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आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं?

आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं?
Idea of Success: ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने की चल रही है जंग, कॉम्पिटिटर से आगे निकलने के ये हैं तरीके

आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं?

Year: Jan, 2014
Volume: 7 / Issue: 13
Pages: 1 - 5 (5)
Publisher: Ignited Minds Journals
Source:
E-ISSN: 2230-7540
DOI:
Published URL: http://ignited.in/I/a/303449
Published On: Jan, 2014

Article Details

भारत में नगरीकरण की प्रवृत्ति, प्रभाव एवं समस्याऐं | Original Article

Ashish Shukla*, in Journal of Advances and Scholarly Researches in Allied Education | Multidisciplinary Academic Research

ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने की चल रही है जंग, अपने प्रतिद्वंदी से आगे निकलने के ये हैं आसान तरीके

बिजनेस में प्रतियोगिता (प्रतिद्वंदी) हमेशा अच्‍छी होती है। यदि आप अपने क्षेत्र में अकेले खिलाड़ी हैं तो यह अपने आप में सुधार के लिए मुश्किल हो सकता है।

Dharmender Chaudhary
Updated on: May 04, 2016 7:59 IST

Idea of Success: ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने की चल रही है जंग, कॉम्पिटिटर से आगे निकलने के ये हैं तरीके- India TV Hindi News

Idea of Success: ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने की चल रही है जंग, कॉम्पिटिटर से आगे निकलने के ये हैं तरीके

नई दिल्‍ली। किसी भी बिजनेस में प्रतियोगिता हमेशा अच्‍छी होती है। यदि आप अपने क्षेत्र में अकेले खिलाड़ी हैं तो यह अपने आप में सुधार के लिए मुश्किल हो सकता है। यहां यह मान लेते हैं कि आपकी प्रतियोगिता आपसे कही ज्‍यादा मजबूत खिलाड़ी से है। यहां यह भी मान लेते हैं कि आपका प्रोडक्‍ट भी आपके प्रतिद्वंदी के समान ही है। जब प्रतिद्वंदी के समान ही आपका प्रोडक्‍ट है तब कैसे आप अपने आप को अलग करेंगे। इस लेख में हम इसी पर चर्चा करेंगे। चलिए हम यहां आपको एक उदाहरण देते हैं, जिससे आप आसानी से समझ सकें। गूगल और बिंग दोनों सर्च इंजन है और उनका यूजर अनुभव भी एक समान ही है। वेबसाइट को रैंक करने के लिए ये दोनों ही समान संकेतकों का इस्‍तेमाल करते हैं। हम सब यह जानते हैं कि वर्तमान में बिंग गूगल से काफी पीछे है। अब मान लीजिए आप बिंग हैं और आपका प्रतियोगी गूगल है। ऐसे में आप कैसे अपने प्रतियोगी से उसके ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करेंगे। ऐसा करने के लिए हम यहां आपको कुछ उपाय बताने जा रहे हैं।

अपने प्रतियोगी की तुलना में कुछ बेहतर बनाएं

आपका शक्तिशाली प्रतियोगी अछूत नहीं है। आपके सबसे बड़े प्रतियोगी के पास बेहतर प्रोडक्‍ट है संभवता यह एक मिथक हो सकता है। वास्‍तव में, हम पहले भी कई बार ऐसा देख चुके हैं, मायस्‍पेस वेब पर सबसे ज्‍यादा विजिट होने वाली साइट थी और फेसबुक से पहले यह सबसे बड़ी सोशल साइट हुआ करती थी। आज क्‍या आप मायस्‍पेस का नाम कहीं सुनते हैं। मायस्‍पेस जैसी इतनी बड़ी सोशल साइट कैसे बिना कोई नोटिस दिए खत्‍म हो सकती है। ऐसा हुआ क्‍योंकि फेसबुक ने मायस्‍पेस से बेहतर प्रोडक्‍ट बनाया। इसलिए फेसबुक अब दुनिया में सबसे ज्‍यादा विजिट होने वाली वेबसाइट है और 1.59 अरब मासिक एक्टिव यूजर्स के साथ यह सबसे बड़ी सोशल साइट है। यह कहना गलत होगा कि फेसबुक बेहतर गुणवत्‍ता ऑफर करती आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं? है। हां, वेब यूजर्स फेसबुक को भी छोड़ सकते हैं यदि यहां उससे बेहतर सोशल साइट उपलब्‍ध हो। इसलिए, ऐसा कुछ सोचिए जो आपके प्रतियोगी से कुछ बेहतर हो सकता हो। आप देखेंगे कि बहुत से ग्राहक आपके पास आ जाएंगे।

अपने प्रोडक्‍ट आसानी से उपयोग और समझने वाला बनाएं

यदि आप अपने ग्राहक को केवल दो सेकेंड में अपने प्रोडक्‍ट को समझा सकते हैं, तो समझिए जीत आपके हाथ में है। वेब पर बहुत से ऐसे प्रोडक्‍ट हैं जिनका उपयोग करना और उन्‍हें समझना बहुत ही मुश्किल है। यदि आप बहुत बड़े बाजार पर कब्‍जा करना चाहते हैं तो आपको अपना प्रोडक्‍ट इतना सरल बनाना होगा कि 10 साल का बच्‍चा भी आसानी से समझ जाए कि इसे कैसे उपयोग करना है। उदाहरण के लिए Slack को देखिए, बहुत ही कम समय में यह सफल हो गया है क्‍योंकि उनका यूजर अनुभव बहुत ही बेहतरीन है और इसे कोई भी उपयोग कर सकता है। यदि आपके प्रतिद्वंदी के पास समान प्रोडक्‍ट है तो आपको अपना डिजाइन बहुत ही आसान और कूल बनाने पर ध्‍यान देना चाहिए। यहां आपका डिजाइन ही प्रमुख हथियार होगा।

बेहतर ग्राहक सेवा जरूरी

किसी भी बिजनेस का आधार ग्राहक होता है। यदि आपके वर्तमान ग्राहक आपसे खुश हैं, तो यहां ऐसे अवसर बहुत ज्‍यादा हैं कि वह अपने परिवार और दोस्‍तों को आपके प्रोडक्‍ट के बारे में बताएंगे। इसलिए आपको जानकार ग्राहक सेवा प्रतिनिधियों की आवश्‍यकता होती है जो ग्राहकों को बेहतर ढंग से संभाल सकते हैं। आपका ग्राहक सेवा प्रतिनिधि वह व्‍यक्ति होता है जो आपके ग्राहक से रोजाना आधार पर बातचीत करता है। आपका बड़ा और स्‍थापित प्रतिद्वंदी बेहतर ग्राहक सेवा उपलब्‍ध कराने में मुश्किल का सामना कर सकता है क्‍योंकि उनके पास अधिक ग्राहक हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां आप तेजी से आगे बढ़कर अपने प्रतिद्वंदी को पछाड़ सकते हैं, फि‍र भले ही आपके प्रोडक्‍ट एक जैसे क्‍यों न हों। ग्राहक हमेशा उन कंपनियों के पास जाते हैं जो उनके साथ अच्‍छा व्‍यवहार करती हैं और उन्‍हें विशेष अनुभव कराती हैं। अच्‍छी ग्राहक सेवा प्रदान कर आप अपनी ग्राहक अधिग्रहण लागत को भी कम कर सकते हैं।

चैरिटेबल बनें

आजकल लोग ऐसी कंपनी का हिस्‍सा बनना चाहते हैं जो समाज को कुछ वापस करती हो। चैरिटेबल बनना आपके बिजनेस को ग्राहकों के और अधिक नजदीक पहुंचाता है। आपकी कंपनी कैसे उदार हो सकती है ऐसे रास्‍तों के बारे में सोचिए। यदि आपका प्रतिद्वंदी वर्तमान में उदार है, तो ऐसे रास्‍तों के बारे में सोचिए जो आपको उससे आगे लेकर जाए। आपको अपनी कंपनी का नाम अधिक लोगों के मन तक पहुंचाने की जरूरत है। उदार होने के नाते आप अपने आप को लाइमलाइट में बनाकर रख सकते हैं। मीडिया में आपकी खबरें आने से आपको फ्री में प्रचार भी मिलेगा।

आपके प्रतिद्वंदी के बारे में लोग क्‍या कह रहे है इसका उपयोग अपने प्रोडक्‍ट को बेहतर बनाने में करें

सोशल मीडिया के बढ़ने से यह देखना आसान हो गया है कि आपके प्रतिद्वंदी के बारे में लोग क्‍या कह रहे हैं। जब आप सोशल मीडिया पर अपने प्रतिद्वंदी को फोलो करते हैं तो आप यहां दो चीजें देख सकते हैं: आप यहां अपने प्रतिद्वंदी के खिलाफ एक असंतोष देखेंगे और आप यहां लोगों द्वारा आपके प्रतिद्वंदी के बारे में कही गई अच्‍छी बातों को भी देख सकते हैं। आपको यहां पहले वाली बातों पर ज्‍यादा ध्‍यान देना चाहिए। जब आप देखते हैं कि कोई आपके प्रतिद्वंदी के प्रोडक्‍ट के बारे में शिकायत कर रहा है, तो आपको अपना प्रोडक्‍ट बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए।

अपने ऑफर्स का विस्‍तार करें

अपने समान प्रतिद्वंदी से मुकाबला करने के लिए आपको अपने स्‍वयं के ऑफर्स की क्‍वालिटी को सुधारना होगा। आप अपने प्रतिद्वंदी के सामने बहुत छोटे हो, ऐसे में आप ट्रेंड और इंडस्‍ट्री में होने वाले बदलाव पर ज्‍यादा तेजी से प्रतिक्रिया कर सकते हैं, लेकिन आपके बड़े प्रतिद्वंदी को इस पर प्रतिक्रिया देने में समय लगेगा। कुछ मूल्‍यवान और पूरक उत्‍पादों के बारे में सोचे, जिन्‍हें आप अपने ऑफर में शामिल कर सकते हैं। यह आपके बिजनेस को ग्राहकों के लिए तुरंत ही आकर्षक बनाने में मददगार होगा। एक समान प्रोडक्‍ट वाले प्रतिद्वंदी से मुकाबला किया जा सकता है, इसके लिए बस आपको रचनात्‍मक ढंग से प्रतियोगिता करनी होगी।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ, महत्व/लाभ, हानियां

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अर्थ (antarrashtriya vyapar ka arth)

antarrashtriya vyapar arth mahatva labha haniya;एक ही देश के विभिन्न क्षेत्रों, स्थानों या प्रदेशों के बीच होने वाला व्यापार "घरेलू" "आंतरिक व्यापार" कहलाता भै। इसके विपरीत, दो या अधिक देशो के बीच होने वाला व्यापार "अंतर्राष्ट्रीय व्यापार" या विदेशी व्यापार कहलाता है।

अन्य शब्दों मे," जब वस्तुओं एवं सेवाओं का क्रय-विक्रय दो भिन्न देशो के मध्य जल, थल तथा वायु मार्गों द्वारा होता है तो उसे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहते है। जैसे-- अगर भारत, इंग्लैंड के साथ व्यापार करे वह अंतर्राष्ट्रीय व्यापार होगा।

फ्रेडरिक लिस्ट के अनुसार," घरेलू व्यापार हम लोगो के बीच होता है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय व्यापार हमारे और उनके बीच होता है।"

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का महत्व/लाभ

1. श्रम विभाजन तथा विशिष्टीकरण के लाभ

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भौगोलिक श्रम विभाजन के कारण कुल विश्व उत्पादन अधिकतम किया जा सकता है, क्योंकि प्रत्येक देश उन्ही वस्तुओं का उत्पादन करता है, जिसमे उसे अधिकतम योग्यता एवं कुशलता प्राप्त होती है। इसके फलस्वरूप उत्पादन की अनुकूलतम दशाएं प्राप्त हो जाती है और उत्पादन अधिकतम होता है।

2. साधनों का पूर्ण उपयोग

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मे एक देश मे सिर्फ उन्ही उद्योग-धंधो की स्थापना की जाती है, जिनके लिए जरूरी साधन देश मे उपलब्ध होते है। इससे देश मे उपलब्ध साधनों का पूर्ण उपयोग होने लगता है एवं राष्ट्रीय आय मे वृद्धि होती है।

3. उत्पादन कुशलता मे वृद्धि

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मे प्रतिस्पर्धा का क्षेत्र स्पष्ट से बढ़कर संपूर्ण विश्व हो जाता है। विश्वव्यापी प्रतियोगिता मे सिर्फ वे ही उद्योग जीवित रहते है जिनके उत्पादन की किस्म उच्च तथा कीमत कम होती है। अतः हर देश अपने उद्योग-धंधो को जीवित रखने तथा उनका विस्तार करने हेतु कुशलतम उत्पादन को अपनाता है। इससे देश की उत्पादन तकनीक मे सुधार होता है।

4. संकटकाल मे सहायता

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के कारण कोई भी देश आर्थिक संकट का आसानी से सामना कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी देश मे अकाल की स्थिति उत्पन्न हो जाती है तो वह देश, विदेशों से खाद्यान्न आयात करके अकाल का सामना कर सकता है।

5. रोगजार तथा आय मे वृद्धि

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मे वस्तुओं का उत्पादन सिर्फ घरेलू मांग को पूरा करने के लिए ही नहीं होता है वरन् विदेशों मे बेचने हेतु भी वस्तुओं का उत्पादन किया जाता है। इससे राष्ट्रीय उत्पादन मे वृद्धि के कारण लोगो की आय बढ़ जाती है। ज्यादा उत्पादन के लिए ज्यादा मजदूरों की जरूरत होती है फलस्वरूप रोजगार स्तर मे भी वृद्धि हो जाती है।

6. एकाधिकारों पर रोक

विदेशी व्यापार के कारण देश मे एकाधिकारी व्यवसाय पनप नही सकते, क्योंकि उन्हे सदैव विदेशी प्रतियोगिता का खतरा बना रहता है। इसी प्रकार, विदेशी व्यापार के फलस्वरूप एकाधिकार की प्रवृत्ति को ठेस पहुंचती है।

7. उपभोक्ताओं को लाभ

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से उपभोक्ताओं को चार लाभ प्राप्त है। प्रथम, उन्हे उपभोग के लिए अच्छी तथा सस्ती वस्तुएं मिलती है। द्वितीय, चयन का क्षेत्र बढ़ जाने से सार्वभौमिकता मे वृद्धि होती है अर्थात् वे अपनी मनचाही वस्तुओं का उपयोग कर सकते है।

8. मूल्यों मे समता

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के कारण सभी राष्ट्रो मे वस्तुओं के मूल्यों मे समानता होने की प्रवृत्ति पाई जाती है। इसका कारण यह है कि कम मूल्य वाले देश से ज्यादा मूल्य वाले देश मे वस्तुओं का निर्यात होने लगेगा जिससे प्रथम प्रकार के देशो मे मूल्यों मे वृद्धि और द्वितीय प्रकार के देशों मे मूल्यों मे आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं? कमी होने लगेगी। अंततः सभी देशों मे मूल्य एक समान हो जाएंगे।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार देश के औद्योगिक विकास मे भी सहायक होता है। उद्योगों के विकास हेतु जो साधन देश मे उपलब्ध नही है, उनका विदेशों से आयात किया जा सकता है। उदाहरण के लिए इंग्लैंड अपने उद्योगों के लिए कच्चा माल विदेशों से आयात करता है। इसी तरह भारत मे उत्पादन तकनीक का आयात करके औद्योगिक विकास किया गया है।

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रमुख हानियां

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार की प्रमुख हानियां इस प्रकार है--

1. विदेशों पर निर्भरता

विदेशी व्यापार के कारण एक देश की अर्थव्यवस्था दूसरे देश पर कुछ वस्तुओं के लिए निर्भर हो जाती है। परन्तु यह निर्भरता सदैव ही अच्छी नही होती, विशेषकर युद्ध के समय तो इस प्रकार की निर्भरता अत्यन्त हानिकारक सिद्ध हो सकती है।

2. कच्चे माल की समाप्ति

विदेशी व्यापार द्वारा देश के ऐसे बहुत से साधन समाप्त हो जाते है, जिनका प्रतिस्थापन संभव नही होता है। अनेक कोयला, पेट्रोल तथा अन्य खनिज पदार्थ इसी प्रकार समाप्त होते जा रहे है। यदि उन वस्तुओं का उपयोग देश के भीतर ही औद्योगिक वस्तुओं को तैयार करने मे किया जाए तो एक ओर तो इनके उपयोग मे बचत की जा सकती है और इनका अधिक लाभपूर्ण उपयोग हो सकता है।

3. विदेशी प्रतियोगिता से हानि

विदेशी व्यापार के कारण औद्योगिक इकाइयों को विदेशी उद्योगों से प्रतियोगिता करनी पड़ती है, किन्तु विशेष रूप से अल्पविकसित देश इनके सामने टिक नहीं सकते है और उनका ह्रास होने लगता है। 19 वीं सदी मे विदेशी प्रतियोगिता के कारण भारतीय लगु और कुटरी उद्योगों को भारी आघात लगा।

4. अंतर्राष्ट्रीय द्वेष

विदेशी व्यापार ने प्रारंभ मे तो अंतर्राष्ट्रीय सद्भावना और सहयोग को बढ़ाया, किन्तु वर्तमान समय मे यह अंतर्राष्ट्रीय द्वेष और युद्ध का आधार बना हुआ है। इसी ने उपनिवेशवाद को जन्म दिया और अनेक राष्ट्रो को दास बनाया।

5. देश का एकांगी विकास

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मे प्रत्येक देश केवल उन्ही वस्तुओं का उत्पादन करता है, जिनमें उसे तुलनात्मक लाभ प्राप्त होता है। इस प्रकार, देश मे सभी उद्योग-धन्धों का विकास न होकर, केवल कुछ ही उद्योग धन्धों का विकास संभव होता है। इस प्रकार के एकांगी विकास से देश के कई साधन बेकार ही पड़े रहते है।

6. राशिपातन का भय

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के माध्यम से कभी-कभी विकसित देशों द्वारा पिछड़ें हुए देशो मे वस्तुओं का राशिपातन किया जाता है, अर्थात् विकसित देश पिछड़े हुए देशो मे अपने माल को बहुत ही कम मूल्यों पर बेचना शुरू करते है। कभी-कभी तो वे अपने माल को उत्पादन लागत से भी कम मूल्यों पर बेचना शुरू कर देते है। स्पष्ट है कि इस प्रकार के राशिपातन से देशी उद्योगों पर बड़ा घातक प्रभाव पड़ता है और शीघ्र ही वे ठप्प हो जाते है। जब एक बार देशी उद्योग-धंधे समाप्त हो जाते है तो विदेशी उद्योगपतियों द्वारा पुनः अपने माल का मूल्य बढ़ा दिया जाता है।

7. हानिकारक वस्तुओं के उपभोग की आदत

विदेशी व्यापार के कारण एक देश मे ऐसी वस्तुओं का आयात किया जा सकता है जो हानिकारक होती है। चीन मे अफीम के आयात के फलस्वरूप वहां के लोग अफीमची हो गए।

8. कृषि प्रधान देशों को हानि

अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के कारण कृषि प्रधान देशों को औद्योगिक देशों की तुलना मे हानि उठानी पड़ती है। इसका कारण यह है कि कृषि प्रधान देश उन वस्तुओं का निर्यात करता है जिनका उत्पादन घटती हुई लागत के नियम के अंतर्गत होता है।

मैक्सिमलिज्म के लिए रास्ता बनाएं: जेन जेड कहते हैं कि कम एक बोर है

मैक्सिमलिज्म के लिए रास्ता बनाएं: जेन जेड कहते हैं कि कम एक बोर है - छवि 1 का 4

2020 के दशक की शुरुआत के साथ, जेन जेड दुनिया में बोल्ड दृष्टिकोण और यहां तक ​​​​कि बोल्ड सौंदर्यशास्त्र के साथ अपनी जगह का दावा कर रहा है। जेन जेड गर्व से अपनी पहचान के साथ प्रयोग करता है, एक इंटरनेट पर और भ्रमित लॉकडाउन के माध्यम से बड़ा हुआ है। वे कला, मीडिया, फैशन और इंटीरियर डिजाइन पर हावी होने वाले जैविक आकृतियों, रंगीन तत्वों और परस्पर विरोधी पैटर्न के साथ एक संस्कृति बदलाव ला रहे हैं। प्रवृत्ति एक बार राज करने वाले अतिसूक्ष्मवाद को दूर कर रही है, वेंचुरी के लेस इज ए बोर।

एक कर्कश डिज़ाइन थीम सोशल मीडिया एल्गोरिदम पर छलांग लगाती है, जो बढ़ती हुई फॉलोइंग को इकट्ठा करती है। इसकी विशेषताएं एक आवर्ती प्रवृत्ति के पुनरुत्थान को चिह्नित करती हैं – अधिकतमवाद। जैसा कि नाम से पता चलता है, अधिकतमवाद सभी रंगों और बनावट से लेकर सामग्री और रूपों तक सब कुछ अधिकतम करने के बारे में है। आंतरिक डिजाइन में, यह एक अति-व्यक्तिगत स्थान के रूप में प्रकट होता है जो दृश्य उत्तेजना के साथ फट जाता है। मिस पिंक ऑफ़ क्विर्क एंड रेस्क्यू, “आपके पास कभी भी बहुत अच्छी चीज़ नहीं हो सकती” कहकर अधिकतमवादी मानसिकता को दर्शाता है।

मैक्सिमलिस्ट इंटीरियर व्यापक पैलेट में विपरीत तत्वों की विशेषता के द्वारा मोर इज मोर की कला में महारत हासिल करते हैं। अंतरिक्ष में व्यक्तित्व की एक परत जोड़ते हुए पौधों, चित्रों, संग्रहों और स्मृति चिन्हों का एक संग्रह लुक को पॉलिश करता है। आज, अधिकांश उदार कमरे मेम्फिस आंदोलन और उत्तर आधुनिक शैली से प्रेरणा लेते हैं। अतिसूक्ष्मवाद उन तत्वों को वापस लाकर डिजाइन के एक गैर-औपनिवेशिक दृष्टिकोण को भी बढ़ावा आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं? देता है जो पहले सत्ता में रहने वालों के लिए “किट्सच” थे।

रद्द संस्कृति या वायरल इंटरनेट प्रवृत्तियों के विपरीत, जेन जेड ने अधिकतमवाद का आविष्कार नहीं किया। डिजाइन शैली की तरह ही, अधिकतमवाद का इतिहास प्रभावों के साथ स्तरित है। इस प्रवृत्ति का पता 16 वीं शताब्दी के यूरोप में लगाया जा सकता है, जब अमीरों ने भारी सुसज्जित कक्षों के चित्रों के माध्यम से अपने स्वाद को सार्वजनिक किया। कुछ दशकों की अस्पष्टता के बाद, शैली विक्टोरियन युग के घरों में आत्म-अभिव्यक्ति और पहचान के रूप में फिर से उभरी। आर्थिक उछाल और मंदी के बाद, और चमकदार नई चीज़ का सर्वोत्कृष्ट पीछा करने के बाद, अपने प्रति-आंदोलन ‘अतिसूक्ष्मवाद’ के साथ-साथ अतिसूक्ष्मवाद बढ़ता और क्षीण होता गया।

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स्थिरता पर जोर देने से परिचित प्रवृत्ति ताज़ा रूप से नई लगती है, ऑनलाइन रचनाकारों द्वारा शैली में कम करने, पुन: उपयोग करने और पुनर्चक्रण के सुझावों को फैलाने का परिणाम है। जोश और मैट अपने मैक्सिममिस्ट मेलबर्न अपार्टमेंट के लिए अपनी पुरानी खोज और अपसाइकल सजावट को साझा करना पसंद करते हैं। “इस महत्वपूर्ण अवधि में, हम उन तरीकों पर शिक्षित करने के लिए जिम्मेदार महसूस करते हैं जो अधिकतमवाद एक स्थायी और परिपत्र दृष्टिकोण पर ले सकता है”, दोनों ने आर्कडेली को बताया।

जब तक प्रत्येक सजावट के टुकड़े को होशपूर्वक स्थिरता को ध्यान में रखते हुए चुना जाता है, तब तक मैक्सिममिस्ट कम इको-फुटप्रिंट बनाए रख सकते हैं। फ़र्नीचर और फ़िनिश को चलने में सक्षम होना चाहिए और उत्पन्न होने वाले कचरे की मात्रा को कम करते हुए प्रचलन में रहना चाहिए। टिकटोक मैक्सिमलिज़्म पुनर्निर्मित वस्तुओं का महिमामंडन करता है और ऑनलाइन समुदाय खुशी-खुशी एक-दूसरे के साथ व्यापार करते हैं। चूंकि अतिसूक्ष्मवाद की कोई नियम पुस्तिका नहीं है, इसलिए व्यक्तिगत डिजाइन तत्व कभी भी शैली से बाहर नहीं जा सकते हैं।

“स्थिरता का विचार एक प्रकार की आंतरिक शैली से जुड़ा नहीं होना चाहिए”, जोश और मैट बताते हैं, “सबसे टिकाऊ शैली खोजने के बजाय, हमें किसी भी शैली को और अधिक टिकाऊ बनाने के तरीके खोजने चाहिए”। रचनात्मकता अधिकतमवाद का मूल है। इसका दर्शन केवल स्थायी विकल्पों को नया करने के लिए अधिकतमवादियों की एक नई लहर को प्रेरित करता है। अधिक विकेंद्रीकृत प्रणालियों और सूचना तक पहुंच के साथ, जेन जेड निश्चित रूप से सबसे आगे स्थिरता के साथ डिजाइन उद्योग को आगे बढ़ाएगा।

आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं?

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चुम्बकत्व एवं चुम्बकीय पदार्थो के गुण

लौह-चुम्बकीय पदार्थों के लिये .

Updated On: 27-06-2022

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a. पारगम्यता बहुत अधिक तथा चुम्बकीय प्रवृत्ति धनात्मक व अधिक होती है। b. पारगम्यता बहुत अधिक तथा चुम्बकीय प्रवृत्ति ऋणात्मक व कम होती है। c. पारगम्यता बहुत कम तथाचुम्बकीय प्रवृत्ति धनात्मक व अधिक होती है d. पारगम्यता बहुत कम तथा चुम्बकीय प्रवृत्ति ऋणात्मक व कम होती है

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Aap ko kya acha nahi laga

प्रश्न दिया लौह चुंबकीय पदार्थ के लिए कौन सा इनमें से उपयुक्त होगा हमें बताना है और यहां पर हमें चार विकल्प दिए हैं तो सबसे पहले हम लोग यह जान रहे थे कि लौह चुंबकीय पदार्थ क्या होते हैं और उनके गुण क्या होते हैं हम लोग यहां पर बात कर रहे हैं लौह चुंबकीय पदार्थ की लिखी जोलो चुंबकीय पदार्थ होते हैं वह दुर्बल या फिर कम चुंबकीय क्षेत्र में भी चुंबक की भांति व्यवहार करने लगते हैं ठीक है और इनसे हम लोग स्थाई चुंबक बनाने के लिए प्रयोग करें तथा प्रबल चुंबकीय क्षेत्र में स्थाई चुंबक बन जाते हैं अगर आप एक चुंबक चिंता या फिर चुंबकीय पारगम्यता जो होती है ठीक है उसको हम लोग चुंबकीय पारगम्यता भी कहते हैं उसकी बात करी जिसको हम लोग आज से प्रदर्शित करते हैं ठीक है या जो मान होता है पहले हम जानते थे कि चुंबकीय जो हम लोग की पारगम्यता होती है यह क्या होता है ठीक है तो किसी पदार्थ की चुंबक चिंता है या फिर पारगम्यता उस पदार्थ के द्वारा चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं के चालन की

को प्रदर्शित करता है चुंबकीय क्षेत्र रेखाओं की चारण की शक्ति को प्रदर्शित करता है और हम लोग जानते हैं कि जो लव चुंबकीय पदार्थ होते हैं वह चाहे दुर्बल चुंबकीय क्षेत्र हो या फिर प्रबल चुंबकीय क्षेत्र हो उनकी तरफ आकर्षित होते हैं ठीक है लेकिन में चुंबन का गुण आ जाता है इसकी वजह से जूम यू आर का मान होता है किसके लिए लौह चुंबकीय पदार्थों के लिए बहुत ही अधिक होता है अर्थात अगर हमारे पास अभी कोई लड़की पदार्थ रखा हुआ है तो इस पर से जो चुंबकीय बल रेखाएं होंगी ठीक है वह अधिक से अधिक हो करके जाती है इसके अंदर से इस तरह से ठीक है अधिक से अधिक बल रेखाएं जाती है उसी को ही न्यू मराठा चुंबकीय पारगम्यता हम लोग बोलते हैं ठीक है किसकी उस पदार्थ की प्रोग्राम रख लो चुंबक के पदार्थों के लिए बात करें तो इस सामान हम लोग को 10 की घात 3 से लेकर के 10 की घात 5 मिलता है यह तो बहुत आप एक प्रवृत्ति में कैसे व्यापार करते हैं? अधिक मान होता है अर्थात चुंबकीय पारगम्यता जो होती है वह बहुत अधिक होता है किसके लिए लौह चुंबकीय पदार्थ के लिए अब हम लोग लौह चुंबकीय पदार्थ की बात करें तो हम लोग उदाहरण भी देख

ले 19 चुंबकीय पदार्थ कौन कौन से होते हैं तो इन में निकल आता है आयरन आता है जिसको हम लोग ऐसे ही बोलते हैं ठीक है कोबाल्ट आता है सीओ से प्रदर्शित करते हैं एलुमिनियम आता है यह सभी क्या है हमारे लौह चुंबकीय पदार्थ होते हैं जो कि दुर्भाग्य से प्रबल चुंबकीय क्षेत्र में चुंबकीय हो जाते हैं ठीक है और इनमें से जाने होकर जाने वाली जो बल रेखाएं होंगी चुंबकीय बल रेखाएं और 10 की घात 3 से लेकर के 10 की घात मार्च के मध्य में हो गया था अधिक होगी ठीक है और अगर हम लोग इनकी चुंबकीय प्रवृत्ति की बात करें जिसको हम लोग एक्स एम से दर्शाते हैं या इनके लिए उच्च तथा धनात्मक होता है कैसा होता है कुछ अधिक होता है तथा धनात्मक मान होता है इसका कैसा होता है धनात्मक मान होता है तो हम लोग इन सब जानकारी के आधार पर अपने विकल्प में आते तो पहला बोल रहा है कि पारगम्यता बहुत अधिक तथा चुंबकीय प्रवृत्ति धनात्मक में अधिक होती है तो यह तो हमारा पहले ही सही हो गया हमने अभी-अभी देखा ना कि पारगम्यता जो है अधिक प्राप्त हो रही है 1035 तक जा रहा है

और चुंबकीय प्रवृत्ति एक्शन जो है यानी कि कितना जल्दी में चुंबकीय होगा इस को दर्शाता है यह उच्च तथा धनात्मक होती है कि के लिए लौह चुंबकीय पदार्थ के लिए विकल्पों को देख लेते हैं पारगम्यता बहुत अधिक तथा चुंबकीय प्रवृत्ति रण आत्मक तो यह तो बिल्कुल यही से गलत हो गया सी बोल रहा है कि पारगम्यता बहुत कम यह तो यही सही गलत हो गया काम नहीं होता भाई अधिक होता है और साथ ही साथ बड़े चुंबकीय प्रवृत्ति धार आत्मा को अधिक होती है तेरी तो गलत ही हो गया डिवोर्स पारगम्यता बहुत कम तथा चुंबकीय प्रवृत्ति रण आत्मक होती है यह तो गलत हो गया तो हमारे प्रश्न का उत्तर क्या हो जाएगा पारगम्यता अर्थात वर्तमान अधिक तथा चुंबकीय प्रवृत्ति एक्शन का मान धनात्मक व अधिक हमको प्राप्त होता है धन्यवाद

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