क्रिप्टोकरेंसी के फायदे

क्रिप्टोकरेंसी के फायदे
आजकल एक नया टर्म क्रिप्टोकरेंसी, बिटकॉइन बहुत ज्यादा चर्चा का विषय बना हुआ है। और सभी लोग इसके बारे में जानना चाहते है धीरे धीरे कुछ लोग इस टर्म से परिचित भी हो गए है। पर ज्यादातर लोग अब भी इसे जानने की, समझने की कोशिश कर रहे हैं। तो आज हम इस पोस्ट में इसी के बारे कुछ जानकारी दे रहे है।
क्रिप्टोकरेंसी क्या है ?|Cryptocurrency :-
-क्रिप्टो शब्द का अर्थ है छुपा हुआ, सिक्रेट, राज। और इसी शब्द से बना है क्रिप्टोकरेंसी।
-क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है। जो की ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसे हम छू नही सकते, हाथ में पकड़ नही सकते। जैसे की हम रुपए पैसों को छू सकते है हाथ में पकड़ सकते है। लेकिन डिजिटल करेंसी को नहीं छू सकते है। क्योंकि यह एक तरह के डिजिटल कोड होते है जो कुछ स्पेशल कंप्यूटर्स पर बहुत ही जटिल तरीके से तैयार किए जाते है। जिसे डिकोड कर पाना लगभग नामुमकिन है।
अतः हम यह कह सकते है की क्रिप्टोकरेंसी एक तरह के कंप्यूटर प्रोग्राम से जो कोड, एल्गोरिथम बनते है। उन्हे कहते है। लेकिन इसकी वैल्यू होती है। इसे खरीदा, बेचा जा सकता है।
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Bitcoin |
- यह एक अनरेगुलेटेड शेयर मार्केट की तरह है। क्योंकि इसके ऊपर कोई अथॉरिटी नियंत्रण करने के लिए नही है। यह किसी भी केंद्रीय बैंक या किसी देश की सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता है। या आसान भाषा में कहे तो इसके प्रति किसी की कोई जवाबदेही नही होती है। यह डिसेंट्रलाइज्ड है। यह कंप्यूटर पर ही जनरेट होती है और कंप्यूटर पर ही नेटवर्क के थ्रू दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक पहुंच जाती है। जैसे इंटरनेट से आज हर कोई कही से भी जुड़ सकता है ठीक वैसे ही।
- इसीलिए इसमें बहुत ज्यादा रिस्क भी है। क्योंकि इसके दाम खरीदारों के हिसाब से अचानक से बहुत अधिक बढ़ जाते है तो वही अचानक से बहुत नीचे भी गिर जाते हैं।
- आज मार्केट में कई तरह की क्रिप्टोकरेंसी मौजूद है। जैसे -
- बिटकॉइन
- लाइटकॉइन
- पोलकाडॉट
- इथीरियम
- चेनलिंक
-ये सभी क्रिप्टोकरेंसी है जिनमे से बिटकॉइन इस वक्त की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी के रूप में सामने आ रही है। इसकी कीमत भी सबसे ज्यादा है।
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Cryptocurrency |
बिटकॉइन क्या है| Bitcoin kya hai :-
-बिटकॉइन एक तरह कि क्रिप्टोकरेंसी ही है। अर्थात यह एक डिजिटल करेंसी या आभासी मुद्रा है। जो की ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी पर काम करती है।
-बिटकॉइन को 2008 में सातोशी नाकामोतो (यह एक व्यक्ति है या समूह है, इसकी जानकारी नहीं है) ने बनाया था। और 2009 में इसे ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में लॉन्च किया गया था। उन्हे इसका फाउंडर माना जाता है।
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Bitcoin |
-बिटकॉइन की सबसे छोटी यूनिट को सातोशी कहा जाता है। जैसे एक रुपए में 100पैसे होते है ठीक वैसे ही 1 बिटकॉइन में 10 करोड़़ सातोशी होते है। इसलिए बिटकॉइन खरीदते समय जरूरी नहीं है की पूरा एक बिटकॉइन खरीदा जाए। इसकी छोटी यूनिट भी खरीद सकते है।
-बिटकॉइन की ओर लोगों का रुझान इसलिए भी ज्यादा हो रहा है क्योंकि इसके किसी भी तरह के लेनदेन में किसी बैंक, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या किसी अन्य चैनल या माध्यम की आवश्यकता नहीं पड़ती है। क्योंकि इसका ट्रांसेक्शन सीधे peer to peer Network अर्थात लोग एक दूसरे से सीधे लेन देन कर सकते है। इसे ऐसे समझे की यदि एक व्यक्ति (A) है वो दूसरे व्यक्ति (B) को एक बिटकॉइन बेचता है तो वो सीधे A के वॉलेट से B के वॉलेट में ट्रांसफर हो जायेगा, इसके लिए किसी बैंक या थर्ड पार्टी की आवश्यकता नहीं पड़ेगी है।
बिटकॉइन वॉलेट क्या है:-
बिटकॉइन क्योंकि एक डिजिटल करेंसी है इसलिए इसको सिर्फ electronically स्टोर किया जा सकता है इसके लिए एक वॉलेट की जरूरत होती है जिसे हम bitcoin wallet कहते है। बिटकॉइन वॉलेट कई तरह के होते है जैसे - ऑनलाइन क्लाउड वॉलेट, mobile wallet, web based wallet etc.
इनमें से किसी एक वॉलेट का प्रयोग कर उसमे account क्रियेट करते है। और हमे एड्रेस के रूप में एक unique ID प्रदान की जाती है। इन वॉलेट में क्रिप्टोकरेंसी को स्टोर कर सुरक्षित रखा जा सकता है।
बिटकॉइन माइनर क्या है:-
बिटकॉइन ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसलिए जब भी किसी प्रकार का transaction या लेनदेन होता है तो वो सारे प्राइवेट कंप्यूटर का नेटवर्क जो इस काम में लगे हैं वो सभी काम करना शुरू कर देते है। कुछ मेथेमेटिकली इक्वेशन या क्रिप्टोग्राफिक puzzles होते है उन्हे सॉल्व करने में लग जाते जब तक की ट्रांसेक्शन कंपलीट नही हो जाता है। उसके बाद other नोड पर इसका वेरिफिकेशन होता है और फिर इस ब्लॉक को प्रोसेस कमप्लिट होने के बाद दूसरे ब्लॉक से जोड़ दिया जाता है। इस तरह ये ब्लॉक चेन बढ़ती जाती है। जो लोग ये काम करते है उन्हे माइनर कहते है। उन्हे इस काम के बदले में कुछ रिवार्ड मिलता है।
इस तरह जो भी transaction होते है उनका रिकार्ड एक पब्लिक Ledger में दर्ज हो जाता है। ये ब्लॉक होते है। क्योंकि यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इसलिए सभी ब्लॉक एक दूसरे से जुड़े रहते है। और यह रिकार्ड एक कंप्यूटर पर नही बल्कि सभी कंप्यूटर पर इनक्रिप्टेड फार्म में स्टोर हो जाते है।
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Block chain |
क्रिप्टोकरेंसी को कैसे खरीदा बेचा जाता है:-
क्रिप्टोकरेंसी को खरीदने और बेचने के लिए कई क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफार्म है क्रिप्टोकरेंसी के फायदे जैसे :- Wazirx, CoinDCX GO, Zebpay, Coinswitch Kuber. जिनके जरिए इन क्रिप्टोकरेंसी जैसे बिटकॉइन को खरीदा और बेचा जा सकता है।
क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान:-
- किसी भी प्रकार का केंद्रीय नियंत्रण न होने से इनका उपयोग गैर कानूनी कार्यों में भी किया जा सकता है।
क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स से सरकार को होंगे कई फायदे, जानिए CBDT के चेयरमैन ने कही ये बात
क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने के बाद साफ हो गया है कि, क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से क्रिप्टोकरेंसी के फायदे जुड़े कानून भी जल्द ही तैयार किए जा सकते है। ऐसे में जिन लोगों के पास बड़ी संख्यार में क्रिप्टोकरेंसी थी उन्हें अब इसके बैन नहीं होने से राहत मिलेगी।
क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में ऐलान कर दिया कि, क्रिप्टो करेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स देना होगा। वहीं जानकारों का कहना है कि, देश में अभी तक 2 लाख से ज्यादा लोगों ने क्रिप्टो करेंसी में निवेश किया हुआ है। लेकिन अभी तक इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा मौजूद नहीं है। ऐसे में सरकार के पास क्रिप्टो करेंसी में किए गए कुल निवेश की भी सटीक जानकारी नहीं है। इसीलिए सरकार ने आम बजट में क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स लगाने का निर्णय किया है।
क्रिप्टोकरेंसी के बिजनेस में आएगी पारदर्शिता – अभी तक उम्मीद की जा रही थी सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगा सकती है। लेकिन एक बड़े वर्ग को उम्मीद थी कि, सरकार इससे जुड़े नियम और कानून लागू कर सकती है। लेकिन क्रिप्टोकरेंसी से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगाने के बाद साफ हो गया है कि, क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग से जुड़े कानून भी जल्द ही तैयार किए जा सकते है। ऐसे में जिन लोगों के पास बड़ी संख्यार में क्रिप्टोकरेंसी थी उन्हें अब इसके बैन नहीं होने से राहत मिलेगी।
केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के चेयरमैन ने कही ये बात – केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) चेयरमैन जे बी महापात्र ने कहा है कि बजट में क्रिप्टो करेंसी या ऑनलाइन डिजिटल संपत्तियों को कर के दायरे में लाने की घोषणा आयकर विभाग के लिये देश में इस मुद्रा के कारोबार की ‘गहराई’ का पता लगाने, निवेशकों तथा उनके निवेश की प्रकृति को जानने में मददगार होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस कदम का मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टो करेंसी में लेनदेन वैध हो जाएगा। महापात्र ने कहा कि कर अधिकारियों के लिये इस क्षेत्र में प्रवेश का यह सही समय है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर सरकार विभिन्न पक्षों के साथ विचार-विमर्श कर रही है और उससे निकलने वाले निष्कर्ष के आधार पर राष्ट्रीय नीति और नियमन तैयार किये जाएंगे।
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Ravindra Jadeja: पति के मुकाबले चुटकी भर है रिवाबा जडेजा की संपत्ति, लग्जरी गाड़ियों से आलीशान बंगलों तक के मालिक हैं रविंद्र जडेजा
वित्त मंत्री ने 2022-23 के बजट में क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्तियों पर कराधान को स्पष्ट किया। उन्होंने ऐसी संपत्तियों में लेन-देन पर होने वाली आय को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का प्रस्ताव किया। साथ ही एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस (स्रोत पर कर कटौती) लगाने का भी प्रस्ताव किया। महापात्र ने कहा, ‘‘विभाग किसी भी लेनदेन की वैधता पर निर्णय नहीं लेता है। आयकर विभाग और आयकर अधिनियम केवल यह देखता है कि आपने जो लेन-देन किये हैं, क्या उससे आय सृजित हुई है या नहीं। हम इसके लिये नहीं हैं कि आय वैध है या नहीं, बल्कि हमारा काम आय पर कर लगाने का है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘यही कारण है कि मैं कहूंगा कि नये कानून के तहत क्रिप्टोकरेंसी पर कर लगाना कोई इसे वैध नहीं बनाता…।’’ महापात्र ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी में कारोबार या डिजिटल संपत्तियों में कारोबार केवल इसलिए वैध नहीं हो जाता कि आपने उस पर कर दिया है।
सीबीडीटी प्रमुख ने कहा, ‘‘क्रिप्टोकरेंसी के लिये राष्ट्रीय स्तर पर नीति निर्माण का काम जारी है। आयकर विभाग इस क्षेत्र में ऐसे समय प्रवेश कर रहा है जब नीति पर काम जारी है। अत: मैं कहूंगा कि विभाग के लिये इस बाजार में प्रवेश का सही समय है।’’ महापात्र ने कहा कि जब कोई इकाई डिजिटल व्यापार पर किसी लाभ या अधिशेष की घोषणा करती है, तो उन्हें यह भी बताना होता है कि उनके पास निवेश के लिए पैसा कहां से आया है और यदि निवेश उचित और न्यायोचित है, तो अधिशेष पर कर लगाया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘कराधान व्यवस्था से हमें यह जानने में भी मदद मिलेगी कि क्या निवेश गलत तरीके से किया गया है या अवैध है। अगर वह बेहिसाब आय डाल रहा है या यह किसी और की ‘बेनामी’ संपत्ति है, तो उसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।’’ महापात्र ने कहा कि इसीलिए हम न केवल अधिशेष को देख रहे हैं बल्कि हम संबंधित इकाई द्वारा किये जा रहे निवेश की प्रकृति को भी देख रहे हैं।
ऑनलाइन डिजिटल मुद्रा भुगतान पर देना होगा TDS – बजट में एक साल में 10,000 रुपये से अधिक ऑनलाइन डिजिटल मुद्रा भुगतान पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव है। साथ ही इस प्रकार की संपत्ति उपहार देने पर भी काराधान का प्रस्ताव किया गया है। टीडीएस के लिये सीमा निर्धारित व्यक्तियों के लिये 50,000 रुपये सालाना होगी। इसमें व्यक्ति/हिंदू अविभाजित परिवार शामिल हैं। उन्हें आयकर कानून के तहत अपने खातों का ऑडिट कराने की जरूरत होगी। साथ ही इसमें किसी प्रकार के व्यय या भत्ते को लेकर कटौती का कोई प्रावधान नहीं है। देश में क्रिप्टो अर्थव्यवस्था के मौजूदा अनुमान के बारे में पूछे जाने पर सीबीडीटी प्रमुख ने कहा कि वह सही आंकड़ों के अभाव में कोई अनुमान देने की स्थिति में नहीं हैं।
सुरक्षा की जरूरत: क्रिप्टो से फायदा कमा सकते हैं, लेकिन पासवर्ड भूले तो सारा निवेश जीरो हो सकता है
यदि आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, तो यकीन मानिए इसका कुछ न कुछ असर आपके इन्वेस्टमेंट प्लानिंग पर पड़ना तय है। हलके फुल्के अंदाज में भी क्रिप्टो में लगाया गया यह पैसा रातों-रात आपके कुल निवेश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा तक बन सकता है। पर याद रखें कि जिंदगी एक बार ही मिलती है और एक दिन मरना जरूर है। इसलिए इस दुनिया से कूच करने से पहले अपने क्रिप्टो के इन्वेस्टमेंट के लिए एक योजना अवश्य बनाएं।
पारंपरिक खाते की तरह नहीं होते हैं क्रिप्टो के अकाउंट
क्रिप्टो के अकाउंट पारंपरिक निवेश खातों की तरह नहीं होते हैं। वे सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं। आप आमतौर पर इसमें किसी को लाभार्थी (beneficiary) नॉमिनेट नहीं कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप अपने क्रिप्टो को अपने घर पर किसी डिवाइस पर स्टोर करते हैं और आपके दोस्त इसका पासवर्ड जानते हैं तो वे आसानी से आपकी क्रिप्टो करेंसी चोरी कर सकते हैं। ठीक वैसे ही जितनी आसानी से वे आपकी दादी के सोने या हीरे के झुमके चोरी कर सकते हैं। अगर आपने किसी के साथ पासवर्ड साझा नहीं किया है, तो आपकी क्रिप्टो करेंसी हमेशा के लिए खो सकती है।
सुरक्षित रूप से स्टोर करने की जरूरत
यहाँ यह समझना ज्यादा महत्वपूर्ण है कि अपनी क्रिप्टो करेंसी को सुरक्षित रूप से कैसे स्टोर किया जाए और अपने प्रियजनों के साथ अपनी इच्छाओं को कैसे बताया जाए। ठीक उसी तरह जैसे आप किसी अन्य मूल्यवान संपत्ति के साथ करते हैं। आप क्रिप्टो का व्यापार और स्टोरेज वॉलेट में करते हैं, लेकिन ये वॉलेट चमड़े का नहीं होता है। क्रिप्टो वॉलेट या तो डिजिटल हो सकते हैं या किसी ऐप या वेबसाइट पर मैनेज किए जा सकते हैं, या थंब ड्राइव की तरह फिजिकल हो सकते हैं। आप जैसा चुनते हैं, वह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपने क्रिप्टो के साथ क्या करना चाहते हैं।
जितना नुकसान सह सकते हैं उतना ही क्रिप्टो करेंसी रखिए
वर्जीनिया के रिचमंड में जेम्स रिवर लॉ के संस्थापक और मैनेजिंग अटॉर्नी एलेक्स मेजियस कहते हैं कि लंबे समय के रूप में आप थर्ड पार्टी के एक्सचेंज पर आपकी जितनी खोने की ताकत है, उतना ही क्रिप्टो करेंसी वहां पर रखिए। आप पासवर्ड को नियंत्रित नहीं करते हैं। वे आपकी करेंसी को फ्रीज कर सकते हैं या उस पर हमला कर सकते हैं। एक कोल्ड वॉलेट एक छोटा फिजिकल स्टोरेज वाला कोई डिवाइस हो सकता है जिसे आसानी से गलत जगह पर रखा जा सकता है। आपके कोल्ड वॉलेट को एक्सेस के लिए एक पिन कोड की आवश्यकता होती है। साथ ही यदि आप पासवर्ड भूल जाते हैं तो आप बैकअप के रूप में एक रिकवरी पेज सेट करते हैं।
समझने वाले स्टोरेज को डिजाइन करें
मेजियस कहते हैं कि सबसे बड़ी बात एक स्टोरेज को डिज़ाइन करें जो समझ में आता है। यह इतना भी जटिल न बन जाये जिसे आप याद ही नहीं रख सकें। कई बार लोग अपना पासवर्ड कहीं लिख लेते हैं या कागज के टुकड़े पर लिख कर छुपा लेते हैं। यह एक अच्छे विचार की तरह लगता है, लेकिन वास्तव में यह एक बहुत बुरा आइडिया है। यदि आप उन तीनों में से किसी एक को भी खो देते हैं, तो यह हमेशा के लिए चला जाता है और इस तरह से आपने अपने जोखिम को तीन गुना कर लेते हैं ।
वसीयत में नॉमिनी का नाम दें
अपनी वसीयत में एक नॉमिनी का नाम दें और अपनी प्रॉपर्टी के प्लान में एक दस्तावेज़ जोड़ें। इसमें आपकी क्रिप्टो असेट और आपके कोल्ड वॉलेट को खोजने के लिए कोई भी पासवर्ड लिखें हों। यदि आपका क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज में अकाउंट है, तो आपका लाभार्थी आपकी मृत्यु के बारे में पता चलने के बाद कस्टमर केयर से संपर्क कर सकता है।
जानकारी को अपडेट रखें
यह सुनिश्चित करें कि संपत्ति की जानकारी अपडेट रखें। इससे यह सही लोगों के पास जाएगी, खासकर शादी या तलाक जैसे जीवन के बड़े फैसलों के बाद। इसलिए प्लान और वॉलेट को हमेशा अप-टू-डेट रखें ताकि लाभार्थी तक आपकी संपत्ति ट्रांसफर हो सके। यह आपके प्रियजनों पर बोझ को कम करने में मदद तो करता ही है साथ ही आपसी झगड़े या मनमुटाव को भी रोकता है।
याद रखें कि किसी की मृत्यु के बाद उंसके वारिसों के बीच होने वाले झगड़े अक्सर जटिलता उतपन्न करते हैं। मेजियस कहते हैं कि क्रिप्टो के अंदर अपनी कीमत को अचानक बढ़ा लेने की अद्भुत क्षमता है। इसलिए यह एक बहुत ही विस्फोटक चीज है।
सेटलमेंट गाइड : जानिए, क्रिप्टोकरेंसी क्या है और क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए
क्रिप्टोकरेंसी का नाम अपने ज़रूर सुना होगा लेकिन हो सकता है इसके बारे में आपको ज़्यादा जानकारी न हो। आज सेटलमेंट गाइड के इस अंश में हम समझेंगे कि आखिर क्रिप्टोकरेंसी है क्या और क्या आपको इसमें निवेश करना चाहिए।
मुख्य बातें :
- क्रिप्टोकरेंसी बाइनरी कोड से बने डिजिटल टोकन का एक रूप है।
- क्रिप्टोकरेंसी अनियमित हैं जिसका अर्थ है कि वह किसी भी प्राधिकरण, बैंक या वित्तीय संस्थान द्वारा नियंत्रित नहीं की जाती।
- कुछ क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिए आप न्यूनतम से शून्य लेनदेन शुल्क के साथ एटीएम से पैसे भी निकाल सकते हैं।
- क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने के लिए स्कैमर्स लोगों को बरगला सकते हैं।
क्रिप्टोकरेंसी की 2000 के दशक में शुरुआत हुई और साइबर स्पेस में अपनी पहचान बनाने वाला पहला सिक्का था क्रिप्टोकरेंसी के फायदे बिटकॉइन। कथित तौर पर, इसे सतोशी नाकामोतो ने बनाया था, जो एक व्यक्ति या कोई समूह हो सकता है लेकिन आज तक उसकी पहचान कभी सामने नहीं आई है।
डिजिटल मुद्रा क्रिप्टोग्राफी के सिद्धांत पर काम करती है, जहां डेटा की मदद क्रिप्टोकरेंसी के फायदे से कोड द्वारा एक टोकन बनाया जाता है जो एक दूसरे से जुड़े ब्लॉकों में संग्रहीत होता है। इस प्रणाली को ब्लॉकचेन तकनीक के रूप में जाना जाता है।
ब्लॉकचेन तकनीक का आविष्कार 1980 के दशक में हुआ था। यह तकनीक पैसे को ट्रैक करने में कुशल साबित हुई है और इसने क्रिप्टोकरेंसी बाज़ार में काम कर रहे लोगों के बीच विश्वास हासिल कर लिया।
आपको बता दें कि एक क्रिप्टोकरेंसी कोई भी बना सकता है और इस प्रकार की करेंसी हजारों की तादाद में साइबर स्पेस में पाई जा सकती हैं। लेकिन इसमें कुछ सबसे लोकप्रिय हैं जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और लिटकोइन।
As an employee in a business you shouldn't be using company computing time to earn cryptocurrency and that may lead to dismissal. Source: Getty Images
इन सिक्कों का उपयोग व्यापार, खरीद, भुगतान प्रणाली और निवेश के लिए किया जाता है।
बिटकॉइन जैसी कुछ क्रिप्टोकरेंसी के ज़रिए आप बहुत कम लेनदेन शुल्क के साथ एटीएम से पैसे भी निकाल सकते हैं
क्रिप्टोकरेंसी के साथ लाभ कमाने की बात आती है तो संभावनाएं अनंत होती हैं।
किसी ऐसे व्यक्ति के लिए जो निवेश में नया है और लाभ कमाने का एक आसान तरीका ढूंढ रहा है, उसे क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करना आसान लग सकता है लेकिन बड़े फायदे जोखिम के साथ क्रिप्टोकरेंसी के फायदे आते हैं। क्रिप्टोकरेंसी दुनिया भर में अनियंत्रित हैं, जिसका अर्थ है कि
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ब्लॉकचेन तकनीक इस तरह से बनाई गई है कि निवेशक सिक्कों के लेनदेन को विनियमित करने और बदलाव करने के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार हैं और यही क्रिप्टोकरेंसी को अविश्वसनीय बना सकता है। अब क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी का कोई नियामक निकाय नहीं है, इसलिए कई निवेशकों ने इसमें घोटालों के कारण बड़ी रकम भी खोई है।
घोटालों और फ़िशिंग घोटालों से धोखा देना आसान है और ऑस्ट्रेलिया की सबसे बड़ी कंपनियों को भी वैध दिखने वाले स्कैमर ने भारी नुक्सान पहुंचाया है। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले सावधान रहे और अधिक जानकारी के लिए www.
The blockchain technology was invented in the 1980s and has been proven to be a very reliable method of maintaining data. Source: Getty Images
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Cryptocurrency क्या है, क्रिप्टोकरेंसी खरीदने के क्या फायदे हैं?
दुनिया में कहीं भी कुछ भी खरीदने के लिए आपको Currency की जरूरत पड़ती है जिसे हम मुद्रा या पैसा कहते हैं. ये हर देश के अलग-अलग होते हैं जैसे भारत की करेंसी ‘रुपया’ है, अमेरिका की ‘डॉलर’ है. लेकिन ये सब अलग-अलग देशों में चलने वाली मुद्रा है. इन दिनों एक अलग नाम क्रिप्टोकरेंसी हम सभी को सुनने मिलता है. ये किसी देश की मुद्रा नहीं है फिर भी ये दुनियाभर में काफी ज्यादा प्रचलित हो रही है और लोग इसमें तेजी से investment कर रहे हैं. अगर आप Cryptocurrency के बारे में नहीं जानते हैं तो इस लेख में आप क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कई सवालों के जवाब जान पाएंगे.
Crypto Currency क्या है?
What is Crypto currency इस बात को जानने से पहले हमें ये जानना चाहिए कि Currency क्या होती है? सीधे शब्दों में यदि करेंसी को परिभाषित करें तो इसका Crypto currency meaning होता है की जिस चीज के जरिये आप किसी चीज को खरीद सकते हैं और जिसके दाम पर आप उसे बेच सकते हैं वो करेंसी होती है. ये हर देश की अलग-अलग होती है और इसका मूल्य भी अलग-अलग होता है. करेंसी जो होती है उसे उस देश की सरकार का समर्थन प्राप्त होता है तथा वो करेंसी पूरी तरह सरकार के नियंत्रण में होती है.
अब बात करते हैं क्रिप्टोकरेंसी की. क्रिप्टोकरेंसी एक Digital Currency है जिसे हम आभासी मुद्रा भी कह सकते हैं. इसे न हम देख सकते हैं न महसूस कर सकते हैं. बस ये एक नंबर के रूप में हमारे Digital Account में होती है. क्रिप्टोकरेंसी को किसी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है और न ही ये किसी सरकार के द्वारा नियंत्रित होती है. इसलिए इसमें निवेश करना थोड़ा रिस्की हो सकता है. क्रिप्टोकरेंसी को ब्लॉकचेन के जरिये ऑपरेट किया जाता है. जिसके जरिये इसके सभी रिकॉर्ड अच्छी तरह रखे जाते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी का इतिहास
Crypto Currency history की बात करें तो इसकी शुरुवात काफी धीरे-धीरे हुई है. साल 1983 में अमेरिकन क्रिप्टोग्राफर David Chaum ने इलेक्ट्रोनिक मनी के बारे में बताया जिसे eCash कहा गया. साल 1995 David Chaum ने इस पर अपनी कंपनी DigiCash के जरिये काम किया. इसके बाद कुछ रिसर्च पेपर जारी हुए और कुछ खबरों में आने के बाद लोग क्रिप्टोकरेंसी के बारे में थोड़ा-बहुत जानने लगे. इसके बाद साल 2009 में सही रूप में क्रिप्टोकरेंसी को Satoshi Nakamoto ने लांच किया. उनके द्वारा जो क्रिप्टोकरेंसी लांच की गई थी वो Bit Coin थी.
क्या क्रिप्टोकरेंसी लीगल है?
क्रिप्टोकरेंसी को किसी देश की मान्यता नहीं है. मतलब इस पर किसी देश का नियंत्रण नहीं है. अतः सवाल ये उठता है की क्या Crypto Currency legal है? क्या आपको क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने पर किसी तरह की कोई सजा तो नहीं होगी. दरअसल क्रिप्टोकरेंसी के फायदे क्रिप्टोकरेंसी का Legal होना इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस देश में रह रहे हैं. दुनिया में कई देश हैं जो क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं देते हैं और भारत उन्हीं में से एक है. भारत समेत कई देश अब इसे लीगल करने की ओर ध्यान दे रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि आप इसमें निवेश नहीं कर सकते. यदि आप निवेश करना चाहते हैं तो कर सकते हैं. बस होगा ये कि आप इसका उपयोग भारत में नहीं कर पाएंगे.
क्रिप्टोकरेंसी कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी अलग-अलग कंपनियों द्वारा चलाई जा रही मुद्रा है (how operate crypto currency) जिसे सरकार ने मान्यता नहीं दी है. जैसे आपने Bitcoin का नाम सुना होगा. ऐसे ही 1000 से क्रिप्टोकरेंसी के फायदे भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में उपलब्ध हैं. इनके अलग-अलग रेट हैं जैसे Share Market में हर कंपनी के शेयर का अलग-अलग रेट होता है ठीक उसी तरह. आपको इन्हें ऑनलाइन खरीदना होता है यानी अपना पैसा इनमें निवेश करना होता है. इसके बाद यदि इनका रेट बढ़ता है तो आपको फायदा होता है और यदि इनका रेट घटता है तो आपको नुकसान होता है. ये कुछ-कुछ शेयर मार्केट की तरह ही होता है. लेकिन शेयर मार्केट में शेयर बेचने से आपको पैसे मिल जाते हैं पर इससे पैसे बेचने पर आपको पैसे नहीं मिलते हैं. इसका पूरा सिस्टम ब्लॉकचेन तकनीक के जरिये चलता है.
ब्लॉकचेन तकनीक क्या होती है?
Blockchain Meaning होता है डाटा ब्लॉक की एक लंबी श्रंखला. ये एक डिजिटल बहीखाता (Digital क्रिप्टोकरेंसी के फायदे Ledger) होता है जिसमें क्रिप्टोकरेंसी में होने वाले लेन-देन को रिकॉर्ड किया जाता है. इसमें अलग-अलग तकनीक का इस्तेमाल होता है. जिसमें आपके अकाउंट को सिक्योर रखने के लिए आपकी ‘पर्सनल की’ का इस्तेमाल होता है. इसमें लेन-देन प्रक्रिया सीधी और सरल होती है. इसमें छेड़छाड़ असंभव है. इसकी मदद से सही तरीके से क्रिप्टोकरेंसी को ट्रैक किया जा सकता है और इसमें निवेश करने वाले निवेशकों को सुरक्षा दी जा सकती है.
Popular Crypto Currency कौन सी है?
Types of Cryptocurrency दुनियाभर में 1000 से भी ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी आ चुकी है लेकिन इनमें से फेमस ज्यादा नहीं हो पाई हैं. अधिकतर लोग तो सिर्फ अभी तक Bitcoin को ही Crypto Currency मानते हैं लेकिन ऐसा नहीं है.
– दुनिया की सबसे फेमस क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin है. इसकी कीमत 54,285 अमेरिकन डॉलर है.
– Ethereume भी काफी फेमस क्रिप्टोकरेंसी है जिसकी कीमत 2622 अमेरिकन डॉलर है.
– इसके अलावा Binance Coine, Ripple, Tether, Dogcoine, Cardano, Poladot, Uniswap, LiteCoine अन्य क्रिप्टोकरेंसी है.
क्रिप्टोकरेंसी के फायदे Benefits of Crypto Currency
क्रिप्टोकरेंसी के कई फायदे हैं. जैसे
– क्रिप्टोकरेंसी एक डिजिटल करेंसी है तो इसमें धोखाधड़ी की उम्मीद कम है. इसकी कोई नकली करेंसी नहीं बना सकता.
– क्रिप्टोकरेंसी को कोई सरकारी अथॉरिटी कंट्रोल नहीं करती जिसकी वजह से इसके बंद होने या नोटबंदी जैसी समस्या आपको नहीं होगी.
– जो लोग अपना धन छुपाकर रखना चाहते हैं वो क्रिप्टोकरेंसी में अपना Money investment कर सकते हैं.
– क्रिप्टोकरेंसी में तेजी से उछाल दर्ज किया गया है जिसके चलते क्रिप्टोकरेंसी के फायदे आप इसमें निवेश करके काफी अच्छे रिटर्न कमा सकते है. हालांकि कई बार इसमें गिरावट भी देखी गई है. इसलिए इसमें निवेश अपने रिस्क पर ही करें.
क्रिप्टोकरेंसी आपके लिए फायदे का सौदा भी हो सकता है और घाटे का सौदा भी हो सकता है. कई लोगों ने इसमें निवेश किया है और अच्छे रिटर्न कमाए हैं. लेकिन इसमें घाटा भी हो सकता है. इसे कोई सरकार कंट्रोल नहीं करती इसलिए इसमें घाटा हो या फायदा इसकी पूरी ज़िम्मेदारी आप पर ही होगी.