तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज

वही , 2 मिनट में यह ट्वीट डिलीट हो गया। लेकिन फिर 2.14 बजे पर दूसरा ट्वीट आया जो एकदम पहले वाले ट्वीट की ही नकल था। पर यह ट्वीट भी जल्द डिलीट हो गया।
Cryptocurrency Rate Today 27 September: क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में लौटी तेजी, बिटकॉइन 20 हजार डॉलर के पार
By: ABP Live | Updated at : 27 Sep 2022 01:08 PM (IST)
Edited By: Meenakshi
क्रिप्टोकरेंसी (फाइल फोटो) ( Image Source : Quantitatives/Unsplash )
Cryptocurrency Rate Today: क्रिप्टोकरेंसी के बाजार में आज रौनक देखने को मिल रही है और कल की गिरावट के संकेतों तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज के बाद आज क्रिप्टोकरेंसी में खरीदारी देखी जा रही है. ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट कैप में आज 1 खरब डॉलर के ऊपर के स्तर देखे जा रहे हैं क्योंकि पिछले 24 घंटे में ये 5.46 फीसदी उछल गया है और 1,018.46 अरब डॉलर के लेवल पर आ गया है.
बिटकॉइन में बनी हुई है तेजी- 20 हजार डॉलर के फिर पार निकला
दुनिया की सबसे पॉपुलर और सबसे महंगी करेंसी बिटकॉइन के रेट देखें तो इसमें 24 घंटे में 7 फीसदी से ज्यादा का उछाल आया है. आज बिटकॉइन 20,384.73 डॉलर के रेट पर बनी हुई है और इसमें कल से आज तक 7.50 फीसदी की मजबूती दर्ज की जा चुकी है. इसका मार्केट कैप 386.85 अरब डॉलर का हो चुका है.
क्या है Bitcoin? कैसे करते हैं इस वर्चुअल करेंसी में ट्रेडिंग, जानिए आपके काम का सबकुछ
Bitcoin की शुरुआत 2009 में हुई थी. शुरुआती कुछ सालों में बिटकॉइन में धीरे-धीरे बढ़ रही थी. लेकिन, 2015 के बाद से इसमें बड़ी तेजी देखने को मिली और यह दुनिया की नजरों में आ गई.
बिटकॉइन की कीमत दुनियाभर में एक समय पर समान रहती है. इसलिए इसकी ट्रेडिंग मशहूर हो गई. (Reuters)
दुनियाभर में क्रिप्टोकरंसी (CryptoCurrency) बिटकॉइन (Bitcoin) का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है. बिटकॉइन में निवेश करने वाले अमीर लोग इस ऑनलाइन करंसी (Online Currency) के जरिए अपनी पूंजी को तेजी से बढ़ाना चाहते हैं. यही वजह है कि इसके दाम भी नई ऊंचाइयां छू रहे हैं. 3 साल बाद एक बार फिर बिटकॉाइन में बड़ी तेजी देखने को मिली है. साल 2017 में बिटकॉइन में अपना रिकॉर्ड हाई (Bitcoin record High) बनाया था. इसके बाद नीचे की तरफ फिसलती गई. लेकिन, अब 3 साल का नया हाई बना दिया है. दुनियाभर में इस करंसी में लोग पैसा लगा रहे हैं. लेकिन, भारत सरकार (India Government) का मानना है कि उसके पास तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज वर्चुअल करंसी (Virtual currency) का कोई डेटा नहीं है और इसलिए इसकी ट्रेडिंग तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज में खतरा हो सकता है.
सोशल मीडिया पर अजनबी से दोस्ती पड़ रही भारी. सिर्फ सावधानी से तोड़ सकते हैं क्रिप्टो स्कैमर्स का तिलिस्म
क्रिप्टो करेंसी के क्षेत्र में काम करने वालों से लेकर साइबर पुलिस के आला अधिकारी इंटरनेट आधारित फ्रॉड यानी ऑनलाइन ठगी के लिए सोशल मीडिया पर बिना सोचे-समझे दोस्ती और जानकारी साझा करने को घातक बता रहे हैं। क्योंकि हैकर्स तीसरी दुनिया में बैठे हैं, इसलिए उन पर लगाम लगाना पुलिस और प्रशासन के लिए आसान नहीं है। आर्थिक गड़बड़ी करने वाले क्रिप्टो स्कैमर्स का तिलिस्म तोडऩे के लिए सावधानी ही एकमात्र तरीका है। एक्सपर्ट बता रहे हैं कि निवेशक किन बातों का ध्यान रखें कि किसी भी हैकर या स्कैमर के मकडज़ाल में नहीं फंसेंगे।
मध्यप्रदेश साइबर सेल के एडीजी योगेश देशमुख से सीधी बात
सवाल- डिजिटल करेंसी का क्रेज बढऩे के साथ उससे जुड़े फ्रॉड का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है?
जवाब- डिजिटल करेंसी को लेकर लोगों का दृष्टिकोण बना है. ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर भी लोगों का भरोसा बढ़ा है। कोरोना काल के बाद से लोगों ने सोचा कि अब डिजिटल का ही जमाना आ है, और तेजी से निवेश करने लगे। इसको लेकर सरकारी रूल-रेगुलेशन कुछ ज्यादा नहीं हैं। इसी के साथ क्रिप्टो करेंसी के क्राइम की दुनिया में भी इस्तेमाल होने लगा है।
PM का ट्विटर अकाउंट तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज हैक ; Bitcoin को लेकर किया गया Tweet , इस ट्वीट पर PMO ने कहा- नजरअंदाज करें
भारत सहित दुनिया के कई देशों में क्रिप्टोकरेंसी का क्रेज बढ़ रहा है। इन्हीं में से एक करेंसी है. बिटकॉइन। बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट करने की चाहत तेजी से बढ़ रही है। भारत में भी इसके निवेशकों की संख्या दिन-रात बढ़ोतरी हो रही है।
एक ओर भारत में क्रिप्टो करेंसी को मुद्रा के रूप में अनुमति नहीं दी गयी है। वही, दूसरी ओर बिटक्वॉइन को लेकर आज प्रधानमंत्री का एक ऐसा ट्वीट आया जिसको लेकर सोशल मीडिया पर हलचल मच गई। जी हाँ , हैकर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट में सेंध लगा दी।
तेजी से क्यों बढ़ रहा क्रिप्टोकरेंसी क्रेज ?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी क्रेज का सबसे बड़ा कारण है कि इसमें लेनदेन में वक्त जाया नहीं होता.खरीदने,ट्रांसफर करने और ट्रांजेक्शन की तेज तकनीक इसे भारत की बड़ी युवा आबादी के बीच पॉपुलर करती है.
एक कारण यह भी है कि पारंपरिक बैंकिंग सिस्टम की तरह यहाँ फीस नहीं देनी पड़ती.
क्रिप्टोकरेंसी में प्रयोग होने वाली ब्लॉकचेन तकनीक भी लोगो को इसकी ओर आकर्षित कर रही है.ट्रेड फाइनेंस में ब्लॉकचेन तकनीक का प्रमुख लाभ यह है कि यह प्रोसेसिंग टाइम को कम कर सकता है, कागज के उपयोग को समाप्त कर सकता है और पारदर्शिता, सुरक्षा और विश्वास सुनिश्चित करते हुए पैसे बचा सकता है.
क्रिप्टोकरेंसी पर किसी एक का कब्जा नहीं है.यहां पर यूजर के पास तमाम विकल्प उपलब्ध है.यह बैंकिंग सिस्टम की अपेक्षा इसे ज्यादा लचीला बनता है.
कोविड -19 वैक्सीन तेजी से आर्थिक सुधार को सक्षम कर सकती है.ऐसे समय में जब सरकारें और केंद्रीय बैंक अभी भी बड़ी मात्रा में आपातकालीन सहायता प्रदान कर रहे हैं - जो मुद्रास्फीति के एक विस्फोट को ट्रिगर कर सकता है. कुछ निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को सोने के समान एसेट स्टोर के रूप में देखते हैं, जो आर्थिक तनाव या बढ़ती मुद्रास्फीति के समय भी अपने मूल्य को बनाए रख सकता है.
सरकारी बेरुखी का निवेशकों पर असर नहीं
केंद्र सरकार और RBI ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर समय तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज समय पर चिंता जताई है. RBI ने कुछ महीने पहले संबंधित 'मेजर कंसर्न' की तरफ इशारा किया था. वहीं, सरकार की तरफ से डिजिटल कॉइन पर प्रतिबंध के संकेत मिले थे.राज्यसभा में इस संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए वित्त और कॉरपोरेट कार्य राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि "वर्तमान में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े मसलों से निपटने के लिए अलग से कोई कानून नहीं है. इस प्रकार आरबीआई, प्रवर्तन निदेशालय, आयकर प्राधिकरण जैसे सभी संबद्ध विभाग और काननू का अनुपालन करवाने वाली एजेंसियां मौजूदा कानून के अनुसार कार्रवाई करती हैं."
इसके बावजूद क्रिप्टो के लिए बढ़ती रुचि अहम है. सख्त बैन की खबरों के बाद से अब तक गवर्नमेंट इस विषय पर शांत है. 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने 2018 का एक नियम खारिज कर दिया जिसमें बैंकों को क्रिप्टो व्यापार से दूर रखा गया था. जानकारों के मुताबिक अगर यह बैन नहीं आया होता तो क्रिप्टो बाजार और भी बड़ा हो सकता था.
अगर बैन लगा तो ये निवेशक क्या कर सकते हैं?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी पर बैन तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज की स्थिति में, कई निवेशकों के लिए अपनी एसेट्स(क्रिप्टो) को बेचना सबसे तेजी से बढ़ रहा क्रिप्टो करंसी का क्रेज आसान और तार्किक मार्ग होगा, लेकिन उनके पास अन्य विकल्प भी मौजूद हैं-
निवेशक अपनी क्रिप्टो एसेट को 'सेल्फ-कस्टडी वॉलेट' में ट्रांसफर कर सकते हैं, जो USB ड्राइव, माइक्रो SD कार्ड या स्मार्ट कार्ड के रूप में डिजिटल डिवाइस हैं. ये डिवाइस निवेशकों की निजी बिटकॉइन key या keys को संग्रहीत करते हैं. बिटकॉइन को स्टोर करने के लिए कुछ लोकप्रिय हार्डवेयर वॉलेट जैसे लेजर, ट्रेजर, सेफपाल और बिटलॉक्स उपलब्ध हैं.निवेशक इन वॉलेट में अपनी क्रिप्टो एसेट को स्टोर कर सकते हैं और इन वॉलेट्स को विदेशों में रह रहें अपने दोस्तों या परिवार को भेज सकते हैं,यदि वे बैन की स्थिति में अपने वॉलेट को भारत में रखने को लेकर चिंतित हैं.
हालाँकि, यहाँ भी एक मुश्किल है. यदि निवेशक भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज से वॉलेट के माध्यम से अपनी क्रिप्टो एसेट को हार्ड ड्राइव या पेन ड्राइव में स्थानांतरित करता है, तो रेगुलेटरी ऑथोरिटी इन क्रिप्टोकरेंसी को ट्रैक कर सकते हैं. ऐसा इसलिए है क्योंकि सभी भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज KYC (अपने ग्राहक को जानें) मानदंडों का पालन करते हैं और यूजर्स को साइन अप करने के लिए अपने पैन कार्ड डिटेल देने की आवश्यकता होती है.