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व्यापार तकनीक क्या है

व्यापार तकनीक क्या है

सोने और भूकंप कनेक्शन के साथ जाने, आज के सोने चांदी के रेट

आज-कल भूकंप बहुत आ रहे है, कुछ धारणाएं हैं कि भूकंप के आने पर पानी सोने में बदलता है। इसी बात को लेकर एक एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि पृथ्वी के भीतर हर तरह के धातु मिलते हैं जिनमें सोना भी होता है। ये द्रव्य (पानी की तरह) दिखाई देता है। भूकंप के दौरान जब दबाव पड़ता है तब ये धातु धीरे-धीरे ऊपर आने लगते हैं और जैसे-जैसे ये ऊपर की और आते हैं, तापमान कम होने पर ठोस रूप ले लेते हैं।ये ठोस जरूरी नहीं है कि सोना ही हो, बल्कि ये कॉपर, जिंक, लोहा और अन्य धातु भी हो सकते हैं। ऐसा भोपाल के बर्कतुल्लाह विश्व विद्यालय में भूविज्ञान के प्रोफ़ेसर डीसी गुप्ता के हवाले से कहा गया है।

मल्‍टी कमोडिटी एक्‍सचेंज पर 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का भाव सुबह 131 रुपये गिरकर 52,931 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि चांदी का रेट आज 443 रुपये गिरकर 61,554 रुपये पर ट्रेड कर रहा है। आपको बता दें कि सोने का भाव आज 52,950 रुपये पर खुला था लेकिन फिर भाव 52,931 रुपये हो गया, जबकि चांदी का भाव 61,760 रुपये पर खुला था और फिर 62,770 रुपये तक गया. लेकिन बाद में भाव थोड़ा गिरकर 61,554 रुपये हो गया । यानी आज बाजार में सुस्ती दिख रही है ।

अब बात करते हैं ग्लोबल मार्केट की तो आज अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में सोने और चांदी के भाव कमजोर हैं। जबकि कल सोने में तेजी थी, वहीं चांदी का भाव कम था। व्यापार तकनीक क्या है आज ग्लोबल मार्केट में सोने का हाजिर भाव 0.93 फीसदी गिरकर 1,764.42 डॉलर प्रति औंस हो गया है, जबकि चांदी का भाव आज 1.36 फीसदी लुढ़ककर 21.31 डॉलर प्रति औंस हो गया है।

G-20 शिखर सम्मेलन: PM मोदी ने की 8 मुलाकातें, समझें भारत के लिए क्या हैं मायने

सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के बारे में चर्चा हुई। तकनीक, नवीकरणीय ऊर्जा, कौशल विकास में निवेश का न्योता दिया।

G-20 शिखर सम्मेलन: PM मोदी ने की 8 मुलाकातें, समझें भारत के लिए क्या हैं मायने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिखर सम्मेलन से इतर आठ राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। सभी बैठकों का प्रमुख ध्यान रक्षा और आर्थिक संपर्क को बढ़ावा देने पर था। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता समावेशी, महत्वाकांक्षी, निर्णायक और कार्योन्मुखी होगी तथा देश ऐसे समय में यह जिम्मेदारी संभाल रहा है जब दुनिया भूराजनीतिक तनावों, आर्थिक मंदी एवं बढ़ती ऊर्जा कीमतों से जूझ रही है। जी-20 के यहां हुए दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर भारत को इस प्रभावशाली समूह की अध्यक्षता सौंपी गयी।

सिंगापुर- निवेश का न्योता
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के बारे में चर्चा हुई। तकनीक, नवीकरणीय ऊर्जा, कौशल विकास में निवेश का न्योता दिया। पीएम मोदी ने सिंगापुर को हरित अर्थव्यवस्था, बुनियादी ढांचे एवं डिजिटलीकरण के क्षेत्रों में निवेश करने तथा भारत के राष्ट्रीय इन्फ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन, एसेट मॉनिटाइज़ेशन प्लान और गतिशक्ति योजना का लाभ उठाने का प्रस्ताव दिया।

फ्रांस- रक्षा पर जोर
फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों के साथ मुलाकात में दोनों नेताओं ने रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा, व्यापार एवं निवेश के क्षेत्रों में मौजूदा सहयोग की समीक्षा की और नये क्षेत्रों में आर्थिक साझेदारी बढ़ाने के प्रस्ताव का स्वागत किया।

इटली- व्यापार की बात
इटली की पहली महिला प्रधानमंत्री जिओर्जिया मेलोनी के साथ मुलाकात में व्यापार तकनीक क्या है दोनों नेताओं ने व्यापार एवं निवेश, आतंकवाद से मुकाबले तथा जनता के बीच संपर्क बढ़ाने के बारे में चर्चा की।

जर्मनी- परिवहन व वित्तीय क्षेत्र में सहयोग बढ़ेगा
जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ मोदी ने व्यापक द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की तथा परिवहन, आव्रजन, वित्तीय एवं रक्षा क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ाने के रास्ते तलाशने पर भी चर्चा की।

ऑस्ट्रेलिया- शिक्षा को लेकर भागीदारी पर फैसला
ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बनीज के साथ रक्षा, व्यापार, शिक्षा, स्वच्छ ऊर्जा और जनता के बीच संपर्क को लेकर सहयोग की समीक्षा की। उच्च शिक्षा पर साझेदारी बढ़ेगी।

ब्रिटेन- रक्षा-सुरक्षा में भागीदारी पर सहमत
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मोदी की द्विपक्षीय चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चर्चा व्यापार, गतिशीलता, रक्षा और सुरक्षा जैसे सहयोग के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर हुई। दोनों नेताओं ने भारत ब्रिटेन समग्र रणनीतिक साझीदारी की स्थिति एवं प्रगति तथा भावी द्विपक्षीय संबंधों के रोडमैप 2030 को लेकर प्रगति पर संतोष जाहिर किया। दोनों नेताओं जी-20 एवं राष्ट्रमंडल जैसे बहुपक्षीय मंचों पर तथा द्विपक्षीय रूप से मिल कर काम करने की महत्ता की भी सराहना की।

अमेरिका- रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा
मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उभरती प्रौद्योगिकियों तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित अन्य क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी की स्थिति की मंगलवार को समीक्षा की। एक अन्य बैठक में, प्रधानमंत्री ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो के साथ भी चर्चा की। समझा जाता है कि इंडोनिशिया के बाली शहर में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर अपनी बैठक के दौरान मोदी और बाइडन ने रूस-यूक्रेन युद्ध और उसके प्रभावों के बारे में भी चर्चा की।

अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी, यूपी पवेलियन का किया निरीक्षण

स्थानीय उत्पादों को वैश्विक स्तर पर ब्रांडिंग प्रदान करने के लिए पीएम के प्रति जताया आभार

अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी, यूपी पवेलियन का किया निरीक्षण

नई दिल्ली/लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-20 समिट में भाग लेने गए हैं। यह गौरव की बात है कि भारत पीएम के नेतृत्व में अगले वर्ष तक जी-20 की अध्यक्षता करेगा। वहां जिन 20 विकसित देशों के राष्ट्राध्यक्ष आए हैं, उन्हें ओडीओपी ( वन जिला, एक उत्पाद) के उपहार प्रधानमंत्री की तरफ से दिए जा रहे हैं। इससे हमारे प्रोडक्ट को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिल रही है। स्थानीय उत्पाद को वैश्विक स्तर पर नया ब्रांडिंग प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री ने पीएम के प्रति आभार जताया।

सीएम बुधवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान पर चल रहे 41वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में पहुंचे। वहां उन्होंने यूपी पवेलियन में लगे स्टॉलों का अवलोकन किया। सीएम ने कारीगरों, हस्तशिल्पियों से बात कर उनकी हौसलाअफजाई भी की।सीएम ने कहा कि 5 वर्ष के अंदर यूपी के परंपरागत उत्पाद को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने के अनेक प्रयास हुए। इसके लिए हमने पहले मैपिंग कराई, फिर हर जिले के एक उत्पाद को चिह्नित कर डिजाइनिंग, मार्केटिंग, ब्रांडिंग व पैकेजिंग के लिए प्रोत्साहन दिया। हस्तशिल्पियों का प्रशिक्षण कराया। इस दौरान भी उन्हें मानदेय दिया। टूलकिट उपलब्ध कराए गए। प्रदर्शनियों में लाने- ले जाने के लिए हरसंभव सहयोग किया गया। उसका परिणाम है कि यूपी एक्सपोर्ट का हब बना है।

यूपी के विकास पर पड़ रहा था विपरीत असर

सीएम ने कहा कि इंडिया ट्रेड फेयर में आज यूपी डे है। उत्तर प्रदेश के स्टॉल का उद्घाटन हुआ है। प्रधानमंत्री जी ने कोरोना के दौरान आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य और लोकल फॉर वोकल का स्लोगन दिया था। उनकी प्रेरणा से हम लोगों ने 2018 में यूपी के परंपरागत उत्पादों की एक जिला, एक उत्पाद के रूप में ब्रांडिग की थी। यूपी इस दृष्टि से काफी समृद्धशाली है। वहां की आबादी 25 करोड़ है। हमारे पास 75 जनपद हैं और सभी के पास अपना कोई न कोई यूनिक उत्पाद है। उससे जुड़े कलस्टर पहले से हैं। इससे जुड़े हस्तशिल्पी व कारीगर सदियों से इस परंपरा से जु़ड़े हैं। समय के अनुरूप प्रोत्साहन, शासन-प्रशासन का सहयोग और तकनीक न मिलने से उनमें हताशा-निराशा थी। वे लोग इन कार्यों से मुंह मोड़ रहे थे। यूपी के विकास पर इसका विपरीत असर पड़ रहा था, इसलिए 2018 में यूपी दिवस पर ओडीओपी की अभिनव योजना प्रारंभ की गई, जो परंपरागत उत्पाद को प्रोत्साहित करने व उसे लोकल से ग्लोबल बनाने की मुहिमा का हिस्सा था। प्रसन्नता है कि यूपी का ओडीओपी पीएम के विजन के अनुरूप देश व विदेशों में भी समृद्ध हो रहा है।

यूपी का एक्सपोर्ट बढ़कर एक लाख 56 हजार करोड़ से अधिक का हो गया

सीएम ने बताया कि 2017-18 में यूपी का एक्सपोर्ट 86 हजार करोड़ का था, अब एक लाख 56 हजार करोड़ से अधिक का हो चुका है। इसमें अभी भी बहुत संभावनाएं हैं। एमएसएमई के कलस्टर के रूप में हस्तशिल्पी व कारीगर हैं। सरकार ने ओडीओपी व विश्वकर्मा श्रम सम्मान से उनके प्रोत्साहन के लिए कार्यक्रम चलाए। कोरोना में जब 40 लाख प्रवासी कामगार श्रमिक यूपी वापस आए थे तो ज्यादातर का समायोजन ओडीओपी व्यापार तकनीक क्या है के जरिए किया गया था। कोरोना में सबसे बड़ी आबादी वाले यूपी में भी अव्यवस्था नहीं फैली। ट्रेड फेयर का थीम पीएम की प्रेरणा से वोकल फॉर लोकल, लोकल फॉर ग्लोबल के साथ प्रारंभ हुआ। सभी 75 जनपदों के उत्पाद को यहां डिस्प्ले किया गया है। इससे जुड़े हस्तशिल्पी और उनके प्रोडक्ट यहां हैं। उनके उत्पादों को वैश्विक मान्यता मिलना यूपी के लिए गौरव की बात है। यह आत्मनिर्भर भारत को बढ़ाने का कार्यक्रम है।

मरीना ग्रोनबर्ग एक सफल व्यवसायी, हेमा ग्रुप की सह-संस्थापक हैं।

एक स्टार्टअप एक कमर्शियल प्रोजेक्ट है जो एक सफल तकनीक विकसित कर रहा है और इसके लिए मल्टी-स्टेज फंडिंग की आवश्यकता होती है। किसी विचार की संभावनाओं का मूल्यांकन करते समय, आप बाजार की स्थिति पर विचार करते हुए विभिन्न कोणों से इसका विश्लेषण करने की आवश्यकता है। मरीना ग्रोनबर्ग के अनुसार, सबसे मुश्किल काम एक नहीं बनाना है व्यावसायिक विचार, लेकिन इसे लागू करना। किसी प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक निष्पादित करने के लिए, निवेशकों को सभी कारकों और परिस्थितियों का पूर्वानुमान लगाना चाहिए और तुरंत प्रतिक्रिया देनी चाहिए जो इसके विकास को प्रभावित कर सकता है। कोई सही चुनाव कैसे कर सकता है? क्या किसी को खोजते और उसका मूल्यांकन करते समय कारकों को ध्यान में रखा जाना चाहिए स्टार्टअप?

स्टार्टअप्स एक बड़ी क्षमता वाली परियोजना को कैसे खोजना

अनुभवी निवेशक ऐसी जगह पर स्टार्टअप्स की तलाश करते हैं, जिसमें वे अच्छी तरह से वाकिफ हों। यह करता है इसका मतलब यह नहीं है कि वे बाद में विशेषज्ञों को शामिल नहीं करेंगे, लेकिन बारीकियों को जानकर समस्या के कारण उनके लिए एक ही पृष्ठ पर होना संभव हो जाता है स्टार्टअप के संस्थापक। यह, बदले में, स्वस्थ कार्य को विकसित करने की ओर ले जाता है ऐसे संबंध जो एक निवेशक और एक के बीच गठजोड़ के लिए आवश्यक हैं उद्यमी।

द स्टार्टअप्स की खोज एक निरंतर, कभी न खत्म होने वाली प्रक्रिया है। इनमें से केवल 3-4% फ़नल में आने वाली परियोजनाएँ एक फ़िनिश लाइन तक पहुँचती हैं, और पहले संसाधित किए जाने वाले एप्लिकेशन वे हैं जो विशेषज्ञ पैनल को मिलेंगे सबसे दिलचस्प। निवेशक उन स्टार्टअप्स की तलाश में हैं, जो अपने में राय, कुछ वर्षों में भुगतान कर सकते हैं।

ऑन दूसरी ओर, उद्यमी भी अपने विकास के लिए निवेशकों की तलाश कर रहे हैं विचार वे वीसी फर्मों और ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर आवेदन जमा करते हैं और उपयोग करते हैं नेटवर्किंग का। वेंचर कैपिटल फर्मों के लिए क्या मायने रखता है जो समर्थन करते हैं वैश्विक क्षमता वाले स्टार्टअप्स के तेजी से स्केलिंग की संभावना है प्रोजेक्ट। उनकी प्राथमिकताएं आईटी और बायोटेक्नोलॉजी में निहित हैं। निवेशक सुनते हैं उनके अंतर्ज्ञान और मंच पर तुरंत कुछ भी âuninterestingâ बाहर निकाल देते हैं परियोजना को जानने के लिए।

चयन करना और मरीना ग्रोनबर्ग की एक स्टार्टअप की सलाह का मूल्यांकन करना

यह यदि आप किसी व्यापार तकनीक क्या है में विशेषज्ञ नहीं हैं, तो किसी परियोजना की संभावनाओं का आकलन करना मुश्किल है विशेष क्षेत्र। इसके अलावा, निवेशकों के पास उद्यमशीलता का अनुभव होना चाहिए स्टार्टअप्स के साथ काम करते हुए, उन्हें विकास के चरण के नुकसान को जानना चाहिए, मानसिक रूप से लचीला बनें और व्यावसायिक संपर्कों का पर्याप्त नेटवर्क रखें। निवेशकों के लिए एक और महत्वपूर्ण पहलू व्यवसाय में उनकी प्रतिष्ठा है। समुदाय। इस तथ्य के कारण कि अधिकांश स्टार्टअप महंगे प्रोजेक्ट हैं और उनकी आवश्यकता होती है पूंजी निवेश में दसियों लाख डॉलर, वे हैं वीसी फंड द्वारा विकसित किया गया है न कि निजी निवेशकों द्वारा। यह मजबूत फंड है भागीदारों से वित्तीय सहायता जो भविष्य की तकनीक का सक्षम मूल्यांकन प्रदान कर सकती है।

अनुसार मरीना ग्रोनबर्ग के लिए, तैयारी का चरण सबसे कठिन है और बहुत समय लेने वाली। इस अवधि के दौरान, व्यवसाय का मूल्यांकन करना आवश्यक है विचार, एक तथाकथित अवधारणा (या एक बड़ी तस्वीर) की कल्पना करें, प्राथमिकताएं निर्धारित करें और स्टार्टअप व्यापार तकनीक क्या है की संभावनाओं और व्यावसायिक रणनीति के बारे में अपने दृष्टिकोण पर ध्यान दें। उसके अंदर राय, आपको तीन अलग-अलग से कम से कम तीन विश्लेषण प्राप्त करने व्यापार तकनीक क्या है की आवश्यकता है विशेषज्ञों। इसके बाद ही आपको पूरी तस्वीर मिलेगी।

एक व्यवहार्यता अध्ययन इंटरनेट स्रोतों के विश्लेषण से शुरू होता है, इसके बाद अन्य निवेशकों के साथ व्यापार तकनीक क्या है व्यापार तकनीक क्या है मुख्य प्रश्नों और परामर्श की सूची। उसके बाद, आप धीरे-धीरे उन विशिष्ट संस्थानों की श्रेणी को कम करना शुरू करते हैं जो बाद में आपके विशेषज्ञ के रूप में कार्य करेंगे। साथ काम करने का व्यापक अनुभव होना निवेश, मरीना ग्रोएनबर्ग ने सभी को अति-महत्वाकांक्षी होने के खिलाफ चेतावनी दी है। आप केवल उन स्टार्टअप्स से निपटना चाहिए जो आपकी रुचि और आंतरिक रुचि को जगाते हैं सफलता का विश्वास और न केवल âfashionableâ के पीछे जाना। इसके अलावा, कोई भी निवेशक गलतियों से सुरक्षित नहीं है। उदाहरण के लिए, एक निराशाजनक परियोजना आपके द्वारा पहले ही इसे छोड़ने के बाद इसे शीर्ष पर पहुंचा सकते हैं। में क्या मायने रखता है यह स्थिति है कि कोई पछतावा न हो और आगे बढ़ें।

मरीना ग्रोएनबर्ग एक लघु जीवनी

मरीना ग्रोएनबर्ग एक अनुभवी निवेशक, सफल व्यवसायी और सह-संस्थापक हैं हेमा ग्रुप का। कंपनी की स्थापना 2009 में हुई थी और वर्तमान में इसमें परियोजनाएं हैं अमेरिका और यूरोप। यह ईएसजी तकनीक में निवेश को प्राथमिकता देता है। यह सबसे अधिक है सफल परियोजनाओं में शामिल हैं:

· NexWafe (जर्मनी), जो फोटोवोल्टिक का उत्पादन करता है कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने वाली एक विशेष तकनीक का उपयोग करने वाले सौर वेफर्स 75% तक और उत्पादन लागत को आधा

· टालानो (फ्रांस), जो TAMIC को विकसित करता है अवशोषण और निस्पंदन प्रणाली, से सूक्ष्म कण उत्सर्जन को कम करना कारों और गाड़ियों की ब्रेकिंग सिस्टम 90% तक

· कोप्टर (स्विटज़रलैंड), अगले डिज़ाइन को डिज़ाइन करना हेलीकॉप्टरों की पीढ़ी इस परियोजना को इतालवी कंपनी को बेच दिया गया है लियोनार्डो

मरीना एक स्विस नागरिक है। उनके पति इटली में हेमा ग्रुप की परियोजनाओं का प्रबंधन करते हैं विला रीले डि मारलिया सांस्कृतिक पुनर्स्थापना परियोजना और सुर-रीले रेस्तरां लुक्का में और विमानों और हेलीकॉप्टरों को चलाने का आनंद लेता है। इस जोड़े में दो हैं बेटियों। मरीना की जीवनी का एक और दिलचस्प तथ्य यह है कि उसके पास तीन हैं विश्वविद्यालय की डिग्री और पाँच भाषाएँ बोलती हैं। वह एक सक्रिय जीवन शैली का नेतृत्व करती है, खेल, यात्रा और आधुनिक व्यंजनों में रुचि के साथ।

बेंगलुरू टेक समिट में PM मोदी का प्री-रिकॉर्डेड वीडियो संदेश, कहीं ये अहम बातें.

Priyanka Sahu

भारत ने यह भी दिखाया है कि तकनीक को मानवीय स्पर्श कैसे दिया जाता है। भारत में, प्रौद्योगिकी समानता और सशक्तिकरण की एक शक्ति है। व्यापार तकनीक क्या है दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत लगभग 200 मिलियन परिवारों को सुरक्षा कवच प्रदान करती है। गरीबी के खिलाफ जंग में भारत तकनीक को हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

क्या आपने किसी सरकार के सफल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म चलाने के बारे में सुना है? यह भारत में हुआ है! हमारे पास जीईएम नामक एक सरकारी ई-मार्केटप्लेस है। यह एक ऐसी जगह है जहां छोटे व्यवसाय और व्यापारी सरकार की जरूरतों को पूरा करते हैं।

साइलो को समाप्त करने, तालमेल को सक्षम करने और सेवा सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जा रहा है।

आपका निवेश और हमारा नवप्रवर्तन चमत्कार कर सकता है। आपका भरोसा और हमारी तकनीकी प्रतिभा चीज़ों को घटित कर सकती है। मैं आप सभी को हमारे साथ काम करने के लिए आमंत्रित करता हूं क्योंकि हम दुनिया की समस्याओं को हल करने में अग्रणी हैं।

भारत ने इस वर्ष ग्लोबल इनोवेटिव इंडेक्स में 40 रैंकों की छलांग लगाई है। 2015 में हम 81वें स्थान पर थे। भारत में यूनिकॉर्न स्टार्टअप की संख्या दोगुनी होई है, अब हम दुनिया में तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप हब हैं। यह भारत के टैलेंट पूल के कारण है।

पिछले 8 सालों में ब्रॉडबैंड कनेक्शन का आंकड़ा 60 मिलियन से 810 मिलियन पर आ गया है। स्मार्टफोन उपयोगकर्ता भी 150 मिलियन से 750 मिलियन पर पहुंच गए हैं। इंटरनेट की बढ़त ग्रामीण इलाकों में तेज़ी से हो रही है।

कोविड के समय में सब छोटे व्यापारी के लिए चिंतित थे और हमने उनकी मदद भी की। लेकिन हम एक कदम आगे गए और हमने स्ट्रीट वेंडर की मदद की। हमने उनको अतिरिक्त कार्यशील पूंजी दी जिसकी मदद से वह अपने व्यापार को फिर से शुरू कर सकें।

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