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वित्तीय दलालों

वित्तीय दलालों
बदलते परिप्रेक्ष्य में CAG की बढ़ती भूमिका के विषय में स्पीकर बिरला ने कहा कि CAG रिपोर्टों का महत्व बढ़ा है और देश में लेखापरीक्षा की प्रासंगिकता भी बढ़ी है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार के कामकाज का आकलन करते समय CAG के पास outsider viewpoint होता है, जिससे वित्तीय बचत व् कुशल कार्ययोजना में वृद्धि होती है। संसदीय लोकतंत्र में शासन की पारदर्शिता और जवाबदेही को मूलमंत्र बताते हुए ओम बिरला ने कहा कि जनता के धन का ईफेक्टिव और efficient उपयोग संसद और शासन दोनों का ध्येय है। इस संबंध में, स्पीकर बिरला ने राज्यों के वित्तीय अनुशासन को सुनिश्चित करने में सीएजी की भूमिका पर प्रकाश डाला।

निवेश सलाहकार बनाम ब्रोकर: यह कैसे तुलना करें | निवेशकिया

#मंदसौर कलेक्टर गौतम सा. मंदसौर में भी कार्यवाही की बड़ी आवश्यकता. क्योंकि यहाँ भी दलालों और कॉलोनाइजरों में साठगांठ कर आमजन को लूटने का बड़ा खेल चल रहा.

#मंदसौर कलेक्टर गौतम सा. मंदसौर में भी कार्यवाही की बड़ी आवश्यकता. क्योंकि यहाँ भी दलालों और कॉलोनाइजरों में साठगांठ कर आमजन को लूटने का बड़ा खेल चल रहा.

#MDS। ( उमेश नेक्स, क्रांतिकारी रिपोर्टर 9424538555 ) 17 अक्टूबर 2021 / प्रदेश भर में अवैध कॉलोनियो को ले कर बड़ी कार्यवाहियां हो रही है. रतलाम के बाद अब इंदौर में भी एक कदम आगे बढ़ कर कार्यवाही हो रही है. जिसमें ना सिर्फ कॉलोनाइजर लपेटे में आ रहे है. बल्कि इनके दलाल भी प्रशासन के काम आ रहे है. ऐसी ही कार्यवाही की मंदसौर जिले को भी आवश्यकता है. क्योंकि यहाँ भी यही सब खेल चल रहा है. #इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में. जिला प्रशासन द्वारा जिले में रियल एस्टेट क्षेत्र से संबंधित. ऐसे संभावित दलाल जो डायरी में प्लॉट विक्रय कर गलत प्रक्रियाओं के माध्यम से आमजनों के साथ धोखाधड़ी करते पाये जा रहे है. उनके विरूद्ध विशेष अभियान के तहत कार्रवाई प्रारंभ कर दी गयी है. । इसी तारतम्य में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजेश राठौड़ द्वारा डायरी आधारित धोखाधड़ी की लिखित शिकायत पर 9 दलालों के विरूद्ध गिरफ्तारी वारंटी जारी किये गये है. । दलाल निलेश पिता विरेन्द्र पोरवाल के विरूद्ध थाना छोटी ग्वालटोली, संजय पिता गोवर्धन मलानी के विरूद्ध थाना सराफा, उमेश पिता सुन्दरलाल डेम्बला के विरूद्ध थाना परदेशीपुरा, सुनील पिता मनोहर लाल जैन के विरूद्ध थाना तुकोगंज, प्रशांत (बबल) पिता दिनेश खण्डेलवाल के विरूद्ध थाना पलासिया, गौतम पिता पन्नालाल जैन के विरूद्ध थाना जूनी इंदौर, गणेश खण्डेलवाल के विरूद्ध थाना पलासिया, कमल पिता त्रिलोकचंद गोयल के विरूद्ध थाना भंवरकुआ तथा हर्ष चुघ के विरूद्ध वित्तीय दलालों थाना तिलकनगर से गिरफ्तारी वारंटी जारी किया गया है. । उक्त सभी दलालों के विरूद्ध पूछताछ उपरांत बॉन्‍ड ओवर की कार्रवाई की जायेगी. । कलेक्टर श्रीसिंह ने इंदौर जिले के सभी अपर कलेक्टर, अनुविभागीय दण्डाधिकारी (राजस्व) एवं तहसीलदारों व सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये गये है कि. वे अपने क्षेत्र में विकसित हो रही कालोनियों का सतत् भ्रमण करते रहे तथा वहां पर उपस्थित हितग्राहियों से चर्चा करे कि उन्हें किसी प्रकार की समस्या तो नहीं है. । अपने स्वयं के सूचना तंत्र से ऐसे कालोनाईजर्स की जानकारी एकत्रित करें. जो खुद की वित्तीय क्षमता से अधिक वित्तीय भार वाली कॉलोनी में संलिप्त होकर अवैध डायरियों आदि के धंधे में स्वयं एवं अपने दलालों के साथ संलिप्त है. । डायरी पर विक्रय किए गए किसी भी हितग्राही की कोई शिकायत आती है तो उसे लिखित में प्राप्त करें. ऐसी शिकायत पर कालोनाईजर से तथा उनके दलालों से पूछताछ करें तथा शिकायतकर्ता को कम से कम समय में न्याय दिलाना सुनिश्चित करें. । ऐसे सभी प्रकरणों में कालोनाईजरों/दलालों से हितग्राही के पक्ष में वैधानिक रूप से अंतरण कराना सुनिश्चित करना होगा ताकि भूखंड पर क्रेता/आमजन का अधिकार सुरक्षित रह सके. । कलेक्टर श्रीसिंह ने सख्त निर्देश दिये है कि सभी दलालों का रेरा पंजीयन होना अनिवार्य है. बिना इस पंजीयन के अगर कोई दलाली करता पाया जाता है तो. उसके विरूद्ध प्रभावी वैधानिक कार्रवाई की जायेगी. । ऐसे कॉलोनाईजर/दलाल/एजेंट जो किसी भी प्रकार से आमजन के साथ धोखाधड़ी करते हुए पाये जाते है. उनकी विस्तृत राजस्व जांच करते हुए प्रतिवेदन तैयार कराया जाकर. संबंधित अपर कलेक्टर से वित्तीय दलालों अनुमोदन उपरांत संबंधित थाने में भारतीय दण्ड संहिता की सुसंगत धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाया जायेगा. । क्रांतिकारी रिपोर्टर का मानना है कि वाकई में इंदौर कलेक्टर की पहल ना सिर्फ प्रदेश के लिये मिसाल बनेगी. बल्कि आमजन के साथ होने वाली लुटपट्टी भी बन्द करेगी. और इसी तरह की कार्यवाही की जरूरत आज मंदसौर वित्तीय दलालों जिले को भी है. कॉलोनाइजरो पर ऐसी नकेल कसना बहुत ज़रूरी है. ताकि आमजन को राहत मिले. साथ ही कॉलोनाइजर के साथ मंदसौर के दलालों का भी रेरा पंजीयन होना आवश्यक है. जिससे आमजन के साथ होने वाली धोखाधड़ी रुक सके. और जो लोग जिंदगी भर की कमाई इन कॉलोनाइजर और दलालों के चक्कर में आ कर लुटा देते है. उनके साथ न्याय हो सके. जरूरत है तो बस अब रतलाम और इंदौर वित्तीय दलालों कलेक्टर की तर्ज पर मंदसौर कलेक्टर गोतमसिंह साहब भी अवैध कॉलोनियों के साथ सिर्फ अपने फ़ायदे के लिए काम करने वाले कॉलोनाइजर और उनके दलालों पर भी ऐसी कार्यवाही करने की. वरना अभी तक तो इन भूमाफियाओं में शासन प्रशासन का कोई ख़ौफ़ दिखाई नही देता है. तभी तो इनकी लूट पट्टी का ये खेल निरन्तर चलता ही रहता है. कोई नाले में कॉलोनी काट लेता है. तो कोई शासकीय भूमि पर कब्जा कर लेता है. तो कोई बिना अनुमति के ही अवैध कॉलोनी काट लेता है. और बाद में उस कॉलोनी में मकान लेने वाला आमजन परेशान होता रहता है. ऐसी परेशानियों से आमजन को बचाना चाहिए. और शीघ्र रतलाम, इंदौर की तर्ज पर जिला प्रशासन को मंदसौर में भी बड़ी कार्यवाही का आगाज करना चाहिए. ।- KR

सामाजिक काम के वित्तीय मापदंड

सामाजिक काम के वित्तीय मापदंड

रिक्शा चलाते गरीब बच्चें।

वीरेंद्र कुमार पैन्यूली

सीएसआर फंड यानी कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड यानी कॉरपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व कोष पर पहुंच बढ़ाना फंड खोजते गैर-सरकारी संगठनों की रणनीति का आज एक प्रमुख हिस्सा है। इन्ही संदर्भों में स्थितियां यहां तक पहुंच गई हैं कि कतिपय गैर-सरकारी संगठन अपनी वेबसाइटों में अपनी विशिष्टता यही बताते हैं कि वे कॉरपोरेट घरानों के लिए सीएसआर के काम करने व करवाने में पारंगत है, और इसके लिए उनसे संपर्क किया जाए। विडंबना तो यह है कि जो प्रावधान कॉरपोरेट को सामाजिक रूप से ज्यादा जिम्मेदार बनाने के लिए लाया गया है वही प्रावधान हमारे देश में सामाजिक गैर-सरकारी संगठनों, आम जन व कहीं-कहीं सरकारों को भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति अपेक्षित समर्पण से भटकाता हुआ भी दिख रहा है। सीएसआर से पैसा लेना व देना भी अवांछित तथा अनैतिक दलालों के माध्यम से होने लगा है। सीएसआर के धन को पारदर्शी ढंग से न बांटने के आरोप भारत सरकार के प्रतिष्ठानों पर भी लग रहे हैं। दो-तीन साल पहले की ही बात है कि भारत की नवरत्न कंपनियों में से एक का मामला उत्तराखंड में भी उठा था, और सही भी पाया गया था। स्पष्टता इस संदर्भ में भी करना चाहूंगा कि सीएसआर को लेकर अधिकांश की चिंता खांटी सामाजिक संगठन व सामाजिक व्यक्तियों को लेकर है, अन्यथा सीएसआर के धन के मोह में व उसे परोक्ष रूप से अपने पास रखने के लिए खुद सरकारें तथा कॉरपोरेट घराने अपने ही अधिकारियों व परिवारियों को लेकर गैर-सरकारी संगठन बना रहे हैं। कुछ राज्य सरकारें इस बात को लेकर भी खासी खफा दिख रही हैं कि कॉरपोरेट घराने अपनी ही संस्थाओं से सीएसआर के फंड से काम कराने लगे वित्तीय दलालों हैं, व उनके हिस्से कुछ नहीं आ रहा है। अत: अपने हित में इस संबंध में वे नियमन की भी बात करने लगी हैं।

विनियम नियमन सलाहकार और दलाल

निवेश सलाहकारों को दलालों की तुलना में उच्च कानूनी मानक के रूप में भी रखा जाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में, निवेश सलाहकारों को 1 9 40 के निवेश सलाहकार अधिनियम का पालन करना चाहिए, जो सलाहकारों को उनके ग्राहकों के खातों के संबंध में भरोसेमंद कर्तव्यों का पालन करने के लिए कहता है। एडवाइजर एक्ट अनुभाग 206 (1) / (2) के तहत कानूनी तौर पर लागू होने वाली भरोसेमंद कर्तव्य, सलाहकारों को "किसी भी ग्राहक, संभावित ग्राहक को धोखा देने के लिए किसी भी उपकरण, "इसके अलावा, मानक" सलाहकार पर लगाया जाता है "'परम सद्भावना' के सकारात्मक कर्तव्यों और वित्तीय दलालों वफादारी और देखभाल के लिए सलाहकार के कर्तव्यों के भाग के रूप में" भौतिक तथ्यों का पूर्ण और निष्पक्ष खुलासा " इसमें "खुद के ग्राहकों के हितों के अधीन नहीं होने का दायित्व भी शामिल है""इस वित्तीय आचरण के महत्व के कारण, अधिकांश निवेश सलाहकार पहले से ग्राहक की अनुमति प्राप्त किए बिना अपने ग्राहकों के लिए निवेश निर्णय कर सकते हैं।

निवेश सलाहकार और दलालों के पास अलग-अलग प्रशिक्षण और लाइसेंसिंग आवश्यकताएं भी हैं ब्रोकरों को सीरिज 7 पास करना होगा, अन्यथा सामान्य प्रतिभूति प्रतिनिधि परीक्षा के रूप में जाना जाता है; सीरीज 7 भी प्रतिभूति उद्योग में आगे की परीक्षा के लिए एक अग्रदूत के रूप में कार्य करता वित्तीय दलालों है। दूसरी ओर, भविष्य के निवेश सलाहकारों को सीरीज़ 65 परीक्षा उत्तीर्ण करनी चाहिए, जो एक शुल्क के लिए वित्तीय सलाह दे सकती है। सीरिज 7 और सीरिज 65 के बीच एक अतिरिक्त अंतर यह है कि परीक्षण के लिए पंजीकरण करने से पहले फर्म द्वारा प्रायोजित एक सीरीज 7 के लिए केवल एक श्रृंखला की आवश्यकता होती है। सीरीज़ 65 का उपयोग अक्सर निवेश सलाहकार व्यापार में प्रवेश करने के लिए प्रमाणित सार्वजनिक एकाउंटेंट (सीपीए) द्वारा भी किया जाता है। चार्टर्ड वित्तीय विश्लेषकों (सीएफए) और प्रमाणित वित्तीय योजनाकारों (सीएफपी) के विपरीत, वित्तीय दलालों सीपीए पदनाम से सीरिज 65 परीक्षा माफ करने के लिए किसी और चीज की पूर्ति नहीं होती है। (यह भी देखें

वित्तीय पदनामों के लिए एक गाइड ) निचला रेखा

आलेखों पर निर्णय लेने के लिए क्लाइंट्स को कैसे मदद करें 401 (के) रोलओवर पर निर्णय कैसे करें ग्राहक कैसे तय करें? निवेशकिया

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उन ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय जो अपने करियर में नौकरी बदलते हैं, उनकी परिभाषित योगदान सेवानिवृत्ति योजना के साथ क्या करना है यहाँ मदद है

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B2Broker एक शक्तिशाली टर्नकी ब्रोकरेज समाधान के लिए Centroid टेक्नोलॉजी को एकीकृत करता है

B2Broker एक नवीन तरलता और प्रौद्योगिकी प्रदाता के रूप में B2Broker के टर्नकी ब्रोकरेज पैकेजों के लिए Centroid तकनीक को जोड़ने की घोषणा करते हुए प्रसन्न है जो अपने ग्राहकों को सबसे उन्नत प्रबंधन उपकरण प्रदान करने का प्रयास करता है और सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीक का उपयोग करके अपनी तरलता की पेशकश की संरचना करता है। Centroid की मल्टी-एसेट कनेक्टिविटी और ऑर्डर एक्जीक्यूशन इंजन, व्यापक रीयल-टाइम जोखिम प्रबंधन प्रणाली, और लो-लेटेंसी ट्रेडिंग इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ, कंपनी के ग्राहकों के पास अब इसकी मल्टी-एसेट कनेक्टिविटी और ऑर्डर निष्पादन क्षमताओं तक पहुंच है।

B2Broker Centroid की तकनीक का उपयोग करके अपने ग्राहकों को निम्नलिखित प्रमुख लाभ प्रदान करता है:

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देश की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था के सन्दर्भ में ओम बिरला ने कहा कि डिजिटल ईकानमी के दौर में सशक्त डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और डिजिटल वित्तीय रिकार्ड CAG की भूमिका को और भी चुनौतीपूर्ण बनाने वाले है। उन्होंने आगे कहा कि इन चुनौतीयों से निपटने के लिए कौशल और प्रशिक्षण के साथ साथ नवीनतम तकनीक में पारंगत होना आवशयक है। स्पीकर बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि CAG औडिटिंग के क्षेत्र में देश की आवश्यकताओं के अनुसार नवाचारों को अडाप्ट कर रही है जो उसे और अधिक सशक्त और Productive बनाएंगे।

इस अवसर पर भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू ने स्वागत भाषण दिया।

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