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क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ

क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ
हॅलो दोस्तों, Stock Market में हम एक-साथ आकर ट्रेडिंग करतें है। इसका वक्त तय होता है। आज हम जानेंगे की, "Stock Market प्री-ओपन क्या है ? इन हिंदी। Stock Market वर्किंग टाइम कितना है ?" तो आइए शुरू करते है।

Stock Market Pre-Opening

Share Bazaar: क्या एक ही शेयर को आप क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ बार-बार खरीद-बेच सकते हैं?

Share-Trading

इंट्रा-डे का ट्रेडिंग का उदाहरण
मान लीजिए, आज आपने किसी कंपनी का 20 रुपये की कीमत वाला शेयर खरीदा। इन शेयरों की संख्या 100 थी। इसके लिए आपने 2010 (2000+10) शेयर की कुल कीमत और कमीशन मिलाकर 2010 रुपये चुकाए। कुछ घंटे बाद इस शेयर की कीमत 20.50 हो गई। आपने मुनाफा देखकर अपने सभी 100 शेयर बेच दिए। आपको इस पर 2040 (2050-10) रुपये मिले।

इस तरह आपने कुछ घंटे का रिस्क लेकर 30 रुपये का शुद्ध लाभ कमाया, जबकि आपके ब्रोकर को इससे 20 रुपये कमीशन मिला। इस तरह एक बार इंट्रा डे ट्रेडिंग की प्रक्रिया पूरी हो गई। अगर आप चाहें तो उसी कंपनी के शेयर की उसी दिन फिर इसी तरह से खरीद-बिक्री कर सकते हैं। बस, शेयर बाजार बंद न हुए हों। इसी तरह एक ही दिन में नहीं बल्कि सप्ताह में महीने में आप चाहे, जितनी भी बार ट्रेडिंग कर सकते हैं।

सेबी के नए मार्जिन नियम आज क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ से लागू, यहां जानिए अपने हर सवाल का जवाब

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सेबी मार्जिन के दो तरह के नियमों को लागू करना चाहता है. पहला नियम कैश मार्केट में अपफ्रंट मार्जिन से संबंधित है.

मैं मार्जिन को पूरी तरह से नहीं समझता, क्या मुझे इसके बारे में विस्तार से बता सकते हैं?
मार्जिन का मतलब उस रकम से है, जो आपके ट्रेडिंग अकाउंट में होती है. सामान्य रूप से निवेशक को अपने ट्रेडिंग अकाउंट में जमा रकम से शेयर खरीदने की इजाजत होनी चाहिए. लेकिन, व्यवहार में मामला थोड़ा अलग है. कई ब्रोकिंग कंपनियां अपने क्लाइंट को शेयर खरीदने के लिए रकम उधार देती हैं. इसे लिवरेज या मार्जिन ट्रेडिंग कहते हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग में यह ज्यादा देखने को मिलता है.क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ

Share Market: स्टॉक मार्केट में कैसे बनें एक सफल निवेशक, जानें अहम बातें

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 22 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 7:17 PM IST

शेयर मार्केट में सफल निवेशक बनना आसान नहीं है पर इन बातों का ध्यान रखकर आप शुरूआत कर सकते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि स्टॉक का चयन कोई आसान काम है क्या? इसका जवाब है- बिल्कुल आसान काम है. आप 5 मिनट में खुद बेहतर स्टॉक खोज सकते हैं. इसके लिए आपको कंपनी के कारोबार (Business of Company) पर फोकस करना होगा. जिस स्टॉक में आप पैसे लगा रहे हैं, उसका कारोबार बेहतरीन होना चाहिए. बस एक यही अहम पैमाना है, जिसके आधार पर आप लंबी अवधि में शेयर से मोटा रिटर्न पा सकते हैं.

जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्‍या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा

जिस ट्रेडिंग कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगा रहे, वही बंद हो गई तो क्‍या होगा? जानिए आपका पैसा डूबेगा या बचा रहेगा

TV9 Bharatvarsh | Edited By: आशुतोष वर्मा

Updated on: Jul 22, 2021 | 10:32 AM

अब आम आदमी भी शेयर बाजार में निवेश कर ज्‍यादा रिटर्न पाने में रुचि दिखा रहा है. यही कारण है कि बीते एक साल में रिकॉर्ड संख्‍या में डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. पिछले महीने तक के आंकड़ों के अनुसार देशभर में करीब 6.9 करोड़ डीमैट अकांउट्स हैं. हालांकि, दूसरे देशों के मुकाबले आबादी के लिहाज से यह अनुपात अभी क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ भी बहुत कम है. भारतीय शेयर बाजार में सबसे ज्‍यादा पैसा महाराष्‍ट्र, गुजरात और उत्‍तर प्रदेश के लोग लगाते हैं. लक्षद्वीप, अंडमान एवं निकोबार से लेकर मिज़ोरम तक के लोग शेयर बाजार से अच्‍छी कमाई कर रहे हैं.

ब्रोकरेज कंपनी बंद होने पर आपके निवेश का क्‍या होगा?

आप यह जानकार राहत की सांस ले सकते हैं कि स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनी के डिफॉल्‍ट करने या बंद होने के बाद भी आपकी पूंजी या फंड पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा. ऐसा नहीं होगा कि स्‍टॉक ब्रोकर आपकी पूंजी लेकर भाग जाए. उदाहरण क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ के तौर पर देखें तो जब हर्षद मेहता स्‍कैम सामने आया था, तब उनकी ब्रोकिंग कंपनी ग्रो मोर रिसर्च एंड एसेट मैनेजमेंट को सेबी ने बैन कर दिया था. लेकिन इस कंपनी के जरिए शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं हुआ.

आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत कि ये स्‍टॉक ब्रोकिंग कंपनियां महज एक बिचौलिए के तौर पर काम करती हैं. आपके फंड पर इनकी पहुंच सीधे तौर पर नहीं होती है ताकि वे आपकी पूंजी पर अपना हम जमा सकें. लेकिन इनके पास पड़ी क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ अपनी फंड या पूंजी को इस्‍तेमाल करने के लिए आप इन्‍हें निर्देश दे सकते हैं.

स्‍टॉक्‍स और शेयरों का क्‍या होगा?

आपका फंड डीमैट अकाउंट में जमा होता है. ये डीमैट अकाउंट डिपॉजिटरीज के पास खुलात है. सेबी ने दो डिपॉजिटरीज – नेशनल सिक्‍योरिटीज डिपॉजिटरीज लिमिटेड (NSDL) और सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (इंडिया) लिमिटेड (CDSL) को मंजूरी दी है. भारत सरकार के वित्‍त मंत्रालय के प्रति सेबी की जवाबदेही होती है.

किसी भी समय पर एक निवेशक का स्‍टॉक या शेयर ब्रोकरेज फर्म्‍स के पास नहीं होता है. वे बस एक प्‍लेटफॉर्म के तौर पर काम करते हैं. इनका काम बस आपके निर्देश के हिसाब से आपकी जगह ट्रेड करना है. बदले में ये आपसे फीस वसूलते हैं.

इसी प्रकार आपका म्‍यूचुअल फंड इन्‍वेस्‍टमेंट एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के पास होता है. ऐसे में अगर ब्रोकरेज फर्म बंद भी हो जाता है तो आपका म्‍यूचुअल फंड सुरक्षित रहेगा.

प्री-ओपन सत्र में क्या होता है ?

1 ) "9:00 AM से 9:08 AM" तक के शुरूआती "आठ मिनटों में" ट्रेड्स जो की डाले गए है, उनका संग्रह होता है। सही कीमतों का संशोधन होता है। इस वक्त में डाले गए ऑर्डर्स को रद्द भी किया जा सकता है।

2 ) इसके बाद "9:08 AM से 9:12 AM" तक के समय में, कीमतों का मिलान याने की,"ऑर्डर्स मैचिंग" करके, ओपन के लिए कीमत प्रस्तावित की जाती है। इसे क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ संतुलित कीमत का चुनाव करने का वक्त माना जाता है।

3 ) और "9:12 AM से 9:15 AM" तक का अवकाश लिया जाता है। इससे स्टॉक मार्केट "प्री-ओपन से - सामान्य कामकाज के लिए" तैयार होता है।

प्री-ओपन सत्र में कौन-से ट्रेड्स होतें है ?

इसमें ज्यादा दूर की कीमतें लगाईं जातीं है। जैसे की, स्टॉप-लॉस लगाए जातें है। अगर पिछले दिन शेअर्स लिए है तो, हम सुबह बेच सकते है। या फिर अगर हमें कोई शेअर्स खरीदने है तो, हम प्री-ओपन सेशन में खरीद सकतें है। "प्राइस मैच होते ही ट्रेड पूरा हो जाता है।"

इसमें हम, (1) "मार्केट ऑर्डर" के जरिये ट्रेड ले सकते है। मार्केट ऑर्डर में, जो प्राइस उपलब्ध है यानि चल रही है। उसपर ट्रेड होता है।

(2) हम "लिमिट ऑर्डर" के जरिये भी ट्रेड ले सकते है। लिमिट ऑर्डर में हम कीमत सेट करते है। "कीमत मैच हुई तो ट्रेड होता है।"

प्री-ओपन सेशन सिर्फ सुबह की भीड़ को सुचारु ढंग में लाने के लिए होता है। प्री-ओपन सत्र में फ्यूचर और ऑप्शंस के व्यवहार नहीं क्या बाजार बंद होने पर मैं स्टॉक खरीद सकता हूँ होतें है।

प्री-ओपन सत्र में ट्रेडिंग की जोखिम

प्री-ओपन सेशन में नॅशनल और इंटर-नॅशनल "न्यूज़ का प्रभाव" होता है। एक अकेले ट्रेडिंग करने वाले ट्रेडर को इन सारी चीजों को ध्यान में लेना मुश्किल होता है।

स्टॉक मार्केट वर्किंग टाइम कितना है ?

इंडियन स्टॉक मार्केट का वर्किंग टाइम "सुबह 9:00 AM बजे से दोपहर 3:30 PM तक" याने की " 6 घंटे,30 मिनट" का होता है। इस समय को "ट्रेडिंग सेशन" भी कहा जाता है।

Stock Market Timing
Stock Market Timing in Hindi.

1 ) फर्स्ट हाफ

2 ) सेकंड हाफ

स्टॉक मार्केट में काम करने के लिए सुविधा हो इसीलिए इसलिए यह रचना की गई है। और अगर हम ध्यान से देखें तो हमे यह समझ में आता है कि, स्टॉक मार्केट में फर्स्ट हाफ में 11:00 am बजे तक ज्यादा एक्टिविटी रहती है। और तकरीबन एक से डेढ़ घंटे तक मार्केट शांत रहता है।

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