ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है

पाक के हिस्से का भी पानी रोकेगा भारत? प्लान
फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स ने कहा कि अक्टूबर, 2019 तक यदि पाकिस्तान उसकी 27 मांगों पर काम नहीं करता है तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। इस दौरान भारत ने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को आतंकी संगठनों को फाइनैंस करने की जानकारी देनी चाहिए।
ठाकुर अर्ल ग्रे टोमरुक तुर्की ब्लैक टी
"ठाकुर अर्ल ग्रे तोमरकुक तुर्की ब्लैक टी" सबसे स्वादिष्ट चाय में से एक है। प्राकृतिक bergamot गंध और ताजा अंकुरित पत्तियों के साथ तैयार। सम्मिश्रण के लिए विशेष रूप से तैयार। इसे सभी चायों के साथ मिश्रित किया जा सकता है। यदि आप चाय के शौकीन हैं, तो आप इसका स्वाद, गंध और आनंद नहीं छोड़ेंगे। यह 125g पौराणिक टिन और 200gr प्यारा सिलेंडर टिन पैकेज में बेचा जाता है।
चाय का 5000 साल का इतिहास है। ब्लैक टी तुर्की की एक संस्कृति है। भले ही 1878 के वर्ष में चाय तुर्की में आई है, लेकिन तुर्की संस्कृति में इसका एक महत्वपूर्ण और स्थिर स्थान है। इस संदर्भ में तुर्की में काली चाय एक संस्कृति है। यह दैनिक जीवन में अपरिहार्य है।
उदाहरण के लिए यह तुर्की संस्कृति में "चाय चैट" है। सबसे सुखद वार्तालाप चाय पीने के दौरान किए गए हैं।
और तुर्की में भटकते हुए आपके सामने आने वाले कारीगर भी आपको चाय परोस सकते हैं। यदि आप इन पारंपरिक कामों का सामना करते हैं, तो आप उन्हें बिना किसी हिचकिचाहट के स्वीकार कर सकते हैं।
FATF की ग्रे लिस्ट में ही रहेगा पाकिस्तान, जमात को बैन करने का भी नहीं चल पाया दांव
- फाइनैंशल ऐक्शन टास्क फोर्स ने पाकिस्तान ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है को 'ग्रे लिस्ट' में बरकरार रखा है, यह फैसला इस साल अक्टूबर तक जारी रहेगा
- पाकिस्तान ने जमात-उद-दावा को बैन कर मेसेज देने का प्रयास किया था, लेकिन यह दांव भी उसका काम नहीं आ सका
- FATF ने कहा कि यदि पाकिस्तान उसकी 27 मांगों पर काम नहीं करता है तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा
यही नहीं पाकिस्तान ने गुरुवार शाम को आखिरी वक्त में हाफिज सईद के आतंकी संगठनों जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इनसानियत को बैन कर आतंक के खिलाफ कार्रवाई का मेसेज देने का प्रयास किया था। लेकिन पाक का ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है यह दांव भी काम नहीं आ सका।
आतंक पर पीएम मोदी बोले, 'ऐक्शन का वक्त'
पुलवामा में सीआरपीएफ पर पाक में सक्रिय आतंकी संगठन की ओर से हमला किए जाने के बाद भारत ने भी कहा था कि उसे इस लिस्ट से हटाया नहीं जाना चाहिए। यहां तक कि भारत ने पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट में डालने की मांग की गई थी, लेकिन इस संबंध में उसे राहत दे दी गई।
पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में और 6 महीने रहने का सता रहा डर, अगले महीने होगा तय
Pakistan in FATF grey list: फरवरी में पेरिस (Paris) में संस्था की बैठक में इस पर विचार किया जाएगा कि पाकिस्तान ने इस दिशा में कितना काम किया है. इसी आधार पर उसके ग्रे लिस्ट में बने रहने या फिर यहां से निकालकर ब्लैक लिस्ट में डालने या व्हाइट लिस्ट में डालने पर फैसला होगा.
संस्था की अगले महीने होने वाली बैठक में उसके ग्रे से निकलकर व्हाइट लिस्ट में आसार बहुत कम हैं. (रॉयटर्स)
Pakistan in FATF grey list: पाकिस्तान (Pakistan) को इस बात का अंदेशा है कि वह छह महीने और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में बना रह सकता ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है है. संस्था की अगले महीने होने वाली बैठक में उसके ग्रे से निकलकर व्हाइट लिस्ट में आसार बहुत कम हैं. यह जानकारी अखबार 'खलीज टाइम्स' ने अपनी रिपोर्ट में पाकिस्तान के उच्चपदस्थ लोगों के हवाले से दी है. आतंक वित्तपोषण और धनशोधन (Money laundering) पर लगाम लगाने के लिए पाकिस्तान पर भारी अंतर्राष्ट्रीय दबाव बना हुआ है. आईएएनएस की खबर के मुताबिक, एफएटीएफ ने इस दिशा में डेवलपमेंट के लिए पाकिस्तान को एक निश्चित कार्ययोजना पर अमल करने को कहा है. फरवरी में पेरिस (Paris) में संस्था की बैठक में इस पर विचार किया जाएगा कि पाकिस्तान ने इस दिशा में कितना काम किया है. इसी आधार पर उसके ग्रे लिस्ट में बने रहने या फिर यहां से निकालकर ब्लैक लिस्ट में डालने या व्हाइट लिस्ट में डालने पर फैसला होगा.
Most Preferred Car: भारत नें सफेद रंग की कार पसंद करने वालों की संख्या घटी, और इस कलर की डिमांड बढ़ी
Most Preferred Car: जर्मनी की केमिकल और ऑटोमोटिव सॉल्यूशन कंपनी बीएएसफ की वार्षिक कलर रिपोर्ट-2021 से यह सूचना मिली है। हालांकि, इस खबर के अनुसार, एक ट्रेंड यह भी है कि कार का आकार जितना बड़ा होता जाता है, उसके ब्लैक या ग्रे कलर के होने की संभावना उतनी ही बढ़ती जाती है।
नई दिल्ली। आज कल हर व्यक्ति कार खरीदना चाहता है और खरीदे भी क्यों न कार हमारे लिए बहुत फायदेमंद भी होता है। हमें अगर अपनी फैमिली के साथ कहीं जाना है तो दोपहिया ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है वाहन में एक साथ सारी फैमिली का आना संभव नहीं होता है। ऐसे में व्यक्ति कार खरीदने की सोचता है अगर वह नई कार नहीं खरीद पाता तो सेकेंड हैंड कार खरीदने की सोचता है। पुरानी कार खरीदने के अपने फायदे और नुकसान होते हैं लेकिन इसके बाद भी बहुत से लोग पुरानी कार खरीदना पसंद करते हैं क्योंकि ऐसा करके वह कम कीमत में कार खरीद पाते हैं। जब भी लोग कार खरीदते हैं तो उसके फीचर्स से लेकर कार के कलर तक सब कुछ के बारे नें वह काफी सोचते होंगे कि कौन से कलर की कार खरीदी जाए या फिर वह पहले से ही मन बनाकर रखते होंगे कि उन्हें किस कलर की कार खरीदनी है। लेकिन, अगर पूरी दुनिया में देखा जाए तो सबसे ज्यादा सफेद रंग की गाड़ियां पसंद की जाती हैं। जर्मनी की केमिकल और ऑटोमोटिव सॉल्यूशन कंपनी बीएएसफ की वार्षिक कलर रिपोर्ट-2021 से यह सूचना मिली है। हालांकि, इस खबर के अनुसार, एक ट्रेंड यह भी है कि कार का आकार जितना बड़ा होता जाता है, उसके ब्लैक या ग्रे कलर के होने की संभावना उतनी ही बढ़ती जाती है।
LIC का IPO खुलते ही टूट ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है पड़े निवेशक, 1 घण्टे में बिक गए 17 लाख से ज्यादा शेयर
एलआईसी का आईपीओ खुलते ही निवेशक आईपीओ खरीदने के लिए टूट पड़े और पहले एक ही घण्टे में 17 लाख से ज्यादा शेयर बिक चुके थे। एलआईसी (लाइफ इंश्योरेंस कार्पोरेशन) का मेगा आईपीओआज बुधवार 4 मई से 9 मई तक निवेश के लिए खुला रहेगा। एलआईसीने आईपीओके लिए प्राइस बैंड 902-949 रुपये प्रति शेयर तय किया है। वहीं इसमें लॉट साइज 15 शेयरों का है। अधिकतम 14 लॉट के लिए निवेशक बिड कर सकते हैं। एलआईसीके आईपीओका साइज 21,000 करोड़ रुपये का है। इस इश्यू को लेकर निवेशकों में जमकर क्रेज रहा है। 2 मई को ऐकर निवेशकों ने भी इसे जबरदस्त रिस्पांस दिया था और कंपनी ने उनसे 5627 करोड़ रुपये ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है ग्रे या ब्लैक मार्केट क्या है जुटाए। सवाल यह उठता है कि एलआईसीके आईपीओमें पैसा लगाना फायदे का सौदा होगा या नहीं। क्या अपर प्राइस बैंड 949 रुपये पर दांव लगाना चाहिए। जानते हैं एक्सपर्ट की क्या है इस पर सलाह।