कॉमर्स की सीमाएँ

गृहणियाँ गृह-सज्जा से लेकर, घर की प्रत्येक आवश्यकता के सामान की ऑनलाइन शापिंग का उपयोग कर रही हैं यहाँ तक की नये-नये भोजन बनाने के प्रकारों की विधि आदि तक की जानकारी उन्हें उपलब्धि हेतु इण्टरनेट के माध्यम इण्टरनेट कॉमर्स की सीमाएँ द्वारा प्राप्त हो जाती है।
IT Trends and Technology
IT Trends & Technology PGDCA 2nd कॉमर्स की सीमाएँ Sem. Questions.
UNIT – 1
प्रश्न 1 – ई गर्वनेस क्या है तथा इसके प्रकार के बारे में बताईयें।
प्रश्न 2 – ई डेमोंक्रोसी क्या है
प्रश्न 3 – पी पी ई माडल क्या है।
प्रश्न 4 – ई गर्वनेस वेबसाईटस क्या है, तथा इनके नाम क्या है, और यह हमें कौन कौन सी सेवाएं प्रदान कराती है।
प्रश्न 5 – साईबर क्राईम क्या है और यह कितने प्रकार के होते है। साईबर अटैक और वह कितने प्रकार के होते है बताईये।
UNIT – 2
प्रश्न 1 – ई-कॉमर्स क्या है। इसका सक्षिप्त विवरण दिजिए।
प्रश्न 2 – ई-कॉमर्स के फायदे तथा नुकसान क्या है। ई-कॉमर्स में टेक्नोलाजि का क्या योगदान है।
प्रश्न 3 – ई-कॉमर्स का क्या लाभ है तथा इसके व्यापार में ई-कॉमर्स का क्या प्रभाव है।
प्रश्न 4 – इलेक्ट्रानिक पेमेंट सिस्टम क्या है। इलेक्ट्रानिक पेमेंट कितने प्रकार के होते है।
प्रश्न 5 – पेमेंट गेटवे क्या है। तथा पेमेंट गेटवे के विभिन्न प्रकारों के बारे में बताइये।
इंटरनेट
वर्तमान समय में दुनिया में इण्टरनेट का बोलबोला है। हर महीने सकड़ा नई डॉट कॉम कम्पनियाँ खुल रही हैं। ई-कॉमर्स ने बाजार के एक बड़े हिस्से पर कब्जा कॉमर्स की सीमाएँ कर लिया है। मोबाइल कॉमर्स अब सपना न होकर वर्तमान का साधारण सच है। इण्टरनेट टी. वी. बाजार में आ चुका है।
इण्टरनेट पर सूचनाएँ डालने के लिए जिस सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है उसे ब्राउजर कहा जाता है।
इण्टरनेट सारे ग्लोब को कवर करता है, जिसमें कई बड़े नेटवर्क्स और LANS (लोकल एरिया नेटवर्क्स) जैसे छोटे नेटवर्क्स की भी होते हैं।
इण्टरनेट द्वारा ग्राफिक्स साउण्ड सॉफ्टवेयर, टेक्सट व लोगों तक एक्सेस प्रदान करता है अनेक सर्विसेस व टूल्स के द्वारा कम्युनिकेशन व डाटा एक्सचेंज के लिए इसका प्रयोग आवश्यक माना गया है।
हम इण्टरनेट से जुड़ने के लिए दो रास्तों में किसी भी एक का प्रयोग कर सकते हैं। इण्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर को कम्प्यूटर में डायल करके या इण्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर के साथ सीधे कनेक्शन के द्वारा। इनमें फर्क गति व लागत का है। ज्यादातर हमें टेलीफोन लाइन व मॉडम की मदद से अपने से कनेक्ट होते हैं। इस प्रकार के कनेक्शन को डायलअप कनेक्शन कहा जाता है।
इंटरनेट की परिभाषा
(Definition)
कुछ विद्वानों ने इण्टरनेट की निम्न परिभाषाएँ दी हैं-
मालब्रेथ के अनुसार, “इण्टरनेट सार्वभौमिक एड्रेसिंग प्रणाली कॉमर्स की सीमाएँ के साथ एक ऐसा नेटवर्कों का नेटवर्क है जो कि वास्तविक समय में कम्प्यूटर से कम्प्यूटर, क्षेत्रीय इण्डिपेन्डेन्ट संचार एवं सूचनाओं का आदान-प्रदान करता है।’
सत्यनारायण पट्टनायक तथा श्रवणान (1988) के अनुसार, “इण्टरनेट अत्याधुनिक संचार नेटवर्क है जो सूचना और संचार क्षेत्र की सर्वाधिक महत्वपूर्ण उपलब्धियों में से एक है, यह एक ऐसी प्रौद्योगिकी है जिसमें करोड़ों कम्प्यूटर एक नेटवर्क से जुड़े हैं। यह डिजिटल स्रोत और रिसीवर को जोड़ने की प्रक्रिया है।”
इंटरनेट की आवश्यकता
(Need of Internet)
वर्तमान समय संचार तकनीकी का युग है। आज प्रत्येक व्यक्ति हर क्षेत्र को समस्याओं के निवारण के लिए इण्टरनेट सुविधा का प्रयोग कर रहा है; जैसे- शिक्षा के क्षेत्र में, व्यावसायिक जगत में, गृह-परिवेश के क्षेत्र में, संचार प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सूचना सम्प्राप्ति के क्षेत्र में।
(1) शिक्षा के क्षेत्र में इण्टरनेट की आवश्यकता- वर्तमान समय में शिक्षा का स्तर इतना उच्च हो गया है कि छात्रों तथा शिक्षकों को इसमें आने वाली नित्य नयी जानकारी से अवगत होने के लिए इण्टरनेट सेवा का उपयोग करना पड़ता है। प्राथमिक से लेकर उच्च शिक्षा तक की पाठ्य सामग्री को राज्य सरकारों ने इतना आधुनिक बना दिया है कि हर छात्र कॉमर्स की सीमाएँ को समन्वय स्थापित करने के लिए इण्टरनेट से जानकारी लेनी पड़ती है। नये अंग्रेजी प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों को Project (प्रोजेक्ट) कार्य में ऐसे विषय बिन्दु दिए जाते हैं जिन्हें तैयार करने के लिए उन्हें इण्टरनेट से जानकारी व चलचित्र या पाठ्य-सामग्री प्राप्त करनी होती है। वहीं दूसरी ओर उच्च शिक्षा के पाठ्यक्रम में ऐसे बिन्दुओं का समावेश कर दिया गया है जिन्हें पढ़ाने के लिए स्वयं शिक्षकों को भी इण्टरनेट सुविधा की सहायता लेनी पड़ती है।
शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में इंटरनेट की भूमिका
(Role of Internet in Teaching Learning Process)
शिक्षण अधिगम के क्षेत्र में इण्टरनेट के माध्यम से अधिगम प्रक्रिया को बहुआयामी बनाया जा रहा है। इण्टरनेट के प्रयोग को शिक्षण अधिगम के क्षेत्र में अग्रलिखित बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है-
नवीन शैक्षिक तकनीकी अधिगम में सहायक–
शोध कार्यों से सम्बन्धित अधिगम में सहायक–
शिक्षण अधिगम के समस्या एवं समाधान के क्षेत्र में प्रयोग–
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मोबाइल इम्पैक्टिंग रिटेल कॉमर्स कैसे है?
पर ठीक लोगों की अनुमति के साथ ई-डिजिटल शोध और पोर्टलटेक, यूके के प्रमुख वाणिज्य प्रदाता, हमने उनके हालिया श्वेतपत्र को पोर्ट किया कि कैसे मोबाइल खुदरा वाणिज्य को एक में प्रभावित कर रहा है मार्केटिंग इन्फोग्राफिक। इन्फोग्राफिक पूर्ण आकार देखने के लिए, बस उस पर क्लिक करें।
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By Douglas Karr
Douglas Karr के संस्थापक हैं Martech Zone और डिजिटल परिवर्तन पर मान्यता प्राप्त विशेषज्ञ। डग एक है मुख्य वक्ता और मार्केटिंग पब्लिक स्पीकर। वह वीपी और काफाउंडर है Highbridgeएक उद्यम है जो उद्यम कंपनियों को डिजिटल रूप से बदलने और सेल्सफोर्स प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके अपने प्रौद्योगिकी निवेश को अधिकतम करने में विशेषज्ञता रखता है। उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग और उत्पाद रणनीति विकसित की है डेल टेक्नोलॉजीज, पिताजी जाओ, Salesforce, वेबट्रेंड्स, तथा स्मार्टफोकस। डगलस के लेखक भी हैं डमीज के लिए कॉर्पोरेट ब्लॉगिंग और के सह लेखक द बेटर बिजनेस बुक.
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उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 क्या है? जानिए सभी जरूरी बातें
उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के महत्वपूर्ण प्रावधान कौन-कौन से हैं? ये कैसे प्रमुख बाजार ताकतों से कानूनी तौर पर ग्राहकों के हितों की रक्षा करता है? क्या इन प्रावधानों में होम बॉयर्स भी शामिल हैं? ऐसे हर सवालों का जवाब आपको इस लेख में मिलेगा।
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समाज में उत्पादों और सेवाओं की मार्केटिंग, बिक्री और डिलीवरी के तरीके में भारी बदलाव के बीच, जो कि काफी हद्द तक टेक्नोलोगी पर निर्भर करता है, भारत ने 2019 में अपने तीन दशक पुराने उपभोक्ता संरक्षण कानून को निरस्त करके एक एडवांस उपभोक्ता संरक्षण कानून लॉन्च किया।
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डिलीट फॉर एवरीवन फीचर एक उपयोगी टूल है, जो किसी व्यक्ति को गलत तरीके से भेजे गए मैसेज को डिलीट करने में आपकी मदद करता है। हालाँकि, अभी इसकी सीमाएँ हैं क्योंकि आप मेसेज भेजने के केवल एक घंटे तक ही उसे हटा सकते हैं। यदि आप समय सीमा चूक जाते हैं, तो आप मेसेज को सभी के लिए डिलीट नहीं कर सकते हैं। यूजर्स के लिए चीजों को आसान बनाने के लिए व्हाट्सऐप अब समय सीमा बढ़ाने पर काम कर रहा है। मैसेजिंग कॉमर्स की सीमाएँ ऐप को डिलीट फॉर एवरीवन फीचर के लिए दो अलग-अलग बार टेस्टिंग करते हुए देखा गया।
WhatsApp फीचर ट्रैकर Wabetainfo ने पुष्टि की है कि व्हाट्सऐप अब नए अपडेट में समय सीमा को 7 दिन और 8 मिनट में बदलने की योजना बना रहा है। पहले, यह भी अनुमान लगाया जा रहा था कि व्हाट्सऐप इस समय सीमा को हटा देगा और यूजर्स मेसेज को जब चाहे तब डिलीट कर पाएंगे।