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FOREX क्या है?

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फोरेक्स कार्ड क्या होता है जानें हिंदी में

Forex Card Kya Hota Hai In Hindi : - दोस्तों जब भी कोई व्यक्ति किसी दुसरे देश में ट्रेवल करने के लिए जाता है या फिर कोई स्टूडेंट पढ़ने के लिए जाता है तो उसको उस देश में मनी से रिलेटेड एक्टिविटी करने के लिए फोरेक्स कार्ड की जरूरत पडती है क्या आप जानते है की फोरेक्स कार्ड क्या होता है और कैसे काम करता है ?

अगर आप भी नहीं FOREX क्या है? जानते हैं तो इस ब्लॉग के माध्यम से आपको आसान भाषा में फोरेक्स कार्ड के बारें में एक्सप्लेन किया जायेगा तो चलिए जानते हैं

Forex Card क्या होता है ?

जिस तरीके से हमारे भारत देश में क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और एटीएम कार्ड होता है उसी तरीके से फोरेक्स कार्ड भी एक प्लास्टिक कार्ड हैं जिसका इस्तेमाल फॉरेन कंट्रीज में घुमने, पढ़ने और शोपिंग करने के लिए, विदेशी मुद्रा के रूप में किया जाता है

जब कोई व्यक्ति या स्टूडेंट्स किसी फॉरेन कंट्री जाता है तो उससे पहले उसको उस कंट्री की मुद्रा यानी करेंसी को एक्सचेंज करवाना पड़ता है तभी तो वह उस कंट्री मे मनी को खर्च कर सकेगा

और फॉरेक्स कार्ड सबसे आसान तरीका है जिसके FOREX क्या है? माध्यम से किसी भी फॉरेन कंट्री में Money को खर्च करने और फोरेक्स कार्ड से money को निकलवा भी सकते है

अब यह सवाल आता है की फोरेक्स कार्ड का इस्तेमाल फॉरेन कंट्री में क्यों किया जाता है तो इसका सीधा सा जवाब यही है की फोरेक्स कार्ड से ट्रान्जेक्शन करने पर कोई भी चार्ज नही देना पड़ता है बल्कि हम फॉरेन कंट्री में डेबिट कार्ड या एटीएम कार्ड से ट्रान्जेक्शन करने पर बहुत ज्यादा चार्ज किया जाता है

फोरेक्स कार्ड कैसे बनवाए ?

जब भी आप किसी फॉरेन कंट्री में जा रहें हैं तो उससे पहले मतलब 3 या 4 दिन पहले फोरेक्स कार्ड के लिए अप्लाई कर दें और अप्लाई करने के बाद आपके घर पर यह कार्ड डिलीवर कर दिया जाता है इस कार्ड में आप चाहे जीतनी money को ऐड करवा सकते है वो आप पर डिपेंड करता है

आप इस कार्ड को फोरेक्स डीलर या किसी बैंक से ले सकते है जिसके लिए बैंक आपको ऑनलाइन एप्लीकेशन फॉर्म भरने के लिए सुविधा प्रदान करता है जिसमें आपकी बेसिक सी जानकारी और आपके डॉक्यूमेंट मांगे जायंगे

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दोस्तों आज हमने आपको Forex card kya hota hai in hindi के बारें में छोटी सी जानकारी दी है अगर आपको यह जानकारी पसंद आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें ताकि उनको भी इसका नॉलेज हो और इस ब्लॉग पर आपको रोजाना एजुकेशन और करियर से रिलेटेड इनफार्मेशन जानने को मिलती हैं

SUNIL PRAJAPAT

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम सुनील प्रजापत है मैंने अभी ग्रेजुएशन पूरी की है। ईस वेबसाइट पर हम आपको हिंदी भाषा में पैसे कमाने के तरिके, बिजनेस आइडियाज, इंटरनेट, टेक्नोलॉजी, फाइनेंस इत्यादि से संबंधित जानकारी देने वाले हैं तो आप हमारी वेबसाइट को जरूर से फॉलो करिएगा।

Forex trading | विदेशी मुद्रा व्यापार क्या है और कैसे शुरू करें?

विदेशी मुद्रा व्यापार एक विदेशी मुद्रा बाजार में किया जाता है जहां एक प्रकार की मुद्रा का आदान-प्रदान किया जाता है या दूसरे प्रकार की मुद्रा के लिए कारोबार किया जाता है।

विदेशी मुद्रा व्यापार एक विदेशी मुद्रा बाजार में किया जाता है जहां एक प्रकार की मुद्रा का आदान-प्रदान किया जाता है या दूसरे प्रकार की मुद्रा के लिए कारोबार किया जाता है। करेंसी ट्रेडिंग को दुनिया का सबसे बड़ा वित्तीय बाजार माना जाता है। विदेशी मुद्रा बाजार के भीतर मुद्रा व्यापार में भाग लेने वाले खिलाड़ी सिटी बैंक और ड्यूश बैंक, राष्ट्रीयकृत और सरकारी बैंक, बहुराष्ट्रीय फर्म, वित्तीय संस्थान और निवेश कंपनियां जैसे बड़े बैंक हैं।

विदेशी मुद्रा व्यापार कैसे करें

एक बाजार के भीतर व्यापार स्तरों में किया जाता है, जहां एक स्तर के खिलाड़ी के पास अन्य स्तरों तक पहुंच नहीं होती है। शीर्ष स्तर अंतर-बैंक बाजार है जिसमें ड्यूश बैंक, सिटी बैंक, स्विट्जरलैंड के यूनियन बैंक और दुनिया भर के अन्य बैंक जैसे बड़े बैंक शामिल हैं। शीर्ष दस खिलाड़ी विदेशी मुद्रा व्यापार में किए गए कुल कारोबार का 70% हिस्सा लेते हैं। शीर्ष स्तर में, स्प्रेड के रूप में ज्ञात बोली और पूछ मूल्य के बीच का अंतर बहुत ही कम है और बाहर के अन्य सर्किलों के लिए उपलब्ध नहीं है। जैसे-जैसे स्तर नीचे आते हैं, अंतर मुख्य रूप से कारोबार की मात्रा के कारण बढ़ता है। एक खिलाड़ी के लिए पहुंच का स्तर ‘लाइन’ द्वारा निर्धारित किया जाता है, वह धन जिसके साथ कोई व्यापार कर रहा है। मुद्रा व्यापार 2001 से आज लगभग दोगुना हो गया है मुख्य रूप से एक निवेश और परिसंपत्ति वर्ग के रूप में विदेशी मुद्रा व्यापार के पुनर्गठन और पेंशन फंड और हेज फंड की फंड प्रबंधन संपत्ति में वृद्धि के कारण।

विदेशी मुद्रा व्यापार के गुण

आइए हम एक विदेशी मुद्रा मुद्रा व्यापार की विशिष्ट विशेषताओं को देखें। ओवर-द-काउंटर प्रकृति के कारण, मुद्रा बाजार एक डॉलर या यूरो दर में व्यापार नहीं करता है, बल्कि केवल उस विशेष बाजार पर लागू दरों की एक अलग संख्या में व्यापार करता है। कोई केंद्रीय घर या हब या एक्सचेंज या क्लियरिंग हाउस नहीं है क्योंकि व्यापारी इस ओटीसी प्रकृति के कारण प्रत्येक के साथ सीधे सौदा करते हैं। आमतौर पर ये दरें एक दूसरे के करीब होती हैं; अन्यथा आर्बिट्राजर्स कहे जाने वाले विशेष व्यापारी दरों में अंतर का फायदा उठाते हैं और इससे भारी मुनाफा कमाते हैं। दुनिया भर में मुख्य व्यापारिक केंद्र लंदन, न्यूयॉर्क, टोक्यो और सिंगापुर में हैं।

जैसे-जैसे समय क्षेत्र भिन्न होते हैं,

व्यापार लगभग 24 घंटे एक दिन किया जाता है। दर में उतार-चढ़ाव मुद्रास्फीति, बैंकों की ब्याज दरों, सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि, व्यापार घाटे और अधिशेष, सीमा पार एम एंड ए सौदों, आर्थिक स्थितियों, वित्तीय स्वास्थ्य और कुछ अन्य मैक्रो आर्थिक स्थितियों में परिवर्तन के कारण होता है।

12 पैसे की बढ़त के साथ रुपया पहुंचा एक माह के उच्‍चतम स्‍तर पर, डॉलर के मुकाबले 70.92 पर हुआ बंद

फ्यूचर कारोबार में ब्रेंट क्रूड 0.51 प्रतिशत गिरकर 63.92 डॉलर प्रति बैरल रहा।

डॉलर के मुकाबले रुपया हुआ थोड़ा मजबूत, बुधवार को 13 पैसे की बढ़त के साथ 71.53 पर हुआ बंद

मंगलवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय बाजार में 1131.12 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की।

विदेशी मुद्रा भंडार 34.7 करोड़ डॉलर बढ़कर 448.60 अरब डॉलर के रिकॉर्ड FOREX क्या है? स्तर पर पहुंचा

देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार नवें सप्ताह बढ़ता हुआ 22 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 34.7 करोड़ अमेरिकी डॉलर बढ़करक 448.60 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।

रुपए की टूटी कमर, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 72.09 रुपए के स्‍तर पर हुआ बंद

फॉरेक्स ट्रेडर्स ने बताया कि कमजोर औद्योगिक उत्पादन और कमजोर वैश्विक कारणों से बुधवार को फॉरेक्स मार्केट में भी कमजोरी का दौर हावी रहा।

Most Tradeable Currency in India

1.USD-US Dollar सबसे ज्यादा Liquid और सबसे ज्यादा Trade होने वाली Currency हैं और ज्यादातर World Currencies के साथ Pair होती हैं

2.EUR-Euro US Dollar के बाद Liquid और सबसे ज्यादा Trade होने वाली Currency हैं और ज्यादातर Currencies के साथ Pair होती हैं

Note-इस ब्लॉग लेख में Currency ट्रेडिंग से सम्बंधित जो जानकारी दी गयी हैं FOREX क्या है? वो केवल इनफार्मेशन और एजुकेशन के लिए हैं ट्रेडिंग एक जोखिम भरा बिज़नेस हैं आप इसके बारें में अपने फाइनेंसियल एडवाइजर से सलाह ले।

Q- Currency Trading क्या हैं?

Ans-Currency Market एक Marketplace हैं जहाँ अलग अलग Currency को Buy और Sell किया जाता हैं Currency Trading के लिए

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर, देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा

भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर, देश का विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ा

TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा

Updated on: Nov 19, 2022 | 5:40 PM

देश के विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट के रुख को पलटते हुए 11 नवंबर को खत्म हुए हफ्ते में यह 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. यह अगस्त 2021 के बाद सबसे तेज बढ़ोतरी है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शनिवार को यह जानकारी दी. हालांकि, मार्च के बाद से विदेशी मुद्रा भंडार में 110 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट आई है. वैश्विक अस्थिरता के बीच आरबीआई द्वारा रुपये को सहारा देने के चलते यह कमी हुई है.

देश का सोने का भंडार भी बढ़ा

आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 11 नवंबर को खत्म हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 14.72 अरब डॉलर बढ़कर 544.72 अरब डॉलर हो गया है. 4 नवंबर को यह 529.99 अरब डॉलर के स्तर पर रहा था.

केंद्रीय बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन हफ्ते के दौरान फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) 11.8 अरब डॉलर बढ़कर 482.53 अरब डॉलर हो गईं हैं. वहीं, स्वर्ण भंडार का मूल्य 2.64 अरब डॉलर बढ़कर 39.70 अरब डॉलर रहा है.

इससे पहले 21 अक्टूबर को खत्म हुए हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार 117.93 अरब डॉलर घटकर 524.52 अरब डॉलर रहा था. आरबीआई ने सितंबर में शुद्ध आधार पर 10.36 अरब डॉलर मूल्य की विदेशी मुद्रा की बिक्री की है. सितंबर में डॉलर के मुकाबले रुपया 79.5 के भाव से गिरकर 81.5 पर आ गया है. इससे पहले अक्टूबर में यह 83.29 के रिकॉर्ड निचले स्तर तक गिर गया था. इसके बाद 21 अक्टूबर से 11 नवंबर के बीच रुपया 2.3 फीसदी चढ़ा और शुक्रवार को 10 पैसे गिरकर 81.74 पर बंद हुआ.

RBI ने भी दिया था दखल

आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से मुद्रा बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार घटने की दर में कमी आई है. आरबीआई अधिकारियों के अध्ययन में FOREX क्या है? यह कहा गया है. अध्ययन में 2007 से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण मौजूदा समय में उत्पन्न उतार-चढ़ाव को शामिल किया गया है. केंद्रीय बैंक की विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप की एक घोषित नीति है. केंद्रीय बैंक यदि बाजार में अस्थिरता देखता है, तो हस्तक्षेप करता है. हालांकि, रिजर्व बैंक ने अभी तक रुपये के किसी स्तर को लेकर अपना कोई लक्ष्य नहीं दिया है.

आरबीआई के वित्तीय बाजार संचालन विभाग के सौरभ नाथ, विक्रम राजपूत और गोपालकृष्णन एस के अध्ययन में कहा गया है कि 2008-09 के वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान भंडार 22 प्रतिशत कम हुआ था. यूक्रेन-रूस युद्ध के बाद उत्पन्न उतार-चढ़ाव के दौरान इसमें केवल छह प्रतिशत की कमी आई है.

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