विदेशी मुद्रा क्लब

कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी

कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी
उन समस्याओं का समाधान तो काफी हद तक हो गया है, लेकिन अनेक इलाकों में पानी और बिजली की किल्लत जैसी समस्याएं अभी बरकरार हैं। कुछ उत्पादों में कम रिटर्न को लेकर भी चिंता है, खास कर नमक के मामले में। इससे सत्तारूढ़ पार्टी का गणित गड़बड़ा सकता है। लंपी स्किन रोग के कारण डेयरी सेक्टर में किसानों को हुए नुकसान ने भी पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। अनुमान है कि इस बीमारी से 5800 मवेशियों की जान चली गई।

कमोडिटी में हेजिंग के क्या हैं फायदे, समझिए हेजिंग और रिस्क मैनेजमेंट का गणित !

कमोडिटी मार्केट में हम हेजिंग पर डिटेल्स में बात करेंगे। हम आपको हेजिंग और रिस्क मैनेजमेंट का पूरा गणित समझाने की कोशिश करेंगे जिसका फायदा उठाकर कमोडिटी मार्केट में आप भारी उतार-चढ़ाव के बीच भी नुकसान से बच सकते हैं। इसके अलावा आज के एपिसोड में OPEN INTERST पर भी फोकस होगा।

फ्यूचर्स कॉन्ट्रैक्ट के जरिए भविष्य के किसी तय समय पर कमोडिटी खरीदने/बेचने का कानूनी कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी करार होता है।

एसेट के मौजूदा भाव पर संभावित लेनदेन पूरा करने के लिए कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी 2 पार्टी में करार होता है उसेऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट कहा जाता है।

संबंधित खबरें

Reliance Jio ने पुणे में लॉन्च की 5G सर्विस, वेलकम ऑफर में मिलेगा 1 Gbps की स्पीड के साथ अनलिमिटेड डेटा

Shriram ग्रुप की कंपनियों का मर्जर जल्द, श्रीराम फाइनेंशियल वेंचर्स होगी ग्रुप की नई होल्डिंग कंपनी, जानें डिटेल

Stock Tips: 84% बढ़ाई पूंजी, अब 50% मुनाफा कमाने का मौका, अपने पोर्टफोलियो में करें शामिल

भविष्य के तय समय, कीमत पर 2 पार्टी में खरीद/बिक्री का कस्टमाइज करार ही फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट कहलता है।

हेजिंग किसी कमोडिटी की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव से नुकसान से बचने का तरीका है। कमोडिटी बाजार हो या शेयर बाजार, सिक्योरिटी या कमोडिटी से रिटर्न की गारंटी नहीं होती है। इसकी वजह यह है कि किसी को पता नहीं होता कि भविष्य में किसी सिक्योरिटी या कमोडिटी की कीमत चढ़ेगी या गिरेगी। इससे उन लोगों का जोखिम बढ़ जाता है, जो किसी कमोडिटी का इस्तेमाल करते हैं। उदाहरण के लिए चिप्स बनाने के लिए आलू का इस्तेमाल करने वाला उद्यमी. इसलिए निवेशक या कारोबारी जोखिम कम करने के लिए हेजिंग का सहारा लेते हैं। हेजिंग से नुकसान की संभावना काफी कम हो जाती है।

बलिप्रतिपदा पर शेयर बाजार बंद, फॉरेक्स और कमोडिटी मार्केट में भी नहीं होगा कारोबार

नई दिल्लीः दिवाली बलिप्रतिपदा या बलि पड़वा के दिन आज 26 अक्टूबर को स्टॉक मार्केट में कोई कारोबार नहीं होगा। बीएसई और एनएसई के साथ ही आज फॉरेक्स और कमोडिटी मार्केट में भी कोई कारोबार नहीं होगा। बता दें कि बलि प्रतिपदा के दिन असुर राजा बलि की पूजा होती है। उत्तर भारत में कार्तिक प्रतिपदा के दिन राजा बलि की पूजा करने का विधान है। बलि प्रतिपदा को बलि पूजा भी कहा जाता है, जो गोवर्धन पूजा के साथ आता है। गोवर्धन पूजा भगवान श्रीकृष्ण और गिरिराज जी को समर्पित है। बलि प्रतिपदा को भगवान विष्णु के वामन अवतार की राक्षस राज बलि पर विजय और बलि के धरती पर आने के जश्न के तौर पर मनाया जाता है।

बलि प्रतिपदा पर राजा बलि की पूजा का विधान है। राजा बलि को भगवान विष्णु से अमर होने का वरदान प्राप्त है। ऐसे में कहा जाता है कि इनकी पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और हर कार्य सिद्ध होते हैं। इसी दिन से इस दिन से गुजराती नववर्ष की शुरुआत भी होती है।

सबसे ज्यादा पढ़े गए

Som Pradosh Vrat: आज इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, कुंडली का हर दोष होगा शांत

Som Pradosh Vrat: आज इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा, कुंडली का हर दोष होगा शांत

Vastu: भूल से भी इन जगहों पर न बनाएं घर का पूजा स्थान, वरना.

Vastu: भूल से भी इन जगहों पर न बनाएं घर का पूजा स्थान, वरना.

जल्द खत्म हो सकती है पाकिस्तान के अगले सेना प्रमुख की तलाश

जल्द खत्म हो सकती है पाकिस्तान के अगले सेना प्रमुख की तलाश

मुद्रा बाजार व कमोटिडी बाजार – Money Market & Commodity Market के बारे में विवरण जानें!

मुद्रा बाजार (मनी मार्केट) और कमोडिटी मार्केट (Commodity market) पर आधारित प्रश्न कई प्रर्तिस्पर्धी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं। यह दोनों ही टॉपिक काफी आसानी से समझे जा सकते हैं। इस लेख के माध्यम से हम मनी मार्केट और कमोडिटी मार्केट के बारे में हर मुख्य बाते बता रहे हैं जो परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इसलिए मुद्रा बाजार (मनी मार्केट) और कमोडिटी मार्केट के बारे में, इसकी महत्वता, उपयोगिता व दोनों के बीच के अंतर को समझने के लिए यह लेख अंत तक ध्यान से पढ़ें व पीडीएफ में भी डाउनलोड करें। यहाँ भारतीय रुपए विनिमय दर के बारे में जानें।

मुद्रा बाजार एक वित्तीय बाजार का हिस्सा है जहां अल्पकालिक उधार जारी किए जा सकते हैं। इस तरह के बाजार में ऐसी संपत्तियां शामिल हैं जो अल्पकालिक उधार, उधार, खरीद और बिक्री के साथ सौदा करती हैं। हालांकि, कमोडिटी बाजार कच्चे या प्राथमिक उत्पादों को खरीदने, बेचने और व्यापार करने के लिए एक भौतिक या आभासी बाजार है। यहाँ प्रमुख देश और मुद्रा की सूची पढ़ें।

मुद्रा बाजार का परिचय

  • मनी मार्केट वित्तीय प्रणाली का एक प्रमुख घटक है क्योंकि यह आरबीआई द्वारा मौद्रिक नीति उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए किए गए मौद्रिक संचालन का आधार है।
  • यह प्राथमिक तंत्र है जिसमें से सेंट्रल बैंक (आरबीआई) तरलता दर और अर्थव्यवस्था में ब्याज दरों के सामान्य स्तर को प्रभावित करता है।
  • यह बाजार अल्पकालिक निधियों के लिए है, उनकी परिपक्वता 1 दिन से 1 वर्ष तक है और इसमें वित्तीय साधन शामिल हैं जिन्हें पैसे के करीबी विकल्प माना जाता है।
  • मनी मार्केट के इंस्ट्रूमेंट्स में तरलता (पैसे में त्वरित रूपांतरण), न्यूनतम लेनदेन लागत और मूल्य में कोई हानि नहीं है।

मुद्रा बाजार के कार्य

  • यह कम जोखिम, अत्यधिक तरल, अल्पकालिक उपकरणों के लिए थोक ऋण बाजार के रूप में कार्य करता है।
  • यह अल्पकालिक तरलता, अधिशेष और घाटे को दूर करने के लिए एक तंत्र प्रदान करने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और इस प्रक्रिया में मौद्रिक नीति के कामकाज की सुविधा प्रदान कमोडिटी मार्केट के बारे में अधिक जानकारी करता है।

कमोडिटी मार्केट का परिचय

  • कमोडिटी, इकनोमिक गुड , ट्रेडबल गुड , प्रोडक्ट और आर्टिकल है। कमोडिटी विनाशकारी या अविनाशकारी हो सकती है। एक वस्तु की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता में से एक यह है कि उसकी कीमत पूरी तरह से बाजार के हालातों द्वारा निर्धारित की जाती है।
  • कमोडिटी को एक आर्टिकल या एक उत्पाद या सामग्री के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। जिसे इच्छुक खरीदारों और विक्रेताओं के बीच एक स्थापित बाजार में खरीदा और बेचा जाता है।
  • कमोडिटी बाजार के ऐसा स्थान है जहां हर तरह की वस्तु को खरीद और बेच के लिए आना पड़ता है। जहां सभी व्यापारी साथ मिलकर वस्तु की कीमत निर्धारित करते हैं।
  • एक वस्तु बाजार स्थापित करने के लिए, उत्पाद में भिन्नताओं पर सर्वसम्मति जो इसे किसी उद्देश्य या किसी अन्य के लिए स्वीकार्य बनाती है, वह बहुत व्यापक होनी चाहिए।
  • कमोडिटी बाजार में मुख्‍य रूप से रॉ मटेरियल्‍स (कच्‍चा माल) का आदान-प्रदान होता है। कमोडिटी की अवधारणा को बेहतर तरीके से समझने के लिए हम ये उदाहरण ले स‍‍कते है कि अगर कोई कुर्सी जो किसी के बैठने के लिए बनाई गई हो या वो कोई भी वस्‍तु जो किसी के काम आती हो उसकी ट्रेडिंग ही कमोडिटी क‍हलाती है। वो कोई भी वस्‍तु कमोडिटी मार्केट में नहीं आती, जिसका उत्‍पादन किसी रुचि या शौक को पूरा करने के लिए किया गया हो।

गुजरात चुनावः सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए किसानों को लुभाने में लगी भाजपा

Subhashis Mittra WRITER: Sunil Kumar Singh

गुजरात चुनावः सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए किसानों को लुभाने में लगी भाजपा

कहावत है दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है। गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी इस बार किसानों से जुड़े मुद्दों पर अधिक फोकस कर रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में अन्य कारणों के अलावा सौराष्ट्र क्षेत्र में किसानों की दुर्दशा ने पार्टी के प्रदर्शन को काफी प्रभावित किया था। इन्हीं वजहों से पार्टी की सीटें, जो 2012 में 115 थीं, 2017 में घटकर 99 रह गईं। गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं।

चुनाव प्रचार में भारतीय जनता पार्टी किसानों को यह बताने की कोशिश कर रही है कि उन्हें राज्य और केंद्र सरकार की खेती से जुड़ी योजनाओं का पूरा फायदा मिलेगा। पार्टी नमो किसान पंचायत जैसी योजनाओं के भरोसे आगे बढ़ रही है पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने पिछले महीने नमो किसान पंचायत लांच किया था। इसका मकसद सरकारी योजनाओं के बारे में किसानों को जानकारी देना है। श्रमिकों की कमी दूर करने के लिए ड्रोन जैसी टेक्नोलॉजी की खातिर इंसेंटिव और वित्तीय मदद भी इसमें शामिल है।

रेटिंग: 4.11
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 292
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *