निवेशकों के लिए अवसर

अपनी समय सीमा का व्यापार करें

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बिज़नेस लोन को समय से पहले चुकाने का तरीका और फायदे

बिज़नेस लोन आपके सामने अचानक आने वाले निवेश और पूँजी की आवश्यकता को पूरा करने का सबसे आसान तरीका है। यह व्यापार का विस्तार करने, किसी नई तकनीक और मशीन को खरीदने, या फिर कच्चा माल जमा करने में आपकी सहायता करता है।

ZipLoan भारत के सभी व्यापारियों और उद्यमियों को बिना किसी परेशानी के आसान किस्तों पर लोन देता है, जिसे आंशिक और पूर्ण पूर्व-भुगतान के रूप में भी चुकाया जा सकता है। यहाँ आप लोन की एक्सपायरी से पहले भी लोन का भुगतान कर सकते हैं। इससे आपके लोन पर लगने वाला ब्याज कम और उसकी समय सीमा भी नियंत्रित हो जाती है। कम शब्दों में कहें तो यह आपको अपने लोन का भुगतान आपकी क्षमता के अनुसार करने की आज़ादी देता है।

आप इस सुनियोजित योजना द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले दो विकल्पों में से अपनी सुविधानुसार उपयुक्त विकल्प चुन सकते हैं:

अगर आप अपने लोन की राशि भरने की समयसीमा से पहले पूरा पैसा वापस करने का, यानी कि प्री-पेमेंट का निश्चय करते हैं तो आप अपने लोन पर लगने वाले ब्याज से बच सकते हैं।

उदाहरण के लिये, अगर आपका बिज़नेस लोन 2,00,000 लाख रुपये है जिसकी ब्याज दर 24% है और वो आपको 2 साल की समय सीमा की अंदर चुकाना है तो आपकी मासिक EMI 10,575 रुपये बैठती है। इसके अलावा आपको 58,782 अपनी समय सीमा का व्यापार करें रुपये इंट्रस्ट के रूप में भी चुकाने पड़ेंगे।
वहीं दूसरी ओर, अगर आप अपने बिज़नेस लोन का भुगतान एक साल के अंदर कर पाते हैं तो अपनी समय सीमा का व्यापार करें आप करीब इंट्रस्ट के 15,070 रुपये बचा पाएंगे।

आप अपने ऋण की कुल राशि का एक भाग एक साथ चुका सकते हैं और बकाया राशि को किस्तो में चुका सकते हैं, जिससे ब्याज की रकम काफी हद तक कम हो जाती है। इस विकल्प के प्रयोग से आप हर महीने चुकाई जाने वाली EMI से भी छुटकारा पा सकते हैं।

उपरोक्त उदहारण में ही अगर आप 1,00,000 रुपये की प्री-पेमेंट एक साल के अंदर कर देते हैं, तो आप ब्याज के 13,748 रुपये की बचत कर सकते हैं।

इस प्रकार, आप अपनी सुविधा के अनुसार अपने बिज़नेस ऋण का भुगतान कर सकते हैं। आप जो भी विकल्प चुनें, दोनों ही तरीकों से अच्छी बचत की जा सकती है।

इनके अतिरिक्त ZipLoan आपको अपनी प्रीपेमेंट पर और भी बहुत सी सुविधाएं देता हैं, जैसे कि :-

ब्याज काम पड़ने से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए बहुत से बैंक प्री-पेमेंट भुगतान पर एक शुल्क लेते हैं, पर ZipLoan आपको यह सुविधा निःशुक्ल प्रदान कराता हैं।

अगर आप अपने ऋण का प्री- पेमेंट ZipLoan के द्वारा करते हैं तो आपको कोई अपनी समय सीमा का व्यापार करें भी पेनाल्टी शुल्क नही चुकाना पड़ता।

आप कभी भी, अपनी सुविधा के अनुसार, अपने बिज़नेस ऋण के भुगतान के लिए अप्लाई कर सकते हैं।यदि लोन जमा करने की समयसीमा के दौरान आपके पास जरूरत लायक पैसे जमा हो जाते हैं, तो आप अपने लोन का भुगतान कर दें। यह निर्णय आपके काफी पैसे बच सकता है।

मेक इन इंडिया

मुख्य पृष्ठ

भारतीय अर्थव्यवस्था देश में मजबूत विकास और व्यापार के समग्र दृष्टिकोण में सुधार और निवेश के संकेत के साथ आशावादी रुप से बढ़ रही है । सरकार के नये प्रयासों एवं पहलों की मदद से निर्माण क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है । निर्माण को बढ़ावा देने एवं संवर्धन के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितम्बर 2014 को 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम की शुरुआत की जिससे भारत को महत्वपूर्ण निवेश एवं निर्माण, संरचना तथा अभिनव प्रयोगों के वैश्विक केंद्र के रुप में बदला जा सके।

'मेक इन इंडिया' मुख्यत: निर्माण क्षेत्र पर केंद्रित है लेकिन इसका उद्देश्य देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना भी है। इसका दृष्टिकोण निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाना, आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नये क्षेत्रों को खोलना और सरकार एवं उद्योग के बीच एक साझेदारी का निर्माण करना है।

'मेक इन इंडिया' पहल के संबंध में देश एवं विदेशों से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। अभियान के शुरु होने के समय से इसकी वेबसाईट पर बारह हजार से अधिक सवाल इनवेस्ट इंडिया के निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ द्वारा प्राप्त किया गया है। जापान, चीन, फ्रांस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों नें विभिन्न औद्योगिक और बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में भारत में निवेश करने हेतु अपना समर्थन दिखाया है। 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत निम्नलिखित पचीस क्षेत्रों - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है की पहचान की गई है:

चुनौतियों का सामना

सरकार ने भारत में व्यवसाय करने की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं। कई नियमों एवं प्रक्रियाओं को सरल बनाया गया है एवं कई वस्तुओं को लाइसेंस की जरुरतों से हटाया गया है।

सरकार का लक्ष्य देश में संस्थाओं के साथ-साथ अपेक्षित सुविधाओं के विकास द्वारा व्यापार के लिए मजबूत बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराना है। सरकार व्यापार संस्थाओं के लिए अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक गलियारों और स्मार्ट सिटी का विकास करना चाहती है। राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन - बाहरी वेबसाइट जो एक नई विंडो में खुलती है के माध्यम से कुशल मानव शक्ति प्रदान करने के प्रयास किये जा रहे हैं। पेटेंट एवं ट्रेडमार्क पंजीकरण प्रक्रिया के बेहतर प्रबंधन के माध्यम से अभिनव प्रयोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।

कुछ प्रमुख क्षेत्रों को अब प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए खोल दिया गया है। रक्षा क्षेत्र में नीति को उदार बनाया गया है और एफडीआई की सीमा को 26% से 49% तक बढ़ाया गया है। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी के लिए रक्षा क्षेत्र में 100% एफडीआई को अनुमति दी गई है। रेल बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में निर्माण, संचालन और रखरखाव में स्वचालित मार्ग के तहत 100% एफडीआई की अनुमति दी गई है। बीमा और चिकित्सा उपकरणों के लिए उदारीकरण मानदंडों को भी मंजूरी दी गई है।

29 दिसंबर 2014 को आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में विभिन्न हितधारकों के साथ विस्तृत चर्चा के बाद उद्योग से संबंधित मंत्रालय प्रत्येक क्षेत्र के विशिष्ट लक्ष्यों पर काम कर रहे हैं। इस पहल के तहत प्रत्येक मंत्रालय ने अगले एक एवं तीन साल के लिए कार्यवाही योजना की पहचान की है।

कार्यक्रम 'मेक इन इंडिया' निवेशकों और उनकी उम्मीदों से संबंधित भारत में एक व्यवहारगत बदलाव का प्रतिनिधित्व करता है। 'इनवेस्ट इंडिया' में एक निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। नये निवेशकों को सहायता प्रदान करने के लिए एक अनुभवी दल भी निवेशक सुविधा प्रकोष्ठ में उपलब्ध है।

निर्माण को बढ़ावा देने के लिए लक्ष्य

  • मध्यम अवधि में निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर में प्रति वर्ष 12-14% वृद्धि करने का उद्देश्य
  • 2022 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण की हिस्सेदारी में 16% से 25% की वृद्धि
  • विनिर्माण क्षेत्र में वर्ष 2022 तक 100 मिलियन अतिरिक्त रोजगार के अवसर पैदा करना
  • समावेशी विकास के लिए ग्रामीण प्रवासियों और शहरी गरीबों के बीच उचित कौशल का निर्माण
  • घरेलू मूल्य संवर्धन और निर्माण में तकनीकी गहराई में वृद्धि
  • भारतीय विनिर्माण क्षेत्र की वैश्विक प्रतिस्पर्धा बढ़ाना
  • विशेष रूप से पर्यावरण के संबंध में विकास की स्थिरता सुनिश्चित करना

आर्थिक विकास के आगे की दिशा

  • भारत ने अपनी उपस्थिति दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक के रूप दर्ज करायी है
  • 2020 तक इसे दुनिया की शीर्ष तीन विकास अर्थव्यवस्थाओं और शीर्ष तीन निर्माण स्थलों में गिने जाने की उम्मीद है
  • अगले 2-3 दशकों के लिए अनुकूल जनसांख्यिकीय लाभांश। गुणवत्तापूर्ण कर्मचारियों की निरंतर उपलब्धता।
  • जनशक्ति की लागत अन्य देशों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है
  • विश्वसनीयता और व्यावसायिकता के साथ संचालित जिम्मेदार व्यावसायिक घराने
  • घरेलू बाजार में मजबूत उपभोक्तावाद
  • शीर्ष वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थानों द्वारा समर्थित मजबूत तकनीकी और इंजीनियरिंग क्षमतायें
  • विदेशी निवेशकों के लिए खुले अच्छी तरह विनियमित और स्थिर वित्तीय बाजार

भारत में परेशानी मुक्त व्यापार

'मेक इन इंडिया' इंडिया' एक क्रांतिकारी विचार है जिसने निवेश एवं नवाचार को बढ़ावा देने, बौद्धिक संपदा की रक्षा करने और देश में विश्व स्तरीय विनिर्माण बुनियादी ढांचे का निर्माण करने के लिए प्रमुख नई पहलों की शुरूआत की है। इस पहल नें भारत में कारोबार करने की पूरी प्रक्रिया को आसान बना दिया है। नयी डी-लाइसेंसिंग और ढील के उपायों से जटिलता को कम करने और समग्र प्रक्रिया में गति और पारदर्शिता काफी बढ़ी हैं।

अब जब व्यापार करने की बात आती है तो भारत काफी कुछ प्रदान करता है। अब यह ऐसे सभी निवेशकों के लिए आसान और पारदर्शी प्रणाली प्रदान करता है जो स्थिर अर्थव्यवस्था और आकर्षक व्यवसाय के अवसरों की तलाश कर रहे हैं। भारत में निवेश करने के लिए यह सही समय है जब यह देश सभी को विकास और समृद्धि के मामले में बहुत कुछ प्रदान कर रहा है।

Arthik Rashifal 26 नवंबर 2022: वृष राशि के लोग इस बात का रखें खास ध्यान, जानिए अन्य राशियों का हाल

Arthik Rashifal 26 नवंबर 2022: वृष- महत्वपूर्ण निर्णय में सहजता बनाए रखें. साहस और बड़प्पन बढ़ाएं. संग्रह और संवार पर फोकस बनाए रखें. पेशेवर मामलों में सावधानी बरतें. करियर व्यापार में स्थिति मिश्रित रहेगी. आवश्यक कार्यां की सूची बनाएं. समय सीमा पर ध्यान दें. कार्य प्रबंधन पर जोर रखें. धूर्त जनों की सक्रियता से बचें. नए लोगों से दूरी बनाए रखें. बड़ों की सूझबूझ का लाभ उठाएं. बजट से चलें.

आज का आर्थिक राशिफल

अरुणेश कुमार शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 26 नवंबर 2022,
  • (अपडेटेड 26 नवंबर 2022, 6:00 AM IST)

मेष- चहुंओर शुभता का संचार रहेगा. महत्वपूर्ण कार्य सहजता से करेंगे. आत्मविश्वास और पराक्रम बना रहेगा. शुभ सूचनाएं प्राप्त होंगी. दीर्घकालिक योजनाएं आगे बढ़ाएंगे. कार्य व्यापार में बड़ा सोचेंगे. करियर में शुभता रहेगी. जिम्मेदारों का सानिध्य रखेंगे. सफलता का प्रतिशत उूंचा होगा. वाणिज्यिक मामले अनुकूल रहेंगे. प्रभाव बनाए रखेंगे. आर्थिक मामले संवरेंगे. जन कार्यां से जुड़ेंगे.

वृष- महत्वपूर्ण निर्णय में सहजता बनाए रखें. साहस और बड़प्पन बढ़ाएं. संग्रह और संवार पर फोकस बनाए रखें. पेशेवर मामलों में सावधानी बरतें. करियर व्यापार में स्थिति मिश्रित रहेगी. आवश्यक कार्यां की सूची बनाएं. समय सीमा पर ध्यान दें. कार्य प्रबंधन पर जोर रखें. धूर्त जनों की सक्रियता से बचें. नए लोगों से दूरी बनाए रखें. बड़ों की सूझबूझ का लाभ उठाएं. बजट से चलें.

मिथुन- आर्थिक मामलों में निरंतरता अनुशासन रखेंगे. शुभ प्रस्ताव मिलेंगे. करियर कारोबार में लाभ बढ़ेगा. तंत्र मशीनरी को बेहतर बनाएंगे. लक्ष्य के प्रति समर्पित रहेंगे. जोखिम उठाने की सोच रहेगी. लाभ प्रभाव में वृद्धि होगी. सबसे तालमेल रखेंगे. प्रबंधन संवार पर बना रहेगा. आय के स्त्रोत निर्मित होंगे. स्थायित्व को बल मिलेगा. उद्योग व्यापार को मजबूती देंगे. बड़ी सोच बनाए रखें.

कर्क- कार्यक्षमता को बल मिलेगा. श्रमशीलता में वृद्धि होगी. मेहनत से जगह बनाएंगे. कार्यगति बेहतर रहेगी. सकारात्मक प्रदर्शन रखेंगे. लेनदेन में स्पष्टता रखेंगे. समकक्षों को साथ लेकर चलेंगे. सतर्कता बढ़ाएंगे. सकारात्मक प्रबंधन से उत्साहित रहेंगे. कारोबारी मामले संवरेंगे. लक्ष्य साधेंगे. तय समय पर कार्य करेंगे. उधार न करें. मितभाषी बने रहें. सहयोग की भावना बढ़ाएं. तर्क रखें.

सिंह- नीति नियमों की अवहेलना से बचेंगे. सेवाश्रम के प्रयासों में गति आएगी. चहुंओर सकारात्मक रहेंगी. सक्रियता से आगे बढ़ेंगे. महत्वपूर्ण कार्य गति लेंगे. सूझबूझ से करियर व्यापार अपेक्षित सफलता पाएंगे. समय प्रबंधन पर फोकस बढ़ाएंगे. लाभ एवं विस्तार के प्रयास संवरेंगे. ऊर्जा उत्साह से भरे रहेंगे. प्रभावपूर्ण व्यवहार रखेंगे. व्यवस्था पर भरोसा बढाएंगे. खर्च पर अपनी समय सीमा का व्यापार करें नियंत्रण रखेंगे.

कन्या- स्वार्थ संकीर्णता को त्यागें. व्यक्गित प्रबंधन में बेहतर रहेंगे. चर्चा संवाद में तर्कशीलता रखेंगे. निजी गतिविधियों में सक्रियता दिखाएंगे. आर्थिक वाणिज्यिक मामले संवरेंगे. साहस संपर्क बढ़ेगा. विपक्ष से सजग रहेंगे. बहस से बचें. विविध योजनाओं पर अमल बना रहेगा. लाभ पर फोकस रखेंगे. आर्थिक विषयों में हड़बड़ी से बचेंगे. लोभ प्रलोभन में नहीं आएंगे. बहस विवाद टालें. सहज रहें.

तुला- पेशेवर कार्यां को बल मिलेगा. वाणिज्यिक गतिविधियां प्राथमिकता में रखेंगे. सफलता प्रतिशत अच्छा रहेगा. कारोबारी गतिविधियों को गति देंगे. व्यवस्था बेहतर बनाएंगे. बड़ी सोच से बेहतर परिणाम पाएंगे. लक्ष्य साधेंगे. कम दूरी की यात्रा हो सकती है. आर्थिक वाणिज्यिक मामलों में मनोबल बढ़ा हुआ. विभिन्न उपलब्धियां बल पाएंगी. कामकाज संवार पाएगा. सक्रियता आएगी.

वृश्चिक- महत्वपूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त करेंगे. योजनाओं को प्राथमिकता में रखेंगे. धनधान्य में वृद्धि होगी. पेशेवर तेजी रखेंगे. करियर व्यापार में सकारात्मक परिणामों से उत्साहित रहेंगे. महत्वपूर्ण कार्यां में तेजी दिखाएंगे. संबंधों का लाभ मिलेगा. फोकस बनाए रखेंगे. मूल्यवान भेंट की प्राप्ति होगी. प्रभावी प्रस्ताव मिलेंगे. वाणिज्यिक क्षेत्र में बेहतर रहेंगे. कारोबार अच्छा रहेगा. लाभार्जन बढ़ेगा.

धनु- प्रदर्शन प्रभावी बनाए रखेंगे. तेजी से विभिन्न कार्य पूरे करेंगे. पेशेवर कार्यां में सक्रियता दिखाएंगे. अनोखी कोशिशों से लाभ प्रभाव बना रहेगा. लक्ष्य साधने में सफल होंगे. करियर व्यापार बढ़त पर रहेगा. आकर्षक प्रस्ताव मिलेंगे. बड़े प्रयासों को गति देंगे. धन संपत्ति बढ़ेगी. लक्ष्य पूरा करने पर जोर रहेगा. स्वप्रयास बेहतर बने रहेंगे. सामंजस्य बढ़ाएंगे. पराक्रम रखेंगे. संकोच दूर होगा.

मकर- व्यापार में स्पष्टता रखें. कामकाज में सूझबूझ व सतर्कता बढ़़ाएं. पेशेवरों का भरोसा जीतेंगे. दूर देश के मामले बनेंगे. आय सामान्य से अच्छी रहेगी. स्मार्ट वर्किंग बढ़ाएंगे. निवेश संबंधी खरीदी संभव है. जोखिमपूर्ण कार्यां में धैर्य रखें. लेनदेन में जल्दबाजी न दिखाएं. कार्य व्यापार में सजगता रखें. कार्य विस्तार के मौके बनेंगे. दिखावे में न आएं. न्याय से बढ़ने की कोशिश रखें. विनम्रता बढ़ाएं.

कुंभ- आर्थिक विषयों में वचनबद्धता बनाए रखेंगे. पेशवर प्रयासों में सक्रियता रहेगी. प्रतिस्पर्धा का भाव रखेंगे. नवीन अवसर बढ़ेंगे. सक्रियता और उत्साह रखेंगे. महत्वपूर्ण मामले सधेंगे. लेनदेन में प्रभावी रहेंगे. लक्ष्यों की प्राप्ति होगी. प्रलोभन से बचेंगे. उत्साह से काम लेंगे. बड़ा सोचेंगे. फोकस बनाए रखेंगे. लाभ प्रतिशत संवरेगा. व्यापारिक अनुबंध पक्ष में बनेंगे. पद प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी.

मीन- दीर्घकालिक योजनाओं में प्रभावी रहेंगे. पेशेवर गतिविधियों में वृद्धि होगी. अनुभवियों का सानिध्य रहेगा. इच्छित प्रस्ताव मिलेंगे. जिम्मेदारों से संपर्क बढ़ेगा. प्रस्तावों को समर्थन मिलेगा. कार्यां में गति आएगी. लक्ष्य पर फोकस बनाए रखेंगे. सहकर्मी सहयोगी होंगे. आय अच्छी रहेगी. प्रयास फलित होंगे. प्रबंधन बढ़ेगा. योग्यता प्रदर्शन से सभी प्रभावित होंगे. संपत्ति के मामले संवरेंगे.

भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता हमारी शीर्ष प्राथमिकता, दिसंबर में अगले दौर की बातचीत संभव: गोयल

भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटिश पीएम बनने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता को रफ्तार मिलेगी.

भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौता हमारी शीर्ष प्राथमिकता, दिसंबर में अगले दौर की बातचीत संभव: गोयल

इस साल जनवरी में भारत और ब्रिटेन ने एफटीए के लिए बातचीत शुरू की थी.

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal ) ने मंगलवार को कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता (Free trade agreement) दोनों देशों के लिए शीर्ष प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि समझौते के लिए अगले दौर की बातचीत दिसंबर में होने वाली है तथा चर्चा अच्छी तरह से आगे बढ़ रही हैं और इसके अच्छे परिणाम मिलेंगे. इस्पात उद्योग के एक कार्यक्रम में गोयल ने कहा, हम सभी बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि यह समझौता बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा था, लेकिन दूसरे देश में राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण हमें थोड़ा झटका लगा है.

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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सौभाग्य से अब एक स्थिर सरकार है. मैं पहले से ही अपने ब्रिटेन समकक्ष के साथ संपर्क में हूं. हम एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं और संभवत जल्द ही एक व्यक्तिगत बैठक भी करेंगे.हमारी टीमें पहले से ही लगी हुई हैं. अगले दौर की वार्ता अगले महीने होगी. उन्होंने कहा कि समझौते के लिए उद्योग जगत का समर्थन जरूरी है और यह निष्पक्ष, न्यायसंगत और संतुलित एफटीए होना चाहिए.

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि एफटीए के लिए बातचीत पूरी करने की कोई सख्त समयसीमा नहीं होनी चाहिए. ऐसे समझौतों पर विचार करना होता है और सावधानीपूर्वक बातचीत होती है. आपको बता दें कि इस साल जनवरी में भारत और ब्रिटेन ने एफटीए के लिए बातचीत शुरू की थी. ऐसा माना जा रहा था कि दीपावली यानी 24 अक्टूबर तक बातचीत पूरी हो जाएगी.

हालांकि, ब्रिटेन में राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण इस समयसीमा तक बातचीत पूरी नहीं हो सकी. वहीं, भारतीय मूल के ऋषि सुनक (Rishi Sunak) के ब्रिटिश पीएम बनने के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देशों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौता को रफ्तार मिलने वाली है. ऐसा इसलिए माना जा रहा है, क्योंकि सुनक मुक्त व्यापार समझौते के समर्थक रहे हैं.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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