Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे

Station Guruji
अच्छा शेयर कैसे चुनें? अच्छा शेयर चुननें के तीन आसान तरीके जानिए।
अच्छा शेयर कैसे चुनें – How To Pick Best Stocks
Table of Contents
पिछले दिनों मैंने एक लेख लिखा था जिसका विषय था स्टॉक मार्केट में सफल निवेशक कैसे बने। इसमें मैंने बताया था कि हमें हमेशा अच्छा शेयर खरीदना चाहिए। अच्छे शेयर की पहचान के लिए हमें उस कंपनी का Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c को अच्छी तरह देखना चाहिए।
कई दोस्तों ने कमेंट किया है कि हमारे पास इतना नॉलेज नहीं है कि हम कंपनी का Balance Sheet एवं Profit & Loss A/c समझ सकें और पढ़ना भी चाहे तो नहीं पढ़ सकते हैं। कुछ shortcut तरीका बताएं जिससे पता लगे किस कंपनी का stock अच्छा है जिसे हम खरीद कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
एक अच्छा शेयर का चुनाव करने से पहले हमें अपने आप से एक बात पूछना होगा कि हम शेयर को खरीद कर कितने दिनों तक रख सकते हैं। यानी हम लंबे समय के लिए शेयर खरीद रहे हैं या फिर एक-दो घंटे के लिए।
आज के समय में बहुत सारे लोग Intraday trading करते हैं। यानी शेयर को 1- 2 घंटे में खरीद कर बेंच देते हैं। यदि आपकी फटाफट लाभ कमाने के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसकी पहचान अलग है। यदि आप शेयर खरीद कर लंबी अवधि यानी 1 साल से ज्यादा रखना चाहते हो उसकी पहचान अलग है।
Intraday trading के लिए अच्छी शेयर की पहचान
यदि आप Intraday trading के लिए शेयर खरीदना चाहते हो उसके लिए आपको कंपनी के बारे में विशेष जानने का कोई आवश्यकता नहीं है। आपको जिस दिन शेयर खरीदना है उस दिन मार्केट के शुरुआती 1 घंटे में शेयर की चाल को देखना है। यदि यह लगातार बढ़ रहा है तो आप उसे खरीद ले। 1- 2 घंटे बाद 2- 4% जो भी लाभ-हानि हुआ उसे बेचते हैं।
जैसे एक उदाहरण द्वारा इसे समझते हैं यदि हमें किसी व्यक्ति के साथ एक-दो घंटे गुजारना है तो हम उसके बारे में विशेष जानकारी नहीं रखना चाहते हैं जैसे उसका स्वभाव कैसा है? किस खानदान से जुड़ा हुआ है? आदि-आदि। Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे हमें 1- 2 घंटे निकाल कर अलग हो जाना है। ठीक उसी प्रकार Intraday trading में हमें उस शेयर को लेना है और बेचना है।
कई कंपनी जो दिवालिया होने के कगार पर रहते हैं लेकिन Intraday trading Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे में 10% से ज्यादा मुनाफा दे देते हैं। क्योंकि कोई पॉजिटिव न्यूज़ उसके शेयर को उछाल देता है। उस समय यह बात का कोई मतलब नहीं कि वह कंपनी दिवालिया होने वाली है या कुछ और।
इसलिए Intraday trading में यदि आपको अच्छे शेयर का चुनाव करना हो आपको भेड़ चाल चलनी पड़ेगी। यानी जो सभी लोग खरीदे हैं उसे ख़रीदो जो सब लोग बेच रहे हैं उसे बेंच दो। इसी चाल से आप इसमें मुनाफा कमा सकते हो और यही एक अच्छे निवेशक की पहचान है।
लंबी अवधि के लिए एक अच्छी शेयर का चुनाव कैसे करें?
यदि आप किसी शेयर को 1 साल या इससे अधिक समय तक खरीद कर रखना चाहते हैं तो इसकी पहचान के लिए कई तरीके हैं। यदि आप के पास कंपनी का Fundamental, Value, Growth, Balance Sheet, Profit and Loss Account, Company Management, Dividend Policy, P/E Ratio इत्यादि जानने का समय है एवं यह सब जानने में रुचि रखते हैं तो इसे जानकर आप कंपनी के बारे में अच्छी जानकारी ले सकते हो और पता लगा सकते हो कि शेयर अच्छा है या खराब है।
लेकिन अगर आप उपरोक्त जानकारी हासिल करने में Interested नहीं हो और कुछ Shortcut अपनाना चाहते हो जिससे पता लगे कौन सा शेयर अच्छा है। इस पहचानने के लिए मैं आपको कुछ अलग तरीका बताऊंगा जो कहीं भी आपको नहीं मिलेगा।
मैं आपको एक अच्छे शेयर चुनाव करने के लिए कुल 3 तरीके बता रहा हूं जो बिल्कुल सरल एवं practical है। चाहे आप financial background से हो या ना हो अच्छे Share का चयन जरुर कर सकते है।
अच्छा शेयर चुननें के 3 तरीके निम्नलिखित है-
1. Mutual Fund Portfolio देखकर
आपको केवल यह करना है कि आप जो भी शेयर लेना चाहते हैं या अभी तक कोई आपने विचार नहीं किया है कौन सा शेयर लेें तो आप तो Top 5 Mutual Fund को Google में सर्च कर ले।
प्रत्येक Mutual Fund में 70 से 80 कंपनी का शेयर शामिल रहता है। आप ऊपर के 10 शेयर को एक नोटबुक में लिखें। इसी प्रकार पांचों Mutual Fund के 10-10 शेयर को नोटबुक में लिख ले।
आप पांचों Mutual Fund से लिखे गए 10-10 शेयरों को आपस में चेक करें कि कौन सा ऐसा कंपनी का शेयर है जो पांचों Mutual Fund या 4 में शामिल है। जो अधिकतर Mutual Fund पोर्टफोलियो में शामिल है Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे वही एक अच्छा शेयर है।
दोस्तों एक Mutual Fund मैनेजर के अंदर कई मार्केट विशेषज्ञ काम करते हैं। वह सभी अच्छी तरह कंपनी के हर एक पहलू को गौर कर उसे अपने Mutual Fund में शामिल करता है।
आप यदि इस प्रकार 5 Mutual Fund जो सबसे अच्छा है उसका Portfolio लिख लेते हैं तो आप कुल 100 मार्केट विशेषज्ञों की चॉइस जान लिए। यह अच्छे शेयर चुनाव का तरीका सबसे सटीक और आसान तरीका है।
जैसे एक उदाहरण देकर हम इसे समझाते हैं। आपने Top 5 Mutual Fund चुन लिया। उस 5 Mutual Fund के 10- 10 शेयर को लिख लिया। मान लेते हैं कि HDFC Bank उस 5 Mutual Fund में से चार के पोर्टफोलियो में शामिल है या SBI 5 में से पांचों में शामिल हैं तो यह दोनों शेयर को चुनाव कर सकते हो।
2. Top Ten Company
यदि आप तरीका नंबर 1 के लिए समय नहीं निकाल पा रहे हैं। यानीं आपके पास समय बिल्कुल भी नहीं है कुछ होमवर्क करने का तो फिर आप Nefty के Top Ten कंपनी में से उस कंपनी को चुन सकते हैं जिसका शेयर वैल्यू ना तो साल का उच्चतम हो ना साल का निम्नतम, यानी बीच में हो। उसका आप शेयर खरीद सकते हैं।
एक उदाहरण लेते हैं। मान लीजिए ICICI Bank का Share निफ्टी के Top Ten शेयर में शामिल है। इसका वर्तमान मूल्य ₹400 प्रति शेयर है। साल का निम्नतम 350 और उच्चतम 450 रुपए हैं तो हम यह शेयर आराम से खरीद सकते हैं।
यह तरीका सबसे आसान है। इससे आसान तरीका आपको कोई भी नहीं बता सकता है।
3. परंपरागत शेयर
आप सोच रहे होंगे कि यह कौन सा शेयर है। दोस्तों यह शेयर हम उसे कहते हैं जिसे हम सालों से देख रहे हैं और अभी भी अच्छी तरह चल रही है।
जैसे आज से 40 साल पहले मेरे पिताजी ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अपना अकाउंट खुलवाया था और आज भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया तेज गति से आगे बढ़ रही हैं। हमें एसबीआई का शेयर जरूर लेना चाहिए क्योंकि यह एक लंबी रेस का घोड़ा साबित हो सकता है।
पारले जी बिस्कुट हम बचपन में खाते आ रहे हैं और आज भी खा रहे हैं। यानी यह कंपनी एक लंबी रेस का घोड़ा है। हमें इसमें जरूर निवेश करना चाहिए।
दोस्तों मैं किसी कंपनी का नाम लेकर उसका विज्ञापन नहीं कर रहा हूं। मैं एक उदाहरण दे रहा हूं कि जो समान आप सालों से उपयोग कर रहे हैं और अभी भी वह अच्छी तरह अपना काम कर रही है। इसलिए उस कंपनी में निवेश कर देना चाहिए यदि आपको कोई विशेष जानकारी नहीं है।
इस प्रकार हमने आपको 3 सरल उपाय बताएं। जिसके द्वारा बिना किसी Financial knowledge के अच्छी stock का चुनाव कर सकते हैं। आप एक बार इसे करके जरूर देखें।
यह तीन तरीका आप अपना सकते हैं। इसमें कोई विशेष पढ़े लिखे लोगों की आवश्यकता नहीं है। 10 साल का बच्चा भी कर सकता है।
मेरे वेबसाइट का नाम स्टेशन गुरुजी हैं। इस पर मैं फ्री में वित्तीय जानकारी शेयर करता रहता हूं। कुछ दिन पहले मैंने Best Electric Vehicle Stocks, Multibagger Stocks, Penny Stocks, P/E Ratio इत्यादि के बारे में जानकारी शेयर किया हूं। आप चाहे तो इसे पढ़ सकते हैं।
दोस्तों स्टॉक मार्केट में खतरा भी बहुत सारे होते हैं। इसीलिए निवेश करने से पहले अच्छी तरह सोच विचार कर ले। किसी से कहने से कहीं भी निवेश ना कर दें।
एक बात और, कर्ज लेकर कभी भी निवेश ना करें। चाहे आप को अपने आप पर कितना भी भरोसा क्यों ना हो। क्योंकि अगर आपको नुकसान हुआ तो आप ज्यादा मुसीबत में पड़ सकते हैं।
मन में और कोई सवाल हो तो हमें जरूर ईमेल करें। हम सही जानकारी देने का प्रयास करेंगे। [email protected]
क्या है Stop Loss और Target Price?
शेयरों में निवेश से आपको जितना लाभ होता है, उतना ही नुकसान भी हो सकता है.
Stop Loss का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में आप नुकसान से बच सकें
इसका मतलब यह है कि आपने 100 रुपये की कीमत पर ए के शेयर को 120 रुपये के Target Price के साथ खरीदा है. आप 120 रुपये की कीमत पर पहुंचने पर इस शेयर को बेचकर मुनाफा हासिल कर सकते हैं.
इस शेयर में किसी वजह से गिरावट भी आ सकती है. इसकी कीमत 100 रुपये से कम होने पर आपको नुकसान उठाना पड़ेगा. नुकसान से बचने के लिए आपको स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाने की सलाह दी जाती है.
मान लीजिए इस शेयर के मामले में आपको 90 रुपये की कीमत पर Stop Loss लगाने की सलाह दी जाती है. इसका मतलब यह हुआ कि किसी वजह से ए के शेयरों Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे में कमजोरी आने पर उसे 90 रुपये में बेच देना ठीक रहेगा.
स्टॉप लॉस (Stop Loss) वह मूल्य होता है जिस पर आप अपने शेयर बेच देते हैं. स्टॉप लॉस (Stop Loss) प्राइस पर शेयर बेच देने की वजह से आप बड़े नुकसान से बच जाते हैं.
किसी शेयर का स्टॉप लॉस (Stop Loss) वह मूल्य है जिस पर आपको ज्यादा नुकसान नहीं होता है. वास्तव में आप किसी शेयर की मौजूदा कीमत पर उसमें संभावित नुकसान की सीमा तय कर लेते हैं. इसके बाद ही आप स्टॉप लॉस (Stop Loss) लगाते हैं, जिससे आपका नुकसान कम हो जाता है.
क्यों होता है स्टॉप लॉस (Stop Loss) का इस्तेमाल?
स्टॉप लॉस (Stop Loss) का इस्तेमाल इसलिए किया जाता है ताकि शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में आप नुकसान से बच सकें. शेयर बाजार काफी हद तक भावनाओं से चलता है. ऐसे में शेयरों में निवेश से आपको जितना लाभ होता है, उतना ही नुकसान भी हो सकता है.
स्टॉप लॉस (Stop Loss) इसी नुकसान को कम करने का तरीका है. Stop Loss लगाने का एक फायदा यह भी है कि अगर आप नियमित रूप से ट्रेडिंग नहीं करते और अपने निवेश को रेगुलर मॉनीटर नहीं कर सकते तो यह आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. स्टॉप लॉस (Stop Loss) वास्तव में इस स्थिति में आपको कई खतरों से बचा सकता है.
आपके लिए क्या है Stop Loss का महत्व?
स्टॉप लॉस (Stop Loss) छोटी अवधि के लिए तो बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन अगर किसी को लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो फिर उसके लिए इसका कोई बहुत ज्यादा महत्व नहीं है. आपको इस बात के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए कि शेयर बाजार में कभी भी कोई बदलाव हो सकता है.
हिंदी में पर्सनल फाइनेंस और शेयर बाजार के नियमित अपडेट्स के लिए लाइक करें हमारा फेसबुक पेज. इस Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे पेज को लाइक करने के लिए यहां क्लिक करें.
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते है आपके मन मे भी ये सवाल जरूर आया होगा की आखिर स्टॉक मार्केट में कितने प्रकार की ट्रेडिंग होती है. मै आपको बता दू स्टॉक मार्केट में चार प्रकार की ट्रेडिंग होती है intraday trading. Swing trading. Short term trading. Long term trading. ये चार प्रकार की ट्रेडिंग कैसे की जाती है ये हम आज आपको बतायेंगे तो चलीये जानते है.शेअर मार्केट मे ट्रेडिंग कैसे होती है. और कितने प्रकार की होती है.
Intraday trading – इंट्राडे ट्रेडिंग
जब मार्केट 9 बजकर 15 मिनिट में शुरू होता है. और 3 बजकर Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे 30 मिनिट मे बंद होता है. उस टाइम के अंदर आप जो कोई भी शेअर्स खरीद लेते है. या बेज देते है उसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है. यांनी की आपको इसी टाइम के अंदर शेअर्स खरीद लेना है और बेच देना है. अब हम जानते है इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे
इंट्राडे ट्रेडिंग मे आपको शेअर बाजार के उतार-चढाव के बारे मे पता होना बेहात जरुरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग से अगर अच्छे स्टॉक का शेअर्स आप खरीद लेते है तो आप 8000 रुपये per day से भी ज्यादा कमा सकते हो
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
इंट्राडे ट्रेडिंग मे जितना फायदा होता है उतना ही रिक्स और loss होता है,इस ट्रेडिंग मे आपको कोई ये नही बताएगा आखिर इंट्राडे मे ट्रेडिंग कैसे करे अगर आपके पास knowledge नही है और आप नये हो तो मेरी ये राय रहेगी आपके लिए ये ट्रेडिंग नही है. क्युकी नये लोग सबसे पहले यही ट्रेडिंग करना शुरू करते है और बाद में उनको असफलता मिलती है अब हम जानते है स्विंग ट्रेडिंग
Swing trading स्विंग ट्रेडिंग
इस ट्रेडिंग मे कोई भी स्टॉक खरीदकर कुछ दिनो मे या कुछ हप्तो के अंदर बेच सकते हो इसे स्विंग ट्रेडिंग कहा जाता है .इसे ट्रेडिंग किंग भी कहा जाता है. ये ट्रेडिंग इंट्राडे की तरह नही है लेकिन इसमे आप अपना टारगेट प्राईस लगाकर loss और profit को आसानी से झेल सकते हो
स्विंग ट्रेडिंग के फायदे
अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे
स्विंग ट्रेडिंग के नुकसान
स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके
Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग
जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है
शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग के फायदे
वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे
शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान
अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो
Long term trading लॉंग टर्म ट्रेडिंग
अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है
लॉंग टर्म ट्रेडिंग के नुकसान और फायदे
इसमे अगर आप कोई अच्छा स्टॉक सिलेक्ट नही कर पाओगे तो आपको नुकसान होगा .और रिसर्च करके अगर सिलेक्ट करोगे तो आपको बहुत ज्यादा प्रॉफिट भी हो सकता है
दोस्तो आशा करता हु आपको यह आर्टिकल देहत पसंद आया होगा अगर आपका कोई सवाल है तो आप हमे नीचे comment मे जरूर बताये और इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा शेयर करे
संबंधित लेख
FAQ
ट्रेडिंग कितने प्रकार कि होती है
ट्रेडिंग चार प्रकार की होती है
1, Intraday trading
2, Swing trading
3, Short term trading
4, Long term trading
नमस्ते दोस्तों आपका स्वागत है आपको इस website पर शेयर मार्केट, म्यूचल फंड, शेयर प्राइस टारगेट, इन्वेस्टमेंट,से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी रिसर्च के साथ हिंदी मे दी जाएगी
जब शेयर मार्केट गिरता है तो कहां जाता है आपका पैसा? यहां समझिए इसका गणित
Share market: जब शेयर मार्केट डाउन होता है, तो निवेशकों का पैसा डूबकर किसके पास जाता है? क्या निवेशकों के नुकसान से किसी को मुनाफा होता है. आइए इसका जवाब बताते हैं.
- शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है
- अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी तो उसके शेयर के दाम बढ़ेंगे
- राजनीतिक घटनाओं का भी शेयर मार्केट पर पड़ता है असर
5
5
5
5
नई दिल्ली: आपने शेयर मार्केट (Share Market) से जुड़ी तमाम खबरें सुनी होंगी. जिसमें शेयर मार्केट में गिरावट और बढ़त जैसी खबरें आम हैं. लेकिन कभी आपने सोचा है कि जब शेयर मार्केट डाउन होता है, तो निवेशकों का पैसा डूबकर किसके पास जाता है? क्या निवेशकों के नुकसान से किसी को मुनाफा होता है. इस सवाल का जवाब है नहीं. आपको बता दें कि शेयर मार्केट में डूबा हुआ पैसा गायब हो जाता है. आइए इसको समझाते हैं.
कंपनी के भविष्य को परख कर करते हैं निवेश
आपको पता होगा कि कंपनी शेयर मार्केट में उतरती हैं. इन कंपनियों के शेयरों पर निवेशक पैसा लगाते हैं. कंपनी के भविष्य को परख कर ही निवेशक और विश्लेषक शेयरों में निवेश करते हैं. जब कोई कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती है, तो उसके शेयरों को लोग ज्यादा खरीदते हैं और उसकी डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे ही जब किसी कंपनी के बारे में ये अनुमान लगाया जाए कि भविष्य में उसका मुनाफा कम होगा, तो कंपनी के शेयर गिर जाते हैं.
डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है शेयर
शेयर मार्केट डिमांड और सप्लाई के फॉर्मूले पर काम करता है. लिहाजा दोनों ही परिस्थितियों में शेयरों का मूल्य घटता या बढ़ता जाता है. इस बात को ऐसे लसमझिए कि किसी कंपनी का शेयर आज 100 रुपये का है, लेकिन कल ये घट कर 80 रुपये का हो गया. ऐसे में निवेशक को सीधे तौर पर घाटा हुआ. वहीं जिसने 80 रुपये में शेयर खरीदा उसको भी कोई फायदा नहीं हुआ. लेकिन अगर फिर से ये शेयर 100 रुपये का हो जाता है, तब दूसरे निवेशक को फायदा होगा.
कैसे काम करता है शेयर बाजार
मान लीजिए किसी के पास एक अच्छा बिजनेस आइडिया है. लेकिन उसे जमीन पर उतारने के लिए पैसा नहीं है. वो किसी निवेशक के Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे पास गया लेकिन बात नहीं बनी और ज्यादा पैसे की जरूरत है. ऐसे में एक कंपनी बनाई जाएगी. वो कंपनी सेबी से संपर्क कर शेयर बाजार में उतरने की बात करती है. कागजी कार्रवाई पूरा करती है और फिर शेयर बाजार का खेल शुरू होता है. शेयर बाजार में आने के लिए नई कंपनी होना जरूरी नहीं है. पुरानी कंपनियां भी शेयर बाजार में आ सकती हैं.
शेयर का मतलब हिस्सा है. इसका मतलब जो Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे कंपनियां शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट में लिस्टेड होती हैं उनकी हिस्सेदारी बंटी रहती है. स्टॉक मार्केट में आने के लिए सेबी, बीएसई और एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) में रजिस्टर करवाना होता है. जिस कंपनी में कोई भी निवेशक शेयर खरीदता है वो उस कंपनी में हिस्सेदार हो जाता है. ये हिस्सेदारी खरीदे गए शेयरों की संख्या पर निर्भर करती है. शेयर खरीदने और बेचने का काम ब्रोकर्स यानी दलाल करते हैं. कंपनी और शेयरधारकों के बीच सबसे जरूरी कड़ी का काम ब्रोकर्स ही करते हैं.
निफ्टी और सेंसेक्स कैसे तय होते हैं?
इन दोनों सूचकाकों को तय करने वाला सबसे बड़ा फैक्टर है कंपनी का प्रदर्शन. अगर कंपनी अच्छा परफॉर्म करेगी तो लोग उसके शेयर खरीदना चाहेंगे और शेयर की मांग बढ़ने से उसके दाम बढ़ेंगे. अगर कंपनी का प्रदर्शन खराब रहेगा तो लोग शेयर बेचना शुरू कर देंगे और शेयर की कीमतें गिरने लगती हैं.
इसके अलावा कई दूसरी चीजें हैं जिनसे निफ्टी और सेंसेक्स पर असर पड़ता है. मसलन भारत जैसे कृषि प्रधान देश में बारिश अच्छी या खराब होने का असर भी शेयर मार्केट पर पड़ता है. खराब बारिश से बाजार में पैसा कम आएगा और मांग घटेगी. ऐसे में शेयर बाजार भी गिरता है. हर राजनीतिक घटना का असर भी शेयर बाजार पर पड़ता है. चीन और अमेरिका के कारोबारी युद्ध से लेकर ईरान-अमेरिका तनाव का असर भी शेयर बाजार पर पड़ता है. इन सब चीजों से व्यापार प्रभावित होते हैं.
ज्योतिष शास्त्र: इस ग्रह की मजबूत स्थिति शेयर बाजार में दिला सकती है अपार सफलता, जानें उपाय
स्टॉक मार्केट या शेयर बाजार में लोगों की दिलचस्पी काफी बढ़ती जा रही है। हालांकि इसमें लाभ कमाने के लिए इसकी अच्छी जानकारी होना आवश्यक है। लेकिन कई बार अच्छी जानकारी के बाद भी कई लोगों को इसमें उतनी सफलता प्राप्त नहीं हो पाती। ज्योतिष में शेयर बाजार में सफलता पाने के Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे लिए कई उपाय बताए जाते हैं। ज्योतिष अनुसार हमारी कुंडली में कुछ ग्रह ऐसे होते हैं जिनका स्टॉक मार्केट में सिक्का जमाने के लिए मजबूत होना जरूरी होता है। जानते हैं ये कौन से ग्रह हैं और कैसे इन्हें मजबूत किया जा सकता है।
शेयर बाजार में फायदा और नुकसान इन ग्रहों से निर्धारित होता है: ज्योतिष अनुसार शेयर बाजार में सफलता के लिए केतु और चंद्रमा ग्रह जिम्मेदार होते हैं। जिनसे शेयर बाजार में लाभ और हानि निर्धारित की जाती है। साथ ही कुंडली का पंचम भाव, अष्टम भाव और एकादश भाव आकस्मिक धन को दर्शाता है। जबकि बृहस्पति और बुध की स्थिति शेयर बाजार में लाभ की स्थिति को दर्शाती है। जिनकी कुंडली में ये दोनों ही ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं उन्हें शेयर बाजार में बड़ी सफलता प्राप्त होने के आसार रहते हैं।
कौन सा ग्रह शेयर बाजार में किस क्षेत्र से होता है संबंधित?
सूर्य ग्रह- म्यूच्यूअल फंड, औषधि, लकड़ी और राज्य कोष।
चंद्रमा- जलीय वस्तुएं, शीशे, दूध और कपास।
मंगल ग्रह- खनिज पदार्थ, चाय, कॉफी, भूमि, भवन।
बुध ग्रह- आयात-निर्यात, सलाहकारिता, शैक्षणिक संस्थान और बैंकिंग।
बृहस्पति ग्रह- पीले रंग के अनाज, पीतल, सोना और आर्थिक क्षेत्र।
शुक्र ग्रह- चीनी, फिल्म इंडस्ट्री, चावल, सुंदरता से संबंधित प्रोडक्ट्स और केमिकल।
शनि ग्रह- फैक्ट्री, चमड़ा, लोहा, पेट्रोलियम और काली वस्तुओं के व्यापार।
राहु-केतु ग्रह- ये दोनों ग्रह शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव, विदेशी वस्तुओं और इलेक्ट्रिकल इलेक्ट्रॉनिक से Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे संबंधित होते हैं।
इन ग्रहों के संयोग से शेयर बाजार में बनते हैं लाभ और हानि के योग:
-जिनकी कुंडली में पंचम भाव और पंचम भाव का स्वामी मजबूत स्थिति में होता है उन लोगों को शेयर बाजार में भारी सफलता प्राप्त होती है।
-जिन लोगों की कुंडली में राहु मजबूत स्थिति में होता है ऐसे लोगों को शेयर बाजार में बड़ी सफलता प्राप्त होने की संभावना रहती है।
-जिनकी कुंडली में बृहस्पति ग्रह बलवान होता है ऐसे लोगों को कमोडिटी के बाजार में लाभ प्राप्त होने के आसार रहते हैं।
ये उपाय शेयर बाजार में दिला सकते हैं अपार सफलता:
-शेयर बाजार में सफलता प्राप्त करने के लिए राहु ग्रह का मजबूत होना जरूरी होता है। इस ग्रह को मजबूत करने के लिए आप घर में राहु यंत्र ताबीज, राहु यंत्र, राहु शांति ताबीज की स्थापना कर सकते हैं या फिर इन्हें धारण भी कर सकते हैं।
-ज्योतिष अनुसार गोमेद रत्न पहनने से भी राहु ग्रह मजबूत होता है।
-सुबह-शाम राहु के इस बीज मंत्र 'ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं सः राहवे नमः' का जाप करें।
-पन्ना रत्न धारण करने से भी शेयर मार्केट में सफलता मिलने के आसार बढ़ जाते हैं।
-बुधवार और शुक्रवार के दिन मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। इससे भी शेयर बाजार में सफलता मिलने के आसार बढ़ जाते हैं।
18 महीने तक मंगल और शुक्र की राशि में विराजमान रहेंगे राहु-केतु, 4 राशि वालों की बदलेंगे तकदीर
(डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। patrika.com इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।)