निवेशकों के लिए ऑफर

कौन-कितनी हिस्सेदारी बेचेगा
कंपनी के को-फाउंडर अभिषेक गोयल और नेहा सिंह में प्रत्येक के पास 23.81 फीसदी हिस्सेदारी है और दोनों अपने हिस्से से इश्यू के जरिये 76.62 लाख शेयर बेचेंगे. फ्लिपकार्ट के फाउंडर अपने 12.63 लाख शेयर दोनों को बेचकर कंपनी से बाहर हो रहे हैं. इनके अलावा अन्य सेलर्स में साहिल बरुआ, दीपक सिंह, एलिवेशन कैपिटल, कोलुरी लिविंग ट्रस्ट, मिलिवेज फंड एलएलसी, रत्नागिरीश मथ्रुबूथम, अपोलेटो एशिया, एनआरजेएन फैमिली ट्रस्ट, मनोज कुमार गांधी, डब्ल्यूजीजी इंटरनेशनल, एसेल इंडिया IV, एससीआई इन्वेस्टमेंट V और प्रशांत चंद्रा शामिल हैं.
Ambuja और ACC के लिए खत्म हुआ Adani Group का ओपन ऑफर, अब क्या करें निवेशक?
ग्लोबल ब्रोकरेज जेफ्रीज (global brokerage Jefferies) का मानना है कि अडानी ग्रुप (और इनवेस्टर) का ध्यान अब सीमेंट बिजनेस को आगे ले जाने, क्षमताओं को बढ़ाने की स्ट्रैटजी और ग्रोथ आउटलुक पर होना चाहिए
Adani Group open offer : अडानी ग्रुप का Ambuja/ ACC में 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए लाया गया ओपन ऑफर 9 सितंबर को समाप्त हो गया। पिछले एक पखवाड़े के दौरान ओपन ऑफर की तुलना में इन स्टॉक्स की कीमत बढ़ने के कारण, माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स ने एसीसी के सिर्फ 2.2 फीसदी और अम्बुजा के 0.04 फीसदी शेयरों की पेशकश की है।
इन बातों पर होगा अडानी ग्रुप का जोर
उधर, ग्लोबल ब्रोकरेज जेफ्रीज (global brokerage Jefferies) का मानना है कि निवेशकों के लिए ऑफर ग्रुप (और इनवेस्टर) का ध्यान अब सीमेंट बिजनेस को आगे ले जाने, क्षमताओं को बढ़ाने की स्ट्रैटजी और ग्रोथ आउटलुक पर होना चाहिए। ब्रोकरेज ने ACC पर ‘खरीद’, जबकि Ambuja Cements के शेयरों के लिए होल्ड की रेटिंग दे रखी है।
निवेशकों को लुभाती यूपी की नई औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2022
देश-विदेश से निवेश आकर्षित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने वैश्विक सलाहकार संस्था 'डेलायट' से मदद लेकर नई औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2022 को लागू करने की मंजूरी दे दी। इस नई नीति में उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेशकों और उद्यमियों के लिए कई आकर्षक सब्सिडी ऑफर किए हैं। साथ ही, ऑनलाइन पोर्टल व सुविधाएं भी शुरू कर रहे हैं।
लखनऊ: फरवरी 2023 में होने वाले 'यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट' से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश मंत्रिपरिषद ने नई औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2022 को लागू करने की मंजूरी दे दी। प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसे जारी करने से पहले सभी स्टेकहोल्डर्स से चर्चा कर ली गई है।
Wipro के बाय बैक ऑफर में निवेशकों के लिए बेहतर कमाई का चांस, 29 दिसंबर से कंपनी वापस खरीदेगी अपने शेयर
देश की दिग्गज आईटी कंपनी विप्रो (Wipro) ने निवेशकों से अपने शेयर प्रीमियम पर खरीदने का ऑफर दिया है। विप्रो ने मंगलवार को ऐलान किया कि वह 9,500 करोड़ रुपये तक के अपने शेयर बायबैक प्रोग्राम (Buyback Programme) के जरिए वापस खरीदेगी। यह खरीददारी 29 दिसंबर को शुरू होगा और 11 जनवरी 2021 को बंद हो जाएगा। IT (Information Technology in India) प्रमुख 26 दिसंबर, 2020 को या उससे पहले अपने निवेशकों को लेटर के जरिए प्रस्ताव भेजेगी।
जानकार Wipro के बायबैक ऑफर को अन्य के मुकाबले बेहतर बता रहे हैं और रिटेल शेयरहोल्डर्स को शेयर बेचकर शॉर्ट टर्म प्रॉफिट कमाने की सलाह दे रहे हैं। दरअसल, इसका बायबैक प्राइस बाजार भाव निवेशकों के लिए ऑफर से खासा अधिक है और निवेशकों को अपनी तरफ खींचने के लिए काफी है। विप्रो के शेयरधारकों (Wipro shareholders) ने अक्टूबर में कंपनी के 23,75,00,000 इक्विटी शेयरों को वापस खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी, जो कि 400 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से कुल राशि 9,500 करोड़ से अधिक थी।
टीसीएस की शेयर बायबैक ऑफर में ये स्ट्रैटजी दिलाएगी छप्परफाड़ रिटर्न
Edited by: India TV Paisa Desk
Published on: January 18, 2022 14:54 IST
Photo:INDIA TV
Highlights
- लंबी अविध के निवेशकों को इस बायबैक ऑफर से दूर रहना चाहिए
- छोटी अवधि के निवेशकों के लिए यह मौका है जल्द मोटा रिटर्न पाने का
- 4,500 रुपये प्रति शेयर मूल्य पर 18,000 करोड़ के शेयर बायबैक करेगी कंपनी
नई दिल्ली। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लिमिटेड (टीसीएस) ने 4,500 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर 18,000 करोड़ रुपये तक के शेयर बायबैक (पुनर्खरीद) कार्यक्रम के ऐलान के बाद से निवेशकों में ऊहापोह की स्थिति हैं कि वो क्या करें? मंगवार को मामूली गिरावट के साथ टीसीएस के शेयर का भाव 4,003 रुपये था। यानी बायबैक ऑफर में निवेशकों को मौजूदा भाव 500 रुपये अधिक मिलेंगे। अब सवाल उठता है कि टीसीएस के शेयर होल्ड करने वाले निवशकों को बायबैक में भाग लेना चाहिए या नहीं?
बाजार विशेषज्ञों की बायबैक पर राय
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस सवाल का जवाब छोटी और लंबी अवधि के निवेशकों के लिए अलग—अगल हैं। अगर कोई निवेशक छोटी अवधि के लिए निवेश कर रहा है तो उसे जरूर इस बायबैक ऑफर का फायदा लेना चाहिए। वहीं, अगर कोई निवेश लंबी अविध के लिए टीसीएस में निवेश किया है तो उसे इस बायबैक ऑफर से दूर रहना चाहिए। ऐसा इसलिए कि कोरोना महामारी के बाद आईटी कंपनियों की कमाई कई गुना बढ़ गई है। आगे भी आईटी की जरूरत कम नहीं होने वाली है। वहीं, टीसीएस आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनी है। यानी कंपनी की आय आने वाले सालों में तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। अगर कंपनी की आय और मूल्यांकन बढ़ती है तो शेयर के मूल्य में उछाल आना तय है। यानी लंबी अवधि के लिए निवेश किए निवेशकों को मोटा रिटर्न मिलना तय है। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशक को अपने शेयर बायबैक के तहत तभी बेचने चाहिए जब कंपनी के शेयर की वैल्यू काफी अधिक (ओवरवैल्यूड) है और कंपनी के पास ग्रोथ के कोई खास मौके नहीं हैं।
इंटेलिजेंस प्रोवाइडर कंपनीtracxn technologies ने अपना आईपीओ आज बाजार में उतारा और पहले दिन के शुरुआती कुछ घंटे निवेशकों . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : October 10, 2022, 11:14 IST
Tracxn Technologies एक ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस प्रोवाइडर कंपनी है.
कंपनी ने आईपीओ के तहत 2.12 करोड़ शेयर बेचने के लिए उतारे थे.
पहले दिन के शुरुआती घंटे में सिर्फ 2.निवेशकों के लिए ऑफर 78 लाख शेयरों की ही बोली लगाई गई है.
नई दिल्ली. फ्लिपकार्ट के फाउंडर सचिन बंसल और बिन्नी बंसल की अगुवाई वाली कंपनी Tracxn Technologies के आईपीओ (IPO) को पहले दिन की शुरुआत में निवेशकों का बेहद ठंडा रिएक्शन मिला है. पहले दिन के शुरुआती घंटे में महज 1 फीसदी बोली आई, जबकि खुदरा निवेशकों ने 7 फीसदी सब्सक्राइब किया है.
Tracxn Technologies ने बाजार से 309.37 करोड़ रुपये जुटाने के लिए आईपीओ जारी किया था. इसके लिए प्रति शेयर 75-80 रुपये का अपर प्राइस बैंड तय किया गया है. यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल के तहत खोला गया है, लिहाजा इसके लिए कंपनी को कोई फंड नहीं मिलेगा. Tracxn Technologies एक ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस प्रोवाइडर कंपनी है.