगा.

आपको बता दें इस साल के शुरुआत में भारत के पास 640 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार था. जिसमें 100 अरब डॉलर से ज्यादा की कमी आ गई है. और अब 532 अरब डॉलर रह गया है. कई जानकारों का मानना है कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 500 अरब डॉलर तक आ सकता है.

ये भी देखें

Published at : 11 Oct 2022 02:18 PM (IST) Tags: Indian Economy trade deficit Crude oil Price foreign exchange reserves Current account deficit RBI Rupee - Dollar Update India Forex Reserves Rupee Fall Impact हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

विदेशी मुद्रा व्यापार क्या है?

क्या आप उस समय को याद कर सकते हैं जब आप बचपन में नोट और सिक्के एकत्र किया करते थे? ज्यादातर, उस समय, बच्चों का झुकाव विदेशी मुद्रा की ओर अधिक था। सिग्नेचर से लेकर कलर तक सब कुछ आंखों में झिलमिलाहट दे रहा था।

और, जैसे-जैसे उनमें से कई बड़े हुए, उनमें एक मुद्रा का शेष विश्व की मुद्रा से संबंध का पता लगाने की जिज्ञासा होने लगी। यह अवधारणा विदेशी मुद्रा व्यापार के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे विदेशी मुद्रा व्यापार भी कहा जाता है। अधिक जानने के लिए उत्सुक हैं? जानने के लिए आगे पढ़ें।

Forex Trading

विदेशी मुद्रा बाजार क्या है?

विदेशी मुद्रा (एफएक्स) एक बाज़ार है जहाँ कई राष्ट्रीय मुद्राओं का कारोबार होता है। यह सबसे अधिक तरल और सबसे बड़ा हैमंडी दुनिया भर में हर दिन खरबों डॉलर का आदान-प्रदान हो रहा है। यहां एक रोमांचक पहलू यह है कि यह एक केंद्रीकृत बाजार नहीं है; बल्कि, यह दलालों, व्यक्तिगत व्यापारियों, संस्थानों और बैंकों का एक इलेक्ट्रॉनिक नेटवर्क है।

बड़े पैमाने पर विदेशी मुद्रा बाजार न्यूयॉर्क, लंदन, टोक्यो, सिंगापुर, सिडनी, हांगकांग और फ्रैंकफर्ट जैसे प्रमुख वैश्विक वित्तीय केंद्रों में स्थित हैं। संस्थाएं हों या व्यक्तिगत निवेशक, वे इस नेटवर्क पर मुद्राओं को बेचने या खरीदने का आदेश पोस्ट करते हैं; और इस प्रकार, वे एक दूसरे के साथ बातचीत करते हैं और अन्य पार्टियों के साथ मुद्राओं का आदान-प्रदान करते हैं।

यह विदेशी मुद्रा बाजार चौबीसों घंटे खुला रहता है, लेकिन किसी भी राष्ट्रीय या अचानक छुट्टियों को छोड़कर, सप्ताह में पांच दिन खुला रहता है।

विदेशी मुद्रा जोड़े और मूल्य निर्धारण

ऑनलाइन विदेशी मुद्रा व्यापार एक जोड़ी तरीके से होता है, जैसे EUR/USD, USD/JPY, या USD/CAD, और बहुत कुछ। ये जोड़े राष्ट्रीयता का प्रतिनिधित्व करते हैं, जैसे कि यूएसडी अमेरिकी डॉलर के लिए खड़ा होगा; सीएडी कैनेडियन डॉलर और अधिक का प्रतिनिधित्व करता है।

इस जोड़ी के साथ, क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? उनमें से प्रत्येक के साथ एक मूल्य जुड़ा हुआ है। उदाहरण के लिए, मान लें कि कीमत 1.2678 है। अगर यह कीमत एक USD/CAD जोड़ी से जुड़ी है, तो इसका मतलब है कि आपको एक USD खरीदने के लिए 1.2678 CAD का भुगतान करना होगा। याद रखें कि यह कीमत तय नहीं है और उसी के अनुसार बढ़ या घट सकती है।

ट्रेडिंग कैसे होती है?

चूंकि सप्ताह के दिनों में बाजार 24 घंटे खुला रहता है, आप किसी भी समय मुद्रा खरीद या बेच सकते हैं। पहले, मुद्रा व्यापार केवल तक ही सीमित थाहेज फंड, बड़ी कंपनियां, और सरकारें। हालांकि मौजूदा समय में कोई भी इसे जारी रख सकता है।

कई बैंक, निवेश फर्म, साथ ही खुदरा विदेशी मुद्रा दलाल हैं जो आपको खाते और व्यापार मुद्राएं खोलने का अवसर प्रदान कर सकते हैं। इस बाजार में व्यापार करते समय, आप किसी विशिष्ट देश की मुद्रा को दूसरे के लिए प्रासंगिकता में खरीदते या बेचते हैं।

हालांकि, एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कोई भौतिक आदान-प्रदान नहीं होता है। इस इलेक्ट्रॉनिक दुनिया में, आमतौर पर, व्यापारी एक निश्चित मुद्रा में एक स्थिति लेते हैं और आशा करते हैं कि खरीदारी करते समय मुद्रा में ऊपर की ओर गति हो सकती है या बेचते समय कमजोरी हो सकती है ताकि इससे लाभ कमाया जा सके।

इसके अलावा, आप हमेशा दूसरी मुद्रा के लिए प्रासंगिकता में व्यापार कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप एक को बेच रहे हैं, तो आप दूसरा खरीद रहे हैं और इसके विपरीत। ऑनलाइन बाजार में, लेनदेन की कीमतों के बीच उत्पन्न होने वाले अंतर पर लाभ कमाया जा सकता है।

विदेशी मुद्रा व्यापार के तरीके

मूल रूप से, तीन तरीके हैं जो निगम, व्यक्ति और संस्थान विदेशी मुद्रा ऑनलाइन व्यापार करने के लिए उपयोग करते हैं, जैसे:

हाजिर बाजार

विशेष रूप से, यह बाजार सभी मुद्राओं को उनकी वर्तमान कीमत के अनुसार खरीदने और बेचने के लिए है। कीमत मांग और आपूर्ति से निर्धारित होती है और राजनीतिक स्थितियों, आर्थिक प्रदर्शन और वर्तमान ब्याज दरों सहित कई कारकों को दर्शाती है। इस बाजार में, एक अंतिम सौदे को स्पॉट डील कहा जाता है।

वायदा बाजार

हाजिर बाजार के विपरीत, यह अनुबंधों के व्यापार में एक सौदा है। वे उन पार्टियों के बीच ओटीसी खरीदे और बेचे जाते हैं जो खुद समझौते की शर्तों को समझते हैं।

वायदा बाजार

इस बाजार में, वायदा अनुबंधों को खरीदा और बेचा जाता हैआधार शिकागो मर्केंटाइल एक्सचेंज जैसे सार्वजनिक जिंस बाजारों पर उनके मानक आकार और निपटान की तारीख। इन अनुबंधों में कुछ विवरण शामिल होते हैं, जैसे कारोबार की गई इकाइयां, वितरण, मूल्य में न्यूनतम वृद्धि और निपटान तिथियां।

प्रशिक्षण की आवश्यकता

विदेशी मुद्रा व्यापार के गतिशील वातावरण में पर्याप्त प्रशिक्षण आवश्यक है। चाहे आप एक अनुभवी या मुद्रा व्यापार के विशेषज्ञ हों, लगातार और संतोषजनक लाभ प्राप्त करने के लिए अच्छी तरह से तैयार होना आवश्यक है।

बेशक, इसे करने से आसान कहा जा सकता है; लेकिन असंभव कभी नहीं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आप अपनी सफलता को न छोड़ें, अपना प्रशिक्षण कभी बंद न करें। एक मौलिक व्यापारिक आदत विकसित करें, वेबिनार में भाग लें और यथासंभव प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए शिक्षा प्राप्त करना जारी रखें।

Dollar vs Rupee: शुरुआती कारोबार में रुपया 24 पैसे टूटकर 82.09 प्रति डॉलर पर पहुंचा

Dollar vs Rupee Rate Today: पिछले कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया (Dollar vs Rupee) 52 पैसे के नुकसान के साथ 81.85 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

Dollar vs Rupee: शुरुआती कारोबार में रुपया 24 पैसे टूटकर 82.09 प्रति डॉलर पर पहुंचा

Dollar vs Rupee Rate: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.94 प्रति डॉलर पर खुला.

Dollar vs Rupee Rate Today: अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया मंगलवार को शुरुआती कारोबार में 24 पैसे टूटकर 82.09 प्रति डॉलर पर आ गया. घरेलू शेयर बाजारों में बिकवाली के दबाव और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के कारण भारतीय रुपया लगातार कमजोर हो रहा है. इसको लेकर विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि विदेशी पूंजी की निकासी से भी क्या विदेशी मुद्रा है और कैसे यह कारोबार कर रहा है? रुपये पर दबाव पड़ा है. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 81.94 प्रति डॉलर पर खुला. उसके बाद यह और टूटकर 24 पैसे के नुकसान के साथ 82.09 प्रति डॉलर पर कारोबार पहुंच कर कारोबार कर रहा था.

यह भी पढ़ें

पिछले कारोबारी सत्र में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया (Dollar vs Rupee) 52 पैसे के नुकसान के साथ 81.85 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था.

इसके अलावा छह प्रमुख करेंसी की तुलना में डॉलर की कमजोरी या मजबूती स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) 0.07 प्रतिशत के नुकसान से 105.22 पर आ गया है.

ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.94 प्रतिशत चढ़कर 83.46 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.

Dollar Vs Rupee : डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे मजबूत होकर 81.14 प्रति डॉलर पर पहुंचा

Dollar Vs Rupee : विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पूंजी की आवक बनी रहने से भी भारतीय मुद्रा को समर्थन मिल रहा है.

Dollar Vs Rupee : डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे मजबूत होकर 81.14 प्रति डॉलर पर पहुंचा

पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 50 पैसे की गिरावट के साथ 81.28 के भाव पर बंद हुआ था.

Dollar Vs Rupee : सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आने के बीच भारतीय रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले शुरुआती कारोबार में 14 पैसे मजबूत होकर 81.14 के भाव पर पहुंच गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशी पूंजी की आवक बनी रहने से भी भारतीय मुद्रा को समर्थन मिल रहा है. अंतर-बैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 81.18 के भाव पर मजबूती के साथ खुला और थोड़ी ही देर में यह 81.14 के स्तर तक भी पहुंच गया. इस तरह पिछले बंद भाव के मुकाबले रुपये में 14 पैसे की मजबूती दर्ज की गई.

यह भी पढ़ें

पिछले कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले रुपया 50 पैसे की भारी गिरावट के साथ 81.28 के भाव पर बंद हुआ था.

इस बीच छह मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.30 प्रतिशत बढ़कर 106.97 पर पहुंच गया. अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.13 प्रतिशत नुकसान के साथ 93.02 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.

भारतीय शेयर बाजारों के दोनों प्रमुख सूचकांकों ने मंगलवार को शुरुआती कारोबार के दौरान मिली बढ़त को थोड़ी ही देर में गंवा दी. सेंसेक्स शुरुआती कारोबार के करीब आधे घंटे बाद 166.7 अंक गिरकर 61,457.45 अंक पर आ गया जबकि निफ्टी 37.10 अंक की गिरावट के साथ 18,292.05 के लेवल पर कारोबार करता दिखाई दिया.

सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों को अनुसार, खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में घटकर 6.7 प्रतिशत पर आ गई,जबकि थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं की मंद दरों के कारण 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है.

भारतीय बाजारों में विदेशी निवेशकों के निवेश का सिलसिला जारी है. विदेशी निवेशक जमकर भारतीय शेयर खरीद रहे हें. उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने सोमवार को 1,089.41 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की थी.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

रेटिंग: 4.30
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 272
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *