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ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया

ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया
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What is Demat Account in Hindi – डीमैट अकाउंट क्या है और इसे कैसे ओपन कराए?

What is Demat Account in Hindi -डीमैट अकाउंट क्या है और इसे कैसे ओपन कराए : दोस्तों आप सभी ने डिमैट अकाउंट (Demat Account) का नाम तो सुना ही होगा और इससे रिलेटेड आपने सोशल मीडिया, फेसबुक, व्हाट्सएप, एवं यूट्यूब चैनल पर वीडियो भी देखा होगा। तो चलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानते हैं कि डिमैट अकाउंट क्या है (What is Demat Account in Hindi) डिमैट अकाउंट कैसे ओपन कराया जाता है और डिमैट अकाउंट ओपन करने के लिए क्या-क्या डॉक्यूमेंट लगते हैं जानते हैं इसके बारे में सब कुछ हमारे आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

डिमैट अकाउंट क्या है (What is Demat Account in Hindi)

लोग शेयर बाजार में डिमैट अकाउंट (Demat Account) के माध्यम से शेयर को खरीदने और बेचने का काम करते हैं। यदि इसे हम आसान शब्दों में समझे तो जिस प्रकार से आप अपने सेविंग अकाउंट (Saving Account) में अपना पैसा रखते हैं। ठीक उसी तरह लोग डिमैट अकाउंट (Demat Account) में अपने खरीदे हुए शेयर को रखते हैं। यानी कि शेयर को इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखने की प्रक्रिया को ही डिमैट अकाउंट कहा जाता है।

डीमैट अकाउंट कैसे ओपन करें – (How to Open Demat Account in Hindi)

How to Open Demat Account in Hindi

डिमैट अकाउंट ओपन कराने के लगने वाले जरूरी दस्तावेज निम्नलिखित इस ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया प्रकार है-

  • पैन कार्ड (PAN Card)
  • आधार कार्ड ( Aadhaar card)
  • पासपोर्ट साइज 2 फोटो ( Passport Size two photos)
  • कैंसिल चेक बुक ( Cancelled Cheque Book)
  • बचत खाता पासबुक ( Savings Account Passbook)
  • एड्रेस प्रूफ के ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया लिए मतदाता पहचान पत्र (Voter ID Card)
  • ड्राइविंग लाइसेंस (driving license)
  • बैंक स्टेटमेंट (Bank statement)

डिमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया – (Demat Account Opening Process in Hindi)

डीमैट अकाउंट (Demat Account) हम आसानी से घर बैठे ऑनलाइन खोल सकते हैं। इसके लिए हमें कहीं जाने के लिए आवश्यकता नहीं है।

Demat Account Opening Process in Hindi

  • डिमैट अकाउंट ऑनलाइन ओपनिंग के लिए सबसे पहले अपने पसंदीदा ब्रोकिंग वेबसाइट पर जाकर Open Account के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
  • उसके बाद वहां पूछे गए डिटेल्स जैसे- नाम, पूरा पता, फोन नंबर इत्यादि भर दे। इसके बाद आपके मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा।
  • फिर अगले प्रोसेस में जाने के लिए उस ओटीपी को दर्ज करें। इसके बाद अपना केवाईसी विवरण जैसे पैन कार्ड, डेट ऑफ बर्थ, सेविंग अकाउंट डिटेल्स, संपर्क नंबर इत्यादि भर दे।
  • लीजिए अब आपका डिमैट अकाउंट तैयार है। डीमैट खाता संख्या आपके ईमेल या मोबाइल नंबर पर S.M.S. के माध्यम से मिल जाएंगा।
  • डिमैट अकाउंट ओपनिंग के लिए स्टॉक ब्रोकर 600 रुपए से लेकर 900 रुपए तक शुल्क लेते हैं।

डीमेट अकाउंट ओपन कराने के फायदे – (Benefits of opening a Demat Account in Hindi)

  • डिमैट अकाउंट (Demat Account) वर्तमान समय में निवेशकों को घर बैठे शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करता है। इन सभी के अलावा शेयर के डॉक्यूमेंट डिमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रहते हैं। जिसके कारण इन्हें खोने एवं चोरी होने का डर नहीं रहता हे।
  • यदि आप अपने शेयर को दूसरे डिमैट अकाउंट (Demat Account) में ट्रांसफर करना चाहते हैं,तो इस पर किसी भी प्रकार के स्टॉप ड्यूटी की आवश्यकता नहीं होती है। इससे पहले शेयर ट्रांसफर की प्रक्रिया में काफी सारे कागजी कार्रवाई को पूरा करना पड़ता था।

भारत के 5 बेस्ट डिमैट अकाउंट – (Top 5 Demat Accounts in India in Hindi)

  • 5paisa डीमैट ट्रेडिंग अकाउंट (5paisa Demat Trading Account)
  • अपस्टॉक्स डिमैट अकाउंट (Upstox demat account)
  • कोटक सिक्योरिटीज डीमेट ट्रेडिंग अकाउंट ( Kotak Securities Demat Trading Account)
  • ज़ीरोधा (Zerodha Demat Account)
  • एंजल ब्रोकिंग डिमैट अकाउंट (Angel Broking Demat Account)

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अंतिम शब्द

तो दोस्तों हमने इस आर्टिकल के माध्यम से बताया कि डिमैट अकाउंट क्या होता है (What is Demat Account in Hindi) और इसे कैसे ओपन कराया जाता है। डिमैट अकाउंट के फायदे क्या है। हम उम्मीद करते हैं कि आप ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया इसे समझ गए होंगे। यदि आप ऐसे ही शेयर मार्केट और बैंकिंग से जुड़े अन्य किसी दूसरे खबर के बारे में जानना चाहते हैं, तो हमारे वेबसाइट के साथ जुड़े रहे।

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Trading Account Kya hai? | ट्रेडिंग एकाउंट कैसे खोले? | Trading Account Kaise Khole?

Trading Account in Hindi: बहुत से लोग डीमैट एकाउंट और (Demat Account) और ट्रेडिंग एकाउंट (Trading Account) को एक ही समझते है। लेकिन दोनों में अंतर है। इस लेख में आप जनेंगे कि Trading Account Kya Hai? (What is Trading Account in Hindi) और Trading Account Kaise Khole? (How To Open a Trading Account in Hindi)

Trading Account in Hindi: अगर आप शेयर मार्केट से जुड़े हैं तो आपने ट्रेडिंग अकाउंट (Trading Account) के बारे में तो सुना ही होगा। अक्सर एक ट्रेडिंग एकाउंट डे ट्रेडर का मुख्य खाता होता है। Trading Account का उपयोग नियमित रूप से इक्विटी शेयर खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है। जैसे-जैसे इंटरनेट दुनिया के हर पहलू पर कब्जा कर रहा है, वैसे ही स्टॉक एक्सचेंज सिस्टम भी अब ऑनलाइन ट्रांजेक्शन में बदल गई है। तो स्टॉक का ऑर्डर देने के लिए, आप एक ट्रेडिंग खाता खोल सकते हैं, और एक रजिस्टर्ड स्टॉक मार्केट ब्रोकर की मदद से, आप आसानी से ट्रेडिंग कर सकते है।

अब बहुत से लोग डीमैट एकाउंट और (Demat Account) और ट्रेडिंग एकाउंट (Trading Account) को एक ही समझते है। लेकिन दोनों में अंतर है। इस लेख में हम यह समझेंगे कि दोनों के बीच क्या अंतर है। यह भी जनेंगे कि Trading Account Kya Hai? (What is Trading Account in Hindi) और Trading Account Kaise Khole? (How To Open a Trading Account in Hindi)

ट्रेडिंग अकाउंट क्या है? | Trading Account Kya Hai? | What is Trading Account in Hindi

Trading Account in Hindi: ट्रेडिंग एकाउंट अनिवार्य रूप से एक ऐसा खाता है जिसका उपयोग आप सिक्योरिटीज में ट्रांजेक्शन करते समय कर सकते हैं। अगर आपके पास ऐसे एसेट है जिसे आप बेचना या खरीदना चाहते हैं, तो आप एक Trading Account के साथ बहुत आसानी से ऐसा कर सकते हैं। यह प्रक्रिया न केवल सुविधाजनक है बल्कि सुरक्षित भी है और बिना किसी परेशानी के शेयर मार्केट में निवेश करने में मदद करती है।

डिजिटल युग आने से पहले निवेशकों सिस्टम के माध्यम से व्यापार किया करते ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया थे जहां वे वर्बल कम्युनिकेशन या हाथ के इशारों का उपयोग करते थे, लेकिन अब इंटरनेट के आ जाने से यह सुविधा बहुत ही आसान और सुलभ हो गई हैं।

डीमैट बनाम ट्रेडिंग अकाउंट | Demat vs trading Account

डीमैट एकाउंट (Demat Account) आपको अपने शेयर, बांड, ईटीएफ आदि को इलेक्ट्रॉनिक रूप से स्टोर करने की अनुमति देते हैं, जबकि एक ट्रेडिंग खाता आपको सिक्योरिटीज को खरीदने और बेचने के लिए इंटरफेस प्रदान करता है।

Demat आपको किसी भी पॉइंट पर आपके शेयरों और सिक्योरिटीज का पूरा अधिकार दिखाता है, जबकि Trading Account आपके कुल ट्रांजेक्शन को दर्शाता हैं।

निवेशकों के लिए एक Trading Account आपके Demat और बैंक खाते के बीच एक ब्रिज का काम करता है। अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं, तो आप अपने Trading Account के माध्यम से ऐसा कर सकते हैं। यह ट्रांजेक्शन स्टॉक एक्सचेंज में प्रोसेस्ड हो जाता है।

यह हो जाने के बाद, आपके डीमैट खाते में आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों की संख्या क्रेडिट हो जाएगी और आपके बैंक एकाउंट से राशि काट ली जाएगी। जब आप कुछ बेचना चाहते हैं, तो इस प्रक्रिया का उल्टा होता है। आप उन शेयरों की संख्या चुनते ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया हैं जिन्हें आप बेचना चाहते हैं और अपने ट्रेडिंग एकाउंट के माध्यम से बिक्री काआदेश पोस्ट करें। जब स्टॉक एक्सचेंज में लेन-देन पूरा हो जाएगा, तो आपके डीमैट एकाउंट से उतने ही शेयर काट लिए जाएंगे। फिर उन शेयरों के लिए आनुपातिक राशि आपके बैंक एकाउंट में जमा हो जाएगी।

ट्रेडिंग एकाउंट के प्रकार | Types of Trading Account in Hindi

मुख्य रूप से ट्रेडिंग एकाउंट दो प्रकार के होते हैं। आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार किसी एक को चुन सकते हैं -

2) मानक ट्रेडिंग खाता (Standard Trading Account)

इसे सिक्योरिटीज ट्रेडिंग अकाउंट के रूप में भी जाना जाता है। इसके माध्यम से आप इक्विटी, EFT, म्यूचुअल फंड, F&O, करेंसी फ्यूचर्स और इंट्राडे ट्रेडिंग प्लस डिलीवरी का व्यापार करने में सक्षम होंगे। अगर आप एक शार्ट टर्म इन्वेस्टर हैं तो आप इस Trading Account का उपयोग अपने फंड को अधिक बार निवेश करने के लिए कर सकते हैं।

2) कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट (Commodity Trading Account)

अगर आप कच्चे तेल, सोना, चांदी या तांबे जैसी वस्तुओं का व्यापार करने की योजना बनाते हैं, तो आपको एक कमोडिटी ट्रेडिंग एकाउंट (Commodity Trading Account) खोलना होगा। कमोडिटी ट्रेडिंग एकाउंट खोलने के लिए आपको कमोडिटी ब्रोकर की आवश्यकता होगी। ब्रोकर की मदद से आप कमोडिटी फ्यूचर्स में ट्रेड करने के लिए अपने कमोडिटी ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल कर पाएंगे। इस एकाउंट को डीमैट एकाउंट से जोड़ने की जरूरत नहीं है।

याद रखें कि एक इन्वेस्टर ब्रोकर के माध्यम से केवल एक ट्रेडिंग एकाउंट खोल सकता है। कई ट्रेडिंग एकाउंट खोलने के लिए आपको कई ब्रोकर्स की भी जरूरत होगी।

ट्रेडिंग एकाउंट के लाभ | Benefits of Trading Account in Hindi

ट्रेडिंग अकाउंट के कई फायदे हैं, जो नीचे बताएं गए है -

  • एक ट्रेडिंग एकाउंट आपके सभी इन्वेस्टमेंट को एक ही मंच पर लाएगा। आप इस एक एकाउंट के माध्यम से अपने सभी एक्सचेंजों तक पहुंच सकते हैं। प्रक्रिया तेज और टेंशन फ्री हो जाती है।
  • ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अपने ग्राहकों को महत्व देते हैं और इस प्रकार 24 घंटे सहायता प्रदान करते हैं। आप इन्क्वारी के लिए हमेशा उनकी टीम से संपर्क कर सकते है।
  • स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए आपको उपस्थित होने की आवश्यकता नहीं है। आप इसे अपने घर में आराम से कर सकते हैं।
  • एक ट्रेडिंग एकाउंट के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेडिंग आपके दरवाजे पर आती है। सभी ऐप-आधारित ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म यह सुनिश्चित करते हैं कि आप अपनी पसंद के किसी भी डिवाइस के माध्यम से अपने एकाउंट तक पहुंच सकते हैं।

ट्रेडिंग एकाउंट कैसे खोले? | Trading Account Kaise Khole?

How to Open Trading Account in Hindi: अगर आप नियमित रूप से सिक्योरिटीज में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको अपने डीमैट एकाउंट के साथ एक Trading Account की जरूरत होगी। भारत में आपको पहचान, पते और आय के प्रमाण की आवश्यकता होगी। उसके बाद, आपको अपनी निवेश आवश्यकताओं के अनुसार ब्रोकर ढूंढना होगा।

आपको एक स्मूथ और यूजर फ्रेंडली इंटरफेस वाला एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म खोजने की भी जरूरत होगी, ताकि आप इस प्रक्रिया में आसानी कर सकें। इसके बाद आपको डीमैट एकाउंट खोलने के लिए एक फॉर्म भरना होगा और एक KYC फॉर्म भी भरना होगा। आप अपनी सुविधा के अनुसार ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों काम कर सकते हैं।

डेटा वेरिफिकेशन हो जाने के बाद और सभी दस्तावेज़ीकरण प्रक्रियाएं पूरी हो जाने के बाद, आपको अपने ट्रेडिंग एकाउंट के बारे में सभी डिटेल प्राप्त होंगे। उसके समाप्त होने के साथ, आप शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने में सक्षम होंगे।

Demat Account: क्या है डीमैट अकाउंट, जानें खाता खोलने के लिए कौन से दस्तावेज हैं जरूरी

प्रियंका सिंह

Tips To Open Demat Account: अगर आप भी सीधे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं तो ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खोलने की जरूरत होगी। आइए जानते हैं डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन से दस्तावेज जरूरी हैं।

Demat Account

  • जानिए क्या है डीमैट अकाउंट।
  • यह ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य करते हैं।
  • जानें डीमैट अकाउंट खोलने के लिए कौन से दस्तावेज हैं जरूरी हैं।

शेयर बाजार में स्टॉक खरीदना और बेचना है तो उसके लिए डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है। डीमैट अकाउंट एक तरह से आपके बैंक अकाउंट की तरह होता है। अगर आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल रहे हैं तो आपको डीपी(ब्रोकर/बैंक) की वेबसाइट पर लॉगिन कर के अपना पैन कार्ड और एड्रेस प्रूफ अपलोड करना होगा। आवश्यक डॉक्यूमेंट बैंकों और अन्य वित्तीय संगठनों में आम हैं जो ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के रूप में कार्य ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया करते हैं। स्टॉक मार्केट के मामले में डीमैट अकाउंट का इस्तेमाल एक ऐसे अकाउंट और लॉकर के रूप में किया जाता है, जहां आप खरीदे गए शेयर्स को जमा कर सकें। डीमैट अकाउंट खोलने से पहले आपको पर्सनल और इनकम डीटेल शेयर करने होते हैं।

डीमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया वित्तीय संस्थानों में काफी समान है जिसे आपके ब्रोकर की मदद से शेयरों बाजार में खरीदारी करने से पहले डॉक्यूमेंट के एक मानक सेट की आवश्यकता होती है। आइए जानते हैं डीमैट अकाउंट खोलने के लिए किन-किन डॉक्यूमेंट्स की आवश्यकता होती है।

पहचान पत्र के दस्तावेज

  • पैन कार्ड से छूट के अलावा यह हर निवेशक के लिए अनिवार्य है। पहचान का एक स्वीकार्य प्रमाण उस पर आवेदक की एक वैलिड तस्वीर होनी चाहिए।
  • यूआईडी या विशिष्ट पहचान संख्या। यह आपका आधार या पासपोर्ट या मतदाता कार्ड हो सकता है।
  1. निम्नलिखित में से किसी भी एजेंसी द्वारा जारी किए गए डॉक्यूमेंट को पहचानने वाले (आवेदक की फोटो के साथ): केंद्र या राज्य सरकार
  2. नियामक निकाय
  3. पीएसयू कंपनियां
  4. अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक या सार्वजनिक वित्तीय कंपनियां
  5. विश्वविद्यालयों
  6. प्रोफेशनल बॉडी जैसे आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई, अन्य अपने सदस्यों के लिए इसे जारी कर सकते हैं।

एड्रेस प्रूफ के तौर पर आवश्यक डॉक्यूमेंट

  • पते का सबूत
  • पते के प्रमाण के रूप में स्वीकार्य डॉक्यूमेंट में शामिल हैं:
  • पासपोर्ट
  • वोटर आईडी कार्ड
  • घर की रजिस्टर बिक्री या पट्टे का समझौता
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • मेंटेनेंस बिल
  • इंश्योरेंस पेपर
  • उपयोगिता या टेलीफोन बिल
  • बिजली बिल (3 महीने से अधिक पुराने हो)
  • पासबुक और बैंक अकाउंट स्टेटमेंट
  • अनुसूचित बैंकों, अनुसूचित सहकारी बैंकों, राजपत्र अधिकारी, नोटरी पब्लिक, विधान सभाओं या संसद के निर्वाचित प्रतिनिधियों के बैंक प्रबंधकों द्वारा सत्यापित पते का प्रमाण
  1. डॉक्यूमेंट जारी किए गए: केंद्र या राज्य सरकार
  2. नियामक निकाय
  3. पीएसयू कंपनियां
  4. अनुसूचित वाणिज्यिक बैंक या सार्वजनिक वित्तीय कंपनियां
  5. अधिकृत विश्वविद्यालय
  6. प्रोफेशनल बॉडी जैसे आईसीएआई, आईसीडब्ल्यूएआई, अन्य अपने सदस्यों के लिए इसे जारी कर सकते हैं

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आय का प्रमाण

  • आईटीआर कॉपी
  • ऑडिट किए गए एनुअल अकाउंट की फोटोकॉपी (योग्य सीए द्वारा ऑडिट की जानी चाहिए)
  • सैलरी स्लीप
  • वैध डीपी के साथ डीमैट खाते की डिटेल
  • कैंसल्ड पर्सनलाइज्ड चेक
  • पिछले 6 महीनों के लिए बैंक अकाउंट डिटेल
  • संपत्ति के स्वामित्व को प्रमाणित करने के लिए डॉक्यूमेंट
  • पॉवर ऑफ अटॉर्नी

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डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों की खरीद और बिक्री कैसे की जाती है?

शेयर मार्केट में निवेश शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट (खातों) की जरूरत होती है. ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट.

डीमैट अकाउंट क्या होता है? शेयरों की खरीद और बिक्री कैसे की जाती है?

शेयर मार्केट में निवेश शुरू करने के लिए आपको तीन अकाउंट (खातों) की जरूरत होती है. ये तीन अकाउंट हैं डीमैट अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और बैंक अकाउंट. हर अकाउंट का अपना एक अलग काम होता है, लेकिन ट्रांजैक्शन (लेन-देन) को पूरा करने के लिए तीनों एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं. शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ये तीन अकाउंट होने चाहिए.

डीमैट अकाउंट क्या है?

डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट के समान है. जैसे एक सेविंग अकाउंट (बचत खाता) पैसे को चोरी होने और किसी भी गड़बड़ी से बचाता है, वैसे ही एक डीमैट अकाउंट निवेशकों के लिए भी यही काम करता है. डीमैट अकाउंट या डीमैटरियलाइज्ड अकाउंट इलेक्ट्रॉनिक रूप में शेयरों और सिक्योरिटीज को रखने की सुविधा देता है. ये अकाउंट फिजिकल शेयरों को डीमैट रूप में स्टोर (संग्रहित) करते हैं. फिजिकल शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप में परिवर्तित करने की प्रक्रिया (प्रोसेस) को डिमैटेरियलाइजेशन कहा जाता है. जब भी ट्रेडिंग की जाती है तो इन शेयरों को डीमैट अकाउंट में क्रेडिट या डेबिट किया जाता है.

डीमैट अकाउंट के प्रकार (टाइप)

डीमैट अकाउंट खोलते समय निवेशकों को अपने प्रोफाइल के मुताबिक डीमैट अकाउंट का चुनाव काफी सावधानी से करना चाहिए. कोई भी भारतीय मिनटों में ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोल सकता है. निवेशक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं. 5पैसा https://bit.ly/3RreGqO एक ऐसा ही प्लेटफॉर्म है जहां आप आसानी से अपना डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं. डीमैट अकाउंट चार तरह के होते हैं.

1)- रेगुलर डीमैट अकाउंट

एक रेगुलर डीमैट अकाउंट भारतीय निवासी निवेशकों के लिए होता है जो केवल शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं और सिक्योरिटीज को जमा (डिपॉजिट) करना चाहते हैं. जब आप शेयर बेचते हैं तो शेयर अकाउंट से डेबिट हो जाते हैं. इसी तरह जब आप शेयर खरीदते हैं तो वो आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाते हैं. यदि आप फ्यूचर एंड ऑप्शन में ट्रेडिंग कर रहे हैं तो डीमैट अकाउंट की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि इस तरह की डील के लिए स्टोरेज की कोई जरूरत नहीं होती है.

2)- बेसिक सर्विस डीमैट अकाउंट

यह एक नए तरह का डीमैट अकाउंट है, जिसे बाजार नियामक (मार्केट रेगुलेटर) सेबी ने पेश किया है. छोटे निवेशकों को ध्यान में रखते हुए यह अकाउंट शुरू किया गया है. 50,000 रुपये से कम के स्टॉक और बॉन्ड रखने के लिए कोई मेंटेनेंस चार्ज (रखरखाव शुल्क) नहीं देना होगा. 50,000 रुपये से 2 लाख रुपये तक की सिक्योरिटी रखने पर सिर्फ 100 रुपये का चार्ज लगता है.

3)- प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Repatriable Demat Account)

प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता NRI (अनिवासी भारतीयों) के लिए है. इसके जरिए वे भारतीय बाजार में निवेश कर सकते हैं और विदेशों में भी पैसा भेज सकते हैं. हालांकि फंड ट्रांसफर करने के लिए डीमैट खाते को NRI (Non-Resident External) खाते से जोड़ा जाना चाहिए.

4)- गैर प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता (Non-repatriable Demat Account)

अनिवासी भारतीयों (NRI) के लिए एक गैर-प्रत्यावर्तनीय डीमैट खाता भी है. हालांकि इस खाते के जरिए विदेश में पैसा ट्रांसफर नहीं किया जा सकता है.

डीमैट अकाउंट के फायदे

डीमैट अकाउंट बिना किसी परेशानी के शेयरों को तेजी से ट्रांसफर करने की सुविधा देता है. शेयर या सिक्योरिटीज सर्टिफिकेट एक डीमैट अकाउंट में इलेक्ट्रॉनिक रूप से रखे जाते हैं. ऐसे में इनके चोरी, जालसाजी और नुकसान की संभावना बहुत कम होती है. ट्रेडिंग एक्टिविटी को आसानी से ट्रैक किया जा सकता है. डीमैट खातों को कभी भी और कहीं भी एक्सेस किया जा सकता है. बोनस स्टॉक, राइट्स इश्यू, स्प्लिट शेयर अपने आप अकाउंट में जमा हो जाते हैं.

डीमैट अकाउंट कैसे खोलें

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट खाता खोलना अनिवार्य है. आप किसी वित्तीय संस्थान या ब्रोकर के माध्यम से डीमैट खाता (अकाउंट) खोल सकते हैं. सबसे पहले आपको इसके लिए एक डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) चुनना होगा. यह एक वित्तीय संस्थान, ऑथराइज बैंक या ब्रोकर कोई भी हो सकता है. आप उनके साथ एक डीमैट खाता खोल सकते हैं. डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट को ब्रोकरेज चार्ज, सालाना चार्ज और लीवरेज के आधार पर चुना जाना चाहिए. DP सिलेक्ट करने के बाद आपको खाता खोलने का फॉर्म, KYC फॉर्म भरना होगा और फिर जमा करना होगा. इसके साथ आपको कुछ डॉक्युमेंट भी देने होंगे.

इनमें पैन कार्ड, रेजिडेंस प्रूफ, आईडी प्रूफ और पासपोर्ट साइज फोटो शामिल हैं. वेरिफिकेशन प्रोसेस (सत्यापन प्रक्रिया) के लिए ओरिजनल कॉपी (मूल प्रति) अपने पास रखें. इसके अलावा आपको बैंक डिटेल देने के लिए एक कैंसिल चेक (रद्द चेक) जमा करना होगा. इसके बाद आपको एग्रीमेंट साइन करना होगा जिसमें रूल और रेगुलेशन के साथ-साथ आपके अधिकारों के बारे में सभी जानकारी होगी. आपको रूल और रेगुलेशन (नियमों और विनियमों) को ध्यान से पढ़ना चाहिए. आजकल कई प्लेटफॉर्म ऑनलाइन डीमैट खाता खोलने की सुविधा देते हैं. अपने डीमैट की सरल प्रक्रिया को पूरा करने के बाद आप अपना डीमैट खाता खोल सकते हैं.

शेयर बाजार में निवेश के लिये जरूरी है डीमैट खाता, जानिये इससे जुड़ी सभी अहम जानकारियां

आईपीओ मार्केट में मिल रहे शानदार रिस्पॉन्स और शेयर बाजार में लगातार जारी तेजी के रुख से छोटे निवेशकों की बाजार में हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है।

Edited by: India TV Paisa Desk
Updated on: September 21, 2021 16:13 IST

कैसे शुरू करें शेयर. - India TV Hindi News

Photo:PTI

कैसे शुरू करें शेयर बाजार में निवेश

नई दिल्ली। शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले रजिस्टर्ड निवेशकों के संख्या आज 8 करोड़ का आंकड़ा पार कर गई है। शेयर बाजार में कारोबार को लेकर बढ़ती पारदर्शिता, बाजारों से मिलने वाले आकर्षक रिटर्न और निवेश की बेहद आसान प्रक्रिया की वजह से बाजार में निवेश करने वालों की संख्या बढ़ रही है। नये निवेशकों में बड़ी संख्या खुदरा या छोटे निवेशकों की है। हाल के ही दिनों में आईपीओ बाजार के आंकड़े भी यही संकेत दे रहे हैं कि अब खुदरा या छोटे निवेशक पहले से ट्रेडिंग अकाउंट ऑनलाइन खोलने की प्रक्रिया कही ज्यादा संख्या के साथ बाजार में जुड़ रहे हैं। अगर आपने बाजार में कदम नहीं रखा है और चाहते हैं कि आप भी निवेश का फायदा उठाये तो यहां हम आपको बता रहे हैं कि बाजार में निवेश की प्रक्रिया क्या है।

कैसे शुरू कर सकते हैं बाजार में निवेश

शेयर बाजार में निवेश के लिये आपके पास बाजार की समझ और कारोबार के लिय़े ट्रेडिंग, डीमैट और बैंक खाता होना आवश्यक है। कई बड़े ब्रोकरेज हाउस एक ही बार में ये तीनों खाते खोलने की सुविधा देते हैं। वहीं कुछ ब्रोकरेज हाउस आपके लिये ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट खोलने की सुविधा देते हैं और आप अपने पहले से मौजूद किसी बैंक खाते को इससे लिंक करा सकते हैं। ट्रेडिंग अकाउंट वो अकाउंट होता है जिससे आप सौदे के लिये बोली लगा सकते हैं। शेयर खरीदने पर वो इलेक्ट्रॉनिक रूप में डीमैट खाते में जमा होते हैं। शेयर की बिक्री पर मिली रकम आपके बैंक खाते में जमा होती है। वहीं आप इस बैंक खाते से जरूरत के हिसाब से रकम को ट्रेडिंग के लिये जारी कर सकते हैं।

कैसा खुलता है डीमेट अकाउंट
डीमैट अकाउंट की सुविधा कई छोटे बड़े ब्रोकरेज हाउस देते हैं, अधिकांश ब्रोकेरज हाउस ऑनलाइन या ऑफलाइन डीमैट खाते खुलवाने की सुविधा दे रहे हैं। आप आवेदन भर कर जरूरी डॉक्यूमेंट्स अपलोड कर या फिर सीधे ब्रांच जाकर भी डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं। खाता खोलने के लिये ब्रोकरेज हाउस का भरा हुआ फार्म, पैन नंबर, बैंक खाते से जुड़ी जानकारी, फोटोग्राफ आदि देने होते हैं। अकाउंट खोलने से पहले ब्रोकरेज हाउस वेरीफेकशन करती हैं, जिसके बाद आपको डीमैट अकाउंट का पासवर्ड और पिन नंबर जारी कर दिया जाता है। आपके द्वारा दिया गया बैंक खाता भी इस अकाउंट से लिंक होता है।

कैसे करते हैं बाजार में खरीदारी
ट्रेडिंग अकाउंट में निवेशकों के पास शेयर को खरीदने बेचने, आईपीओ में निवेश करने, म्यूचुअल फंड में निवेश करने जैसे निवेश के विकल्प दिये होते हैं। हर ब्रोकरेज हाउस का ऑनलाइन सिस्टम कुछ अलग होता है जिसे कुछ समय देकर समझा जा सकता है। इसके साथ ही ब्रोकरेज हाउस फोन बैंकिंग की तर्ज पर फोन के द्वारा भी निवेश के विकल्प देते हैं। ब्रोकरेज हाउस आपको खरीदारी की सुविधा देने के बदले एक ब्रोकरेज वसूलते हैं, इसके साथ ही खरीदारी पर टैक्स भी लगता है। निवेश का नफा नुकसान शेयर की कीमत के साथ इन अतिरिक्त शुल्क के आधार पर भी तय होता है। ऐसे में ब्रोकरेज हाउस का चुनाव करते वक्त सेवा, भरोसे के साथ साथ ब्रोकरेज की दर भी अहम हो जाती है।

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