अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है?

कृषि क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति
भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के Question
भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के Question :-अंतरराष्ट्रीय व्यापार की हानियां , अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को प्रभावित करने वाले कारक , अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है , अंतरराष्ट्रीय व्यापार के तुलनात्मक लागत सिद्धांत , अंतरराष्ट्रीय व्यापार कितने प्रकार के होते हैं , विश्व व्यापार में भारत का हिस्सा 2021 , व्यापार की शर्तें क्या है , भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के Question,
1.) योजनावधि में कितनी बार भारत का विदेशी व्यापार शेष अनुकूल रहा है
[A] एक बार
[B] दो बार
[C] तीन बार
[D] चार बार
Answer :- B
2.) अंतराष्ट्रीय व्यापार का प्रमुख प्रहरी है
[A] I.M.F.
[B] I.B.R.D.
[C] W.T.O.
[D] I.F.C
Answer :- C
भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है? सिनेमा से संबंधित MCQ
6.) ब्रेक इवन (Break Even) बिंदु क्या है
[A] वह स्थिति जब फार्म लाभ उठा रही है
[B] वह स्थित जब फर्म को हानि हो रही है
[C] वह स्थित जब फर्म को न लाभ और न हानि हो रही हो
[D] इसका लाभ – हानि से कोई संबन्ध नहीं है
Answer :- C
7.) ट्रेड पॉइंट (Trade Point) की स्थापना का उदेश्य है
[A] आयात-निर्यात का आदान -प्रदान करने वाला देश
[B] आयात – निर्यात सम्बन्धी सूचनाओं अक आदान प्रदान अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है? अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है? करने वाला देश
[C] विदेशी बैंकिंग व्यापार का आदान -प्रदान केंद्र
[D] सीमा शुल्क एकत्रित करने का केंद्र
Answer :- B
8.) बौद्धिक सम्पदा अधिकार से सम्बंधित व्यापार पहलु T.R.I.P.S. तथा व्यापार से सम्बन्धित निवेश उपाय T.R.I.M.S. निम्नलिखित में से किससे सम्बंधित है
A] प्रेस्टन प्रस्ताव
[B] डंकल प्रस्ताव
[[C] चेलैया समिति
[D] इनमे से कोई नहीं
Answer :- B
अंतरराष्ट्रीय व्यापार आकर्षक करियर
ग्लोबलाइजेशन के चलते आज पूरा विश्व और वैश्विक बाजार एक प्लेटफॉर्म पर आ गया है। इस वजह से आज के समय में घरेलू व्यापार के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय व्यापार बेहद खास हो गया है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के अंतर्गत आयात-निर्यात, अंतरराष्ट्रीय समझौते, विभिन्न देशों के व्यापार कानून, समझौते आदि के अध्ययन पर बल दिया जाता है। अंतरराष्ट्रीय व्यापार के खास होने से इस क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन रोजगार की संभावनाएं बढ़ती ही जा रही हैं। इसी कारण अंतरराष्ट्रीय व्यापार करियर के एक आकर्षक क्षेत्र के रूप में सामने आया है।
विषय प्रकृति
पूरे पाठ्यक्रम के दौरान बिजनेस इकोनॉमिक्स, इंटरनेशनल फाइनेंस, बिजनेस स्टैटिस्टिक्स, प्रोडक्शन, ऑपरेशन मैनेजमेंट, ई-कॉमर्स, ऋण प्रबंधन, विदेश नीति आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, बहुद्देश्यीय व्यापारिक क्षेत्र, सीमा शुल्क, व्यापार कर से संबंधित विषयों की भी जानकारी दी जाती है। विश्व के दूसरे बाजारों से परिचित कराने के लिए संस्थानों द्वारा छात्रों को समय-समय पर विदेशी दौरों पर भी भेजा जाता है।
भारत-अमेरिका व्यापार के संदर्भ में बहुत कम सिद्धांत प्रासंगिक
डॉनल्ड ट्रंप की भारत यात्रा से दोनों पक्षों को कुछ लाभ हो सकते हैं, लेकिन क्या गतिरोध दूर होंगे? इसके जवाब के लिए अंतरराष्ट्रीय व्यापार के सिद्धांत पर नजर डालना जरूरी है। यह वर्ष 1945 के बाद अर्थशास्त्र में सबसे ज्यादा अनुसंधान वाले विषयों में से एक होता था। लेकिन 1970 के दशक में अमेरिकियों की सिद्धांतों में रुचि खत्म हो गई और उन्होंने बाजारों में पकड़ बनाने के लिए साम्राज्यवादी तरीके अपनाए। इसलिए आधुनिक अर्थशास्त्री केवल आकंड़ों का विश्लेषण करते हैं। आंकड़ों के उपयोग अवश्य हैं, विशेष रूप से रणनीति और कार्यनीतियों को दुरुस्त बनाने के लिए। लेकिन ये देशों के बीच व्यापार के पैटर्न की ठीक से व्याख्या नहीं करते हैं और न ही यह बताते हैं कि उन्हें अपने बीच व्यापार को कैसे देखना चाहिए। इसकी वजह यह है कि आर्थिक सिद्धांत स्थायी माने जाने वाले तर्क पर आधारित होते हैं। लेकिन आंकड़े बदलते रहते हैं। ये आज प्रासंगिक हैं, कल नहीं। इसलिए सिद्धांत की शिक्षाओं को भूलना बहुत बुद्धिमानी नहीं है। ऐसे बहुत कम सिद्धांत हैं, जो विशेष रूप से भारत-अमेरिका के संदर्भ में प्रासंगिक हैं। इनके बारे में पाठकों को जानकारी देना उचित है।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 'आत्मनिर्भर भारत' पर होगा केंद्रित
नई दिल्ली। भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ) का 40वां संस्करण आत्मनिर्भर भारत पर केंद्रित होगा जहां, अर्थव्यवस्था, निर्यात क्षमता, अवसंरचना आपूर्ति श्रृंखला, मांग तथा विविधतापूर्ण जनसांख्यिकी को प्रदर्शित किया जायेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना से प्रेरित होकर यह आयोजन 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' के अभिन्न अंग के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जो नवंबर 14 से 27, 2021 तक नई दिल्ली प्रगति मैदान के नवीन निर्मित हॉलों में अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी एवं सम्मेलन केंद्र (आईईसीसी) तथा मौजूदा हॉलों में भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। यह मेला व्यापारी समाज के अनंत साहस को भी दर्शाता है, जिन्होंने महामारी के दौरान भयावह चुनौतियों का सामना किया।
व्यापार
व्यापार मंडल के निर्यात और कृषि वस्तुओं के आयात पर नीति सिफारिशें करने की जिम्मेदारी सौंपी है। व्यापार मंडल विश्व व्यापार संगठन के (डब्ल्यूटीओ) कृषि पर कृषि के क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर वाणिज्य मंत्रालय, विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड के साथ (अंतरराष्ट्रीय व्यापार क्या है? एफआईपीबी), वित्त मंत्रालय के साथ साथ मामलों में समझौते से संबंधित पर प्रतिक्रियाएं तैयार करने / समन्वय के लिए नोडल विभाग के डिवीजन है कृषि जिंसों पर और तरजीही व्यापार समझौते (पीटीए) / मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए विभिन्न देशों के साथ से संबंधित मामलों में वाणिज्य मंत्रालय के साथ कस्टम / उत्पाद शुल्क में संशोधन करने के लिए।
निम्नलिखित कार्य व्यापार मंडल के लिए आवंटित किया गया है: -