विदेशी मुद्रा विकल्प क्या है?

विभिन्न बाजारों का अवलोकन

विभिन्न बाजारों का अवलोकन

Opinion: काशी में होगा नॉर्थ और साउथ इंडिया का 'संगम', 19 नवंबर को PM मोदी करेंगे उद्घाटन

Varanasi News: 19 नवंबर को काशी में रहेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, काशी तमिल संगमम का करेंगे उद्घाटन

Kashi Tamil Sangamam: वाराणसी में बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड में तमिलनाडु की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने के लिए 75 . अधिक पढ़ें

  • News18 Uttar Pradesh
  • Last Updated : November 18, 2022, 12:08 IST

हाइलाइट्स

9 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे काशी तमिल संगमम् का विधिवत उद्घाटन
विश्वेश्वर की धरती पर होगा रामेश्वर की कला, संस्कृति का गुणगान
काशी में जुटेंगे तमिलनाडु के विभिन्न विषयों से जुड़े ढाई हजार मेहमान
एक महीने के समागम में दिखेगी तमिलनाडु की विविध कलाओं की झलक

वाराणसी. भारत में लंबे समय से नॉर्थ इंडिया और साउथ इंडिया के बहाने दिलों में दूरी पैदा करने वाले अंतरविरोधों को समाप्त करके एक भारत-श्रेष्ठ भारत के संकल्प के साथ आगे बढ़ने का वक्त आ गया है. देश की धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक राजधानी काशी में एक महीने तक आयोजित होने वाला काशी तमिल संगमम् नि:संदेह उत्तर-दक्षिण भारत के निगेटिव नैरेटिव को तोड़ने में मददगार साबित होगा. द्रविण संस्कृति के केंद्रबिंदु तमिलनाडु की संस्कृति, खान-पान, गीत-संगीत का काशी में सीधे साक्षात्कार होने जा रहा है. 19 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले एक महीने तक चलने वाले ‘काशी तमिल संगमम्’ का विधिवत उद्घाटन करेंगे. इसके साथ ही भगवान विभिन्न बाजारों का अवलोकन विश्वेश्वर की धरती पर रामेश्वर की संस्कृति प्रकाशमान होगी. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इसे लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है.

वाराणसी में बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड में तमिलनाडु की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाने के लिए 75 स्टाल आकार ले रहे हैं. इनमे तमिलनाडु के हैंडीक्राफ्ट और हैंडलूम से बने उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा. इसके अलावा फ्रीडम फाइटर्स पर आधारित एक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. नेशनल बुक ट्रस्ट की प्रदर्शनी, सेंट्रल इंस्टिट्यूट ऑफ़ लैंग्वेज की ओर से प्रदर्शनी और पब्लिक कन्वर्सेशन का भी आयोजन होगा. 30 दिन तक चलने वाले काशी तमिल संगमम् में 51 सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा. इसमे तमिलनाडु के करीब-करीब सभी रंग दिखेंगे.

तमिलनाडु की संस्कृति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में मुख्यतः मीनाक्षी चितरंजन का भरतनाट्यम, तमिलनाडु का फोक म्यूजिक, इरुला व अन्य ट्राइबल नृत्य, विल्लुपाट्ट एक प्राचीन संगीतमय कथा-कथन, पौराणिक ऐतिहासिक ड्रामा, शिव पुराण, रामायण और महाभारत पर आधारित कठपुतली शो आदि देखने को मिलेंगे, जो ये दर्शाएंगे कि काशी और तमिलनाडु की भाषा, खान-पान, रहन सहन भले ही अलग हो, लेकिन अभिव्यक्ति का तरीका और इसकी आत्मा एक ही है.

आपके शहर से (वाराणसी)

बनारस में हुए यूपी पुलिस के एनकाउंटर में बिहार के दो कुख्यात भाई ढेर, तीसरा फरार

अनोखी पहल: वाराणसी के इस सरकारी स्कूल में खुली यूपी की पहली 'खिलौना लाइब्रेरी', होगा ये फायदा

सूर्यकुमार के गांव से LIVE: हां भइया, इहे ह दमदार क्रिकेटर 'सूर्या भइया' के 'हथौड़ा' गांव

Kashi Tamil Sangmam: वाराणसी में बदला गंगा आरती का कलेवर, तमिल में भी शुरू हुई कमेंट्री जानिए क्यों

Gold Price in Varanasi: विवाह मुहूर्त के ठीक पहले कितना सस्ता हुआ सोना-चांदी? यहां देखें आज के भाव

Varanasi: जानें, ऐसा क्या है खास भगवान गणेश की इस पेंटिंग में जो वर्ल्ड ग्रेटेस्ट रिकॉर्ड में हो गई दर्ज

Kashi Tamil Sangmam: काशी में बसता है 'मिनी तमिलनाडु', जानिए कैसा है सदियों पुराना रिश्ता

Gold Price in Varanasi: सोना कुछ कमजोर चांदी कुछ भारी, वेडिंग सीजन में करें खरीदारी, चेक करें लैटेस्ट भाव

Mulayam Singh Birth Anniversary: रेत पर 30 फीट की तस्वीर बना कर यूं किया गया नेताजी को याद

Kashi Tamil Sangamam: 130 करोड़ देशवासियों की जिम्मेदारी है तमिल की विरासत को बचाना- पीएम मोदी

Kashi-Tamil Sangamam: BHU में लगी प्रदर्शनी का युवाओं में जबरदस्त क्रेज, जानें वजह

कार्यक्रम यात्रा की रूपरेखा
तमिल कार्तिक महीने की शुरुआत 17 नवंबर से होने के साथ ही वैसे तो वाराणसी में काशी तमिल संगमम् का आग़ाज हो चुका है, किन्तु इसका विधिवत उद्घाटन 19 नवंबर को प्रधानमंत्री के हाथों होना है. काशी तमिल संगमम् में 12 अलग अलग समूहों में लगभग 2500 से 3000 लोग तमिलनाडु से 18 नवंबर को वाराणसी पहुंचेंगे. हर ग्रुप की यात्रा 8 दिन की होगी, जिसमे 2 दिनों की यात्रा तमिलनाडु विभिन्न बाजारों का अवलोकन से वाराणसी पहुंचने की भी शामिल होगी. दल दो दिन वाराणसी में रहेगा तथा हनुमान घाट पर गंगा स्नान, सुब्रह्मण्य भारती के आवास पर जाना, काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन, सारनाथ आर्कियोलॉजिकल साइट एंड म्यूजियम, गंगा आरती और 84 घाटों का नाव से अवलोकन और शाम को बीएचयू में सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होना शामिल है. वाराणसी के बाद दो दिनों में प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा भी प्रस्तावित है और फिर दो दिनों की वापसी की यात्रा होगी.

इसके लिए रामेश्वरम, चेन्नई व कोयंबटूर से 3 ट्रेन में अतिरिक्त 3 स्पेशल कोच लगेंगे जो दो दिन के अंतराल पर प्रति सप्ताह काशी आएगी. कार्यक्रम का नोडल मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय है. आईआईटी चेन्नई तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को इस कार्यक्रम के लिए नोडल इंस्टिट्यूट नियुक्त किया गया है.

ग्रुप के दिन और कार्यक्रम
सभी ग्रुप के लिए वाराणसी के दिन भी निश्चित हो गए हैं, जिनमे छात्रों का दल 19 से 20 नवंबर, हस्तशिल्पियों का दल 22 और 23 नवंबर, साहित्यकारों का दल 23 व 24 नवंबर, अध्यात्म जगत से जुड़े लोगों का दल 26 से 27 नवंबर, व्यवसाय जगत से जुड़े लोगों का दल 30 नवंबर से 1 दिसंबर, शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों का दल 2 से 3 दिसंबर, हेरिटेज से जुड़े लोगों का दल 4 व 5 दिसम्बर, नवउद्यमियों का दल 7 व 8 दिसम्बर को, प्रोफेशनल्स का दल 8 व 9 दिसंबर को, मंदिर के पुजारियों, महंतों और अर्चकों का दल 10 व 11 दिसम्बर को, ग्रामीण-कृषकों का दल 13 व 14 दिसम्बर को, संस्कृतिकर्मियों का दल 15 व 16 दिसम्बर को काशी तमिल संगमम में शामिल होगा. भ्रमण के दूसरे दिन इन सब ग्रुप के 3 घंटे के विषय संबंधित कार्यक्रम होंगे, जिसमें से 7 कार्यक्रम बीएचयू में, 2 कार्यक्रम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में और 3 कार्यक्रम ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर में आयोजित होंगे.

ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|

सादडी राणकपुर मन्दिर शिल्प कलाकृति निहारने आएंगे जी-20 के मेहमान,लोक संस्कृति से होंगे रूबरू,
परोसे जायेगे मारवाड़ी राजस्थानी स्वादिष्ठ व्यंजन
उदयपुर पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना की देखरेख में होगी व्यवस्थाए

सादडी शेरपा जी-20शिखर सम्मेलन आयोजन का जिम्मा इस बार हमारे देश को मिला इसकी पहली बैठक झीलों की नगरी उदयपुर में होगी चार दिवसीय आयोजन दौरान विभिन्न बाजारों का अवलोकन वे पर्यटक स्थल ऐतिहासिक कुम्भलगढ़ दुर्ग व विश्व विख्यात राणकपुर जैन मंदिर की शिल्प कलाकृति को निहारने पहुचेंगे।यह उनके स्वागत में रंगारंग आयोजन होंगे साथ ही उन्हें भोजन राजस्थनी व्यंजन परोसे जाएंगे जिसको लेकर प्रशासन व पर्यटन विभाग तैयारियां में जुट गया है। यहां सभी तैयारियों के लिए उदयपुर पर्यटन विभाग उपनिदेशक शिखा सक्सेना को जिम्मेवारी दी है।
पर्यटन विभिन्न बाजारों का अवलोकन उपनिदेशक शिखा सक्सेना ने बताया कि शेरपा जी20शिखर सम्मेलन की मेजबानी इस बार भारत को मिली है जिसकी पहली बैठक 4 से7दिसम्बर को झीलों की नगरी उदयपुर में होगी जिसमें जी-20शेरपा के 20से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्ष व शासनाध्यक्ष प्रतिनिधि शिरकत करेंगे जिनकी सुरक्षा,बैठक,विश्राम, भ्रमण सहित मनोरंजन को लेकर पर्यटक धार्मिक व ऐतिहासिक स्थलों का चयन किया

पूर्वा तैयारी को लेकर पहुची थी विदेश मंत्रालय टीम

मेहमानों के स्वागत भ्रमण,अवलोकन व सुरक्षा प्रबंधन सहित विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर विदेश मंत्रालय की 5सदस्य टीम सयुक्त निदेशक नागार्जुन विभिन्न बाजारों का अवलोकन नायडू के नेतृत्व में पिछले पिछले दिनों ऐतिहासिक कुम्भलगढ़ दुर्ग व राणकपुर तीर्थ पहुची जिन्होंने विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर जायजा लिया व तैयारियों को लेकर दिशा निर्देश दिए ये दोनों स्थल इन शेरपा मेहमानों के स्वागत,भ्रमण व कला संस्कृति पर्यटन व सांस्कृतिक संगम दृष्टि से चिन्हित किए गए है।
(विकसित होगा छोटा सा हैंडीक्राफ्ट बाजार)
4-7दिसम्बर बीच कभी भी मेहमान ऐतिहासिक कुम्भलगढ़ दुर्ग से शिल्प कलाकृति राणकपुर जैन मंदिर पहुचेंगे यहां मेहमानों के स्वागत में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा राजस्थनी सस्कृति से ओतप्रोत छोटा सा हैंडीक्राफ्ट बाजार निर्मित किया जाएगा इसके अलावा राणकपुर एक नीजि होटल्स में मेहमानों के लिए भोजन व्यवस्था की जाएगी जिसमें राजस्थनी मारवाड़ी व गोड़वाड़ी लजीज जायकेदार स्वादिष्ट व्यंजन परोसे जायेगे।

जी20 शेरपा मेहमानों की आवाजाही से परवान चढ़ेगा पर्यटन व विकास

राणकपुर की पवित्र धरती पर जी20 शेरपा मेहमानों को आवाजाही सौभाग्यशाली साबित होगी जिससे क्षेत्र में चहुमुखी विकास एवं पर्यटन विभिन्न बाजारों का अवलोकन कला संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा ग्रामीणों में रोजगार अवसर बढ़ेंगे।
इन्होंने कहा
शेरपा जी-20शिखर सम्मेलन की पहली बैठक 4-7दिसम्बर को झीलों की नगरी उदयपुर में होगी इसके बीच शेरपा मेहमानों को विभिन्न बाजारों का अवलोकन प्रदेश की कला संस्कृति पर्यटन व धार्मिक ऐतिहासिक पर्यटक स्थलों से रूबरू करवाने की दृष्टि से ऐतिहासिक कुम्भलगढ़ दुर्ग व राणकपुर मन्दिर चिन्हित की गया है मेहमानों के आगमन विभिन्न बाजारों का अवलोकन से क्षेत्र का चहुमुखी विकास व पर्यटन परवान चढ़ेगा।

CG NEWS : कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना ने सभी विभागीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक, लंबित प्रकरणों को शीघ्र निराकरण के दिए निर्देश

सक्ती। CG NEWS : कलेक्टर नुपूर राशि पन्ना ने आज सभी विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में कलेक्टर ने धान खरीदी की समीक्षा करते हुए कहा जिले में सुव्यवस्थित धान की खरीदी करने, खरीदी केन्द्रों में धान बेचने आए किसानों की सुविधाओं का उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा साथ ही केन्द्रों में साफ-सफाई, कम्प्यूटर की व्यवस्था धान को बारिश से बचाने के लिए तिरपाल बारदानों की उपलब्धता, पेयजल विद्युत सहित अन्य व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।

कलेक्टर ने भेंट मुलाकत, जन दर्शन और आम नागरिकों से प्राप्त आवेदनों को जल्द से जल्द निराकरण करने के निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व के लंबित प्रकरणों को शीघ्र निराकरण करने के निर्देश दिए है। कलेक्टर कहा शासकीय योजनाओं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। उन्होंने जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक के सुव्यवस्थित आयोजन कराने के निर्देश दिए संबंधित अधिकारियों को दिए।

बैठक में कलेक्टर ने गोधन न्याय योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में संचालित सभी गौठानों में किए जा रहे गोबर खरीदी और गोमूत्र खरीदी की जानकारी ली। उन्होंने गौठानों से जुड़े सभी स्व सहायता समूहों को गौठानों एक्टीविटी संचालित करने कहा है। उन्होंने रीपा के तहत चिन्हांकित गौठानों में व्यवस्था सुनिश्चत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने सिंचाई विभाग को रबी फसल के लिए नहरों से पानी की सुविधा रोकते हुए धान के बदले दूसरी लाभदायक फसलें जैसे – गेहू, चना, मटर, सरसों, मक्का, उड़द, मूंग आदि फसल के लिए प्रोत्साहित करने कहा। बैठक में कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, डायवर्सन, अन्य राजस्व प्रकरण, तथा अन्य विभिन्न शिकायतो का निराकरण समय-सीमा में करने के निर्देश दिए।

बैठक में कलेक्टर ने सड़कों मरम्मत, जल जीवन मिशन, मनरेगा, राजस्व प्रकरणों के निराकरण, लोक सेवा गारंटी, क्लब, हाट बाजार क्लीनिक योजना, धन्वंतरी योजना, निर्माण कार्यों की अद्यतन स्थिति, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना, राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर योजना, सहित अन्य योजनाओं का भी समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में विभिन्न बाजारों का अवलोकन सभी विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

मिहींपुरवा में प्रक्षेत्र दिवस का कार्यक्रम

कृषि विज्ञान केंद्र, नानपारा, बहराइच-।। द्वारा दिनांक 21 नवंबर 2022 को ग्राम- परवानी गौड़ी, विकासखंड- मिहींपुरवा में प्रक्षेत्र दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया जहाँ पर काले नमक की प्रजातियां – काला नमक -150 , काला नमक -160 , काला नमक पूसा 03 , काला नमक – पूसा 07 , काला नमक – पूसा 1638 लगाई गयी थी कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. के. एम. सिंह द्वारा की गई उन्होंने किसानों को प्राकृतिक खेती द्वारा काला नमक धान विभिन्न बाजारों का अवलोकन की विभिन्न प्रजातियां एवं काला नमक धान की विशेषताओं के बारे में तथा उनके पर्यावरण गुण के बारे में बताया कि काला नमक चावल गो आधारित प्राकृतिक खेती जरिए ही उगाया गया है। यह धान की विशेष किस्म कम उर्वरकों, फफूंदनाशी और कीटनाशकों की मदद से उगाया जाता है। यह धान प्राचीन काल से जैविक खेती के लिए पूरी तरह अति प्राचीन किस्म है। काला नमक धान में एक और विशेषता यह है कि इसमें भूरे धब्बे वाले रोग की शिकायत नहीं मिलती जो धान की दूसरी फसलों में कभी-कभी किसानों के लिए बड़ा सरदर्द बन जाती हैं। काला नमक धान सामान्य धान के मुकाबले 20 से 25 दिन की देरी से तैयार होता है लेकिन दाम और स्वाद सुगंध के मामले में यह बासमती को भी मार देता है। उन्होंने यह भी बताया कि स्थानीय बाजार में बासमती करीब ₹ 70 प्रति किलो के रेट पर होता है जबकि काला नमक का दाम ₹100 से 150 प्रति किलो के स्तर पर से बिकता है। आई.ए.आर.आई. के निदेशक डॉक्टर ए. के. सिंह द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चलाई जा रही गतिविधियों के बारे में जाना तथा केंद्र के कार्यों की सराहना की। उन्होंने यह भी बताया कि काला नमक की बौनी, देसी तथा सुगंधित प्रजातियों पर विशेष जोर दिया। उन्होंने भविष्य में केंद्र पर विभिन्न प्रकार के काला नमक धान की प्रजातियां पर कार्य योजना चलाई जायेगी। जिससे ज्यादा से ज्यादा किसान लाभान्वित हो सकेगें। केंद्र की वैज्ञानिक रेनु आर्या ने काला नमक धान के पौष्टिक गुणों के बारे में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इस चावल में एंटीऑक्सीडेंट, आयरन और जिंक भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जिससे इसे ब्लड प्रेशर तथा खून संबंधित समस्याओं को ठीक करने में मदद मिलती है। डॉ. हर्षिता ने बताया कि इस धान के पोषक तत्व से भरपूर होने के चलते विदेशों में इसकी मांग बढ़ गई है, जिससे कृषक बंधु अच्छी आय प्राप्त कर सकते हैं। डॉ अरुण विभिन्न बाजारों का अवलोकन कुमार ने काला नमक धान की विभिन्न प्रजातियां जैसे कि काला नमक -150 , काला नमक -160 , काला नमक पूसा 03 , काला नमक – पूसा 07 , काला नमक – पूसा 1638 आदि के बारे में विस्तृत चर्चा की। जिले के प्रगतिशील कृषक श्री शिव शंकर सिंह द्वारा लगाई गई काला नमक की विभिन्न प्रकार की प्रजातियो का अवलोकन केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा किया गया। प्रक्षेत्र दिवस कार्यक्रम में प्रगतिशील कृषक जनार्दन, मनीष, राम प्रवेश मौर्य आदि शामिल थे।

You May Also Like

आम आदमी पार्टी द्वारा इकौना और भिंगा में झाड़ू चलाओ ,गंदगी हटाओ पदयात्रा निकाली

पूर्व सांसद डिंपल यादव मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव लड़ेंगी, समाजवादी पार्टी ने प्रत्याशी बनाया

डिंपल यादव आज नामांकन करेंगी,मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव

Leave a Reply Cancel reply

Recent Posts

डीएम ने एसपी के साथ गल्ला मण्डी के धान क्रय केन्द्रों का किया औचक निरीक्षण

डीएम ने एसपी के साथ गल्ला मण्डी के धान क्रय केन्द्रों का किया औचक निरीक्षण

जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र ने पुलिस अधीक्षक केशव कुमार चौधरी के साथ धान खरीद का जायजा लेने के उद्देश्य से

डीएम ने किया चीनी मिल चिलवरिया के पेराई सत्र का शुभारम्भ

सीवी आनंद बोस ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में शपथ ली

भारत जोड़ो यात्रा आज मध्यप्रदेश पहुंची

Recent Posts

  • डीएम ने एसपी के साथ गल्ला मण्डी के धान क्रय केन्द्रों का किया औचक निरीक्षण
  • डीएम ने किया चीनी मिल चिलवरिया के पेराई सत्र का शुभारम्भ
  • सीवी आनंद बोस ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के रूप में शपथ ली
  • भारत जोड़ो यात्रा आज मध्यप्रदेश पहुंची
  • नानपारा में नगर निकाय का चुनाव लड़ेगी आम आदमी पार्टी
  • मिहींपुरवा में प्रक्षेत्र दिवस का कार्यक्रम
  • टीडीएस व जीएसटीआर-7 फाइलिंग हेतु प्रशिक्षित किये गये डीडीओ
  • पुनरीक्षित मूल्यांकन सूची की आपत्तियों का हुआ निस्तारण
  • कम वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए ड्रिप एवं स्प्रिंकलर सिंचाई पद्धत्ति है वरदान: डीएम

Magpie matrix economically sound value through cooperative technology task fully researched data and enterprise process improvements quality products via client-focused results.

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download [RPSC] पुलिस एसआई सिलेबस

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download

Table of Contents

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download | Rajasthan Police SI Syllabus in Hindi | RPSC SI Syllabus 2022 | Rajasthan Police SI Syllabus 2022 PDF Download | Raj Police Exam Pattern.

Rajasthan Police SI Syllabus 2022: यदि आप Rajasthan Police SI Exam के लिए आवेदन करने की योजना बना रहे हैं। फिर आपको Syllabus के बारे में विस्तार से पता होना चाहिए क्योंकि आपको परीक्षा की तैयारी शुरू करनी होगी। यदि आप Rajasthan Police SI परीक्षा को शानदार तरिके के साथ पास करना चाहते हैं, तो आपको यह जानकर खुशी हो सकती है कि हमने नीचे एक विस्तृत Rajasthan Police SI Syllabus 2022 प्रदान किया है। सिलेबस को विस्तार से जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें। इसके अलावा, राजस्थान पुलिस एसआई चयन प्रक्रिया के बारे में जानें ।

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download

Rajasthan Police SI Syllabus 2022

Rajasthan Police SI Syllabus 2022: Rajasthan Police SI परीक्षा पैटर्न में तीन चरण होते हैं । पहला चरण लिखित परीक्षा है। इसमें सामान्य ज्ञान, सामान्य हिंदी और सामान्य विज्ञान जैसे विभिन्न बाजारों का अवलोकन खंड होते हैं। इन तीन खंडों में, विभिन्न विषय शामिल हैं जिनके बारे में आप नीचे विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

RPSC SI Recruitment 2022 Details

Rajasthan Police SI Syllabus 2021

नीचे परीक्षा पैटर्न दिया गया है, इसके माध्यम से आप अपने राजस्थान पुलिस SI की तेयरी शुरू कर सकते है।

PaperSubjectDuration of ExamMaximum Marks
Paper-1General Hindi2 Hours200
Paper-2General Knowledge & General Science2 Hours200

Rajasthan Police SI Physical Test

Rajasthan Police SI Physical Test: लिखित परीक्षा के बाद, उम्मीदवारों को शारीरिक परीक्षण भी पास करना होता है, इस परीक्षा को पास करने के बाद ही उम्मीदवारों को साक्षात्कार के दौर के लिए मौका दिया जाएगा। शारीरिक परीक्षण का उतना पाठ्यक्रम नहीं है जितना कि यह एक व्यावहारिक परीक्षा है लेकिन पुरुष और महिला दोनों श्रेणियों के लिए अलग-अलग शारीरिक आवश्यकताएं हैं। नीचे हमने इसके बारे में विवरण का उल्लेख किया है।

पुरुष :

  • ऊंचाई: इन पदों के लिए न्यूनतम आवश्यक ऊंचाई 168 सेमी यानी 5’5 फीट है।
  • सीना: न्यूनतम 81 सेमी से 86 सेमी तक होना चाहिए।

महिला के लिए :

ऊंचाई: पदों के लिए न्यूनतम आवश्यक ऊंचाई 157 सेमी है जो 5’1 फीट है।

छाती: छाती माप के मानदंड महिला उम्मीदवारों पर लागू नहीं होते हैं।

विस्तृत राजस्थान पुलिस SIआयु सीमा प्राप्त करने के लिए , उम्मीदवार लिंक किए गए लेख पर जा सकते हैं।

Rajasthan Police SI Syllabus 2022 FAQ’s

Q.1: Rajasthan Police SI का परीक्षा पैटर्न क्या है?

Ans: 200 अंकों के लिए प्रत्येक में दो पेपर होते हैं, एक सामान्य ज्ञान है और दूसरा सामान्य हिंदी या सामान्य विज्ञान है।

Q.2: Rajasthan Police SI परीक्षा के लिए कुल अंक क्या हैं?

Ans: राजस्थान पुलिस एसआई परीक्षा के लिए कुल अंक 400 हैं।

Q.3: Rajasthan Police SI की सामान्य श्रेणी के लिए कट-ऑफ प्रतिशत क्या है?

Ans: सामान्य श्रेणी के पुरुष के लिए न्यूनतम कट-ऑफ प्रतिशत 53-55 है और महिला 51-53 है।

रेटिंग: 4.14
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 725
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *